बाड़मेर,भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना स्वास्थ्य मार्गदर्शकों ने लिया आॅनलाईन प्रशिक्षण
बाड़मेर, 3 अगस्त। भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत् राजकीय एवं निजी
चिकित्सालयों में कार्यरत समस्त स्वास्थ्य मार्गदर्शकों के लिए आॅनलाईन
प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में बीएसबाई के जिला नोडल
अधिकारियों एवं संबधित कार्मिकों ने भाग लिया।
आॅनलाइन प्रषिक्षण में राज्य स्वास्थ्य एश्योरेंस एजेंसी के मुख्य
कार्यकारी अधिकारी श्री नवीन जैन ने चिकित्सालयों में उपचार हेतु भर्ती
बीएसबीवाई लाभार्थियों को यथासंभव सहयोग करने एवं सुलभ उपचार उपलब्ध
कराने सहित सभी आवश्यक दस्तावेज क्लेम भुगतान हेतु अपलोड़ करने के निर्देश
दिये। उन्होंने बताया कि 3 लाख 65 हजार से अधिक क्लेम में से 18 हजार
क्लेम प्रदेष में पेडिंग चल रहे हैं एवं इनके हल के लिए चिकित्सालय स्तर
पर ही आवश्यक कार्यवाही की जानी है। उन्होंने रिजेक्ट हुए क्लेम का पुनः
अध्ययन कर उनके रूके भुगतान के लिए आवश्यक समस्त जानकारियां अपलोड़ करने
के निर्देश दिये। 48 घंटे की अवधि में उपचाररत् भर्ती लाभार्थी के
परिजनों को प्रेरित कर उन्हें संबंधित दस्तावेज लेकर आने हेतु स्वास्थ्य
मार्गदर्शकों को निर्देशित किया।
वीडियो काॅन्फ्रंेसिंग में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.
सुनील कुमार सिंह बिष्ट, एनएचएम के कार्यक्रम प्रबंधक श्री सचिन भार्गव,
चिकित्सालयों के बीएसबीवाई नोडल अधिकारी एवं न्यू इंडिया एश्योरेंस
कम्पनी के प्रतिनिधी व संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।
600 लोगों को भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना की जानकारी दी
जिले में चल रहे भामाषाह सुविधा षिविरों में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य
विभाग की ओर से भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना के प्रचार-प्रसार के लिये
कार्मिक आमजन को जानकारी उपलब्ध करवा रहे हैं। मुख्य चिकित्सा एवं
स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. सुनील कुमार सिंह बिष्ट ने बताया कि जिले में
पंचायत समिति मुख्यालयों पर आयोजित षिविरों में अब तक 6 सौ से अधिक लोगों
को योजना की जानकारी दी है। पांच अगस्त तक चलने वाले भामाषाह सुविधा
षिविरों में आमजन को योजना की पूरी जानकारी पम्पलेट के माध्यम से दी जा
रही है। षिविरों में शंका समाधान भी किया जा रहा है।
योजना की जानकारी से मिला निषुल्क उपचार का फायदा
षिविर में आये राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत चयनित ग्रामीण
दिनेष ने बताया कि भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना की पूरी जानकारी षिविर
में मिली है। इसके बाद परिवार के सदस्यों के नाम भामाषाह कार्ड में
जुड़वाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। भामाषाह कार्ड में सभी सदस्यों
के नाम जुड़ जाने से परिवार के अन्य सदस्यों को भी चिन्हित सरकारी व निजी
अस्पताल में लाभ मिल सकेगा। भामाषाह कार्ड के बनवाने की प्रक्रिया के साथ
ही कार्ड की रसीद पर लिखे ईआईडी से भी लाभार्थी की पहचान के बारे में
स्वास्थ्य मार्गदर्षक आमजन को बता रहे है।
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‘डाॅयल एन एम्बूलेंस‘ जीवन वाहिनी सेवा 15 अगस्त से प्रारंभ की तैयारी
बाड़मेर, 3 अगस्त। राजकीय आपातकालीन एम्बूलेंस एवं चिकित्सीय परामर्श
सेवाओं की एकीकृत सेवा ‘डाॅयल एन इम्बूलेंस‘ 15 अगस्त से प्रारंभ की
जायेगी। इस अभिनव सुविधा से 108-आपातकालीन एम्बूलेंस सेवा, 104-जननी
एक्सप्रेस व चिकित्सीय परामर्श सेवा सहित राजकीय चिकित्सालयों की बेसड
एम्बूलंेसों की सेवाएं टोल-फ्री नम्बर 108 अथवा 104 डाॅयल करने पर उपलब्ध
होंगी। इस समेकित सेवा को जीवनवाहिनी के नाम से भी जाना जायेगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. सुनील कुमार सिंह बिष्ट ने
बताया कि 15 अगस्त से डाॅयल एन एम्बूलेंस सेवा प्रदेशभर में एक साथ
प्रारंभ करने की योजना है। इसके लिए 108-एम्बूलेंस, जननी एक्सप्रेस एवं
सीएचसी स्तर तक के राजकीय अस्पतालों में उपलब्ध बेसड एम्बूलेंस को सेवा
प्रदाता (जीवीके ईएमआरआई) को सभी आवश्यक उपकरणों सहित सुपुर्द करने
कार्यवाही की जा रही है। एम्बूलेंस वाहनों की सुलभ उपलब्धता के लिए
उपयुक्त स्थान का निर्धारण करने (रि-पाॅजीशन), कंडम एम्बूलेंस को इस सेवा
में शामिल नहीं करने एवं कार्यरत समस्त एम्बूलेंस के लिए फिटनेस
सर्टिफिकेट्स इत्यादि आवश्यक कार्यवाही यथाशीघ्र सुनिश्चित करने के लिए
संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
उन्होंने बताया कि 108 या 104 में से एक टोल फी्र नंबर डाॅयल करने पर
गैर-आपातकालीन एम्बूलेंस सेवा के लिए प्री-बुकिंग की नवाचार सुविधा
उपलब्ध होगी एवं इसके लिए उपभोगकर्ता द्वारा निर्धारित खर्च वहन किया
जायेगा। उन्होंने बताया कि ‘डायॅल-एन-एम्बूलेंस‘ जीवन वाहिनी सेवा
आॅटोमेटिक कम्प्यूटराईज्ड आॅनलाइन सिस्टम से संचालित की जायेगी।
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