जिस्मफरोशी का बाजार सजाने वाला आरोपी हर लड़की पर लेता था 50 % कमीशन, हुए कई खुलासे
बांग्लादेश की लड़कियां की खरीद-फरोख्त के बाद भारत के कई शहरों में देह व्यापार के लिए तस्करी हो रही है। तस्करी व खरीद-फरोख्त के आरोप में बांग्लादेश सीमा से महज दस मीटर अंदर से गिरफ्त में आए सरगना के बैंक खाते में गत एक साल में तीस लाख रुपए जमा हो चुके हैं। अकेले जोधपुर से पिछले एक साल में 9.57 लाख रुपए जमा करवाए जा चुके हैं। पुलिस को आशंका है कि यह राशि देह व्यापार से अर्जित की गई है और सरगना प्रति लड़की पचास प्रतिशत कमीशन लेता था। वह अब तक कितनी लड़कियां भारत भेज चुका है इसका अंदाजा उसे भी नहीं है।
थानाधिकारी मदनलाल बेनीवाल के अनुसार प्रकरण में पश्चिम बंगाल के चौबीस परगना जिले में लक्ष्मीपुर बहीरा निवासी सुजोई (32) पुत्र सुशांत बिस्वास की मुख्य भूमिका सामने आई थी। वह घर में कॉस्मेटिक की दुकान चलाता है। उप निरीक्षक महेन्द्र चौधरी, कांस्टेबल सुरजाराम व प्रदीप लक्ष्मीपुर स्थित उसकी दुकान में दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर बागदा थाने लाए, जहां से उसे कोर्ट में पेश कर चार दिन का ट्रांजिट रिमाण्ड पर लिया गया। पुलिस मंगलवार को उसे लेकर जोधपुर पहुंची। उसे बुधवार को यहां अदालत में पेश किया जाएगा। सरगना सुजोई बिस्वास का घर भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर स्थित है। जो सीमा के पास अंतिम मकान है। घर से मात्र दस मीटर दूर बांग्लादेश बॉर्डर है। बीच में 30-35 फुट चौड़ी नदी है। नाव की मदद से भी वह चोरी-छिपे सीमा पार जाता रहता है।अब तक जांच में सामने आया कि वह पिछले तीन साल से बांग्लादेश जाकर लड़कियां खरीदकर भारत के कई शहरों में भेज रहा है। वह जोधपुर के साथ-साथ जयपुर, मुम्बई तथा पुणे तक लड़कियों की तस्करी कर चुका है। बदले में देशभर से उसके बैंक खाते में रुपए जमा होते हैं। इसमें उसका कमीशन शामिल होता है। जो प्रति लड़की पचास प्रतिशत होता था। शेष पचास प्रतिशत बांग्लादेश से लड़की भेजने वाले लेते थे। आशंका है कि वह दूसरे मध्यस्थों को भी अपने खाते में जमा राशि से भुगतान करता है। बांग्लादेश की सुखजंत उर्फ टुम्पा जोधपुर से यह राशि जमा कराती थी। वह फतेहराज सोनी व उसके पिता जगदीश सोनी के साथ जेल में बंद है।सरगना पुलिस सुजोई को लड़कियों की खरीद-फरोख्त व देह व्यापार में धकेलने वाले गिरोह का मुख्य सरगना मान रही है। अभी तक उसे सुखजंत उर्फ टुम्पा तथा फतेहराज सोनी से आमने-सामने नहीं करवाया गया है। एक-दो दिन में तीनों को जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया जाएगा। आशंका है कि लड़कियों की तस्करी में सुजोई के अलावा कुछ और व्यक्ति भी शामिल हो सकते हैं।
बांग्लादेश के साझेदार की हो चुकी है मौत
लड़कियों की तस्करी के लिए सुजोई पचास प्रतिशत कमीशन लेत था। शेष पचास प्रतिशत बांग्लादेश का देवेन को मिलते थे। देवेन की गत एक सितम्बर को ही मृत्यु हुई है। तस्करी व कमीशन के खेल में शामिल अन्य की जांच की जा रही है।
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