गुरुवार, 15 सितंबर 2016

मुंबई में सबसे बड़ा सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, 20 साल से चल रहा था पॉश इलाके में धंधा

मुंबई में सबसे बड़ा सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, 20 साल से चल रहा था पॉश इलाके में धंधा


मुंबई में गुरुवार को सबसे बड़े सेक्स रैकेट का भड़ाफोड़ हुआ है। यह सेक्स रैकेट लोखंडवाला के पॉश इलाके में पिछले 20 साल से चल रहा है। हैरानी वाली बात यह है कि इस इलाके में चलाए जा रहे इस सेक्स रैकेट के बारे किसी को भनक तक नहीं लगी। इस रैकेट की जानकारी तब हुई, जब 14 सालों से प्रताड़ना से तंग आकर वहां से एक युवती फरार हो गई।




ऐसे हुआ खुलासा



24 साल की पीडि़ता ने पुलिस को बताया कि 2002 में मुंबई लाया गया था, तब वह बस 10 साल की थी। उसने बताया कि वह 6 महीने पहले भागने में कामयाब रही। उसके बाद वह अपने घर आगरा पहुंच गई। शुरुआत में उसने अपने परिवार वालों को कुछ नहीं बताया कि कुछ महीने बाद उनके परिवारों वालो ने सच्चाई के बारे पता चल गया। ऐसे इसकी जानकारी तो उन्होंने आगरा पुलिस को बताया, जहां से मुंबई पुलिस तक इस रैकेट की बात पहुंची।

पुलिस ने ऐसे की छापेमारी

क्राइम ब्रांच को इस बारे जानकारी मिलते ही उस युवती से जानकारी लेकर बुधवार को छापेमारी की गई। क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने बताया कि पीड़िता बताए गए प्लैट में छापेमारी की और वहां से चार लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार हुए जितेंद्र सिंह, विमल ठाकुर, अंजू ठाकुर और पूनम ठाकुर है।
ये गैंग आगरा, कोलकाता और दिल्ली में अपने एजेंट बना रखे हैं। ये ऐसे परिवार को टारगेट हैं जिनकी आर्थिक रूप से हालत ठीक नहीं होती है और घर में 10 साल की उम्र की बेटी हो। इसके बाद ये एजेंट एनजीओ के कार्यकर्ता बनकर उनके घर में जाते और उस परिवार को आश्वासन देते की उनकी बेटी की अच्छी शिक्षा और जिंदगी देंगे। मुंबई आने के बाद इन्हें घरेलू नौकर तौर काम करने के लिए मजबूर किया जाता है। जब ये लड़की जवान हो जाती हैं तो उनकी बोली लगाई जाती और इसके बाद वो इनको सेक्स रैकेट के धंधे में धकेल देते।

छापेमारी के दौरान मिली 10 लड़कियां
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, क्राइम ब्रांच ने एक घर में छापेमारी की तो वहां 10 लड़कियां मिली थीं लेकिन वे बुरी तरह से डरी हुई थी। 


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