बाड़मेर, निर्माण कार्यांे की गुणवत्ता सुनिश्चित करेंगी फील्ड-इंस्पेक्शन टीमें
बाड़मेर, 3 अगस्त। जोधपुर डिस्काम के अधीन प्रगतिरत निर्माण कार्यों में गुणवत्ता लाने तथा सतत् निगरानी के लिए प्रत्येक सर्किल में एक फील्ड इंस्पेक्शन टीम नियुक्ति की जाएगी। ताकि उपभोक्ताओं को सुचारू बिजली आपूर्ति हो सके।
प्रबंध निदेशक आरती डोगरा ने बताया कि डिस्कॉम अध्यक्ष श्रीमत पाण्डेय की ओर से जारी स्थाई आदेश के अनुसार जोधपुर डिस्कॉम के सभी सर्किलांे मंे ऐसी टीमों का गठन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रत्येक टीम में एक कनिष्ठ अभियंता, एक फीडर इंचार्ज और तीन तकनीकी सहायक शामिल होंगे। यह टीमें केंद्र प्रवर्तित योजनाओं और ठेकेदारों द्वारा किए जा रहे विभिन्न कार्यो की गुणवत्ता की जांच करेंगी तथा अपनी रिपोर्ट सर्किल के अधीक्षण अभियंता को देंगी। टीम ठेकेदारों के कार्यो का सैंपल निरीक्षण करेगी एवं अपने क्षेत्र के उपभोक्ताओं के मीटरों की रीडिंग के नमूने लेकर सहायक अभियंता या सहायक राजस्व अधिकारी को रीडिंग सत्यापन के लिए उपलब्ध करवाएंगी।
33 केवी सब स्टेशनों का निरीक्षणः यह टीमें 33 केवी जीएसएस का निरीक्षण करेगी, जिससे उसकी कमियां और बाधाओं को समय रहते दूर किया जा सके। सब स्टेशन को चालू करने से पहले पूरी तरह चेक करना होगा तथा इसमें कमी पाई जाने पर अधीक्षण अभियन्ता के ध्यान में लाना होगा।यह टीमें ग्रामीण क्षेत्रों में 11 केवी फीडर की भी जांच कर सुनिश्चित करेगी कि उसकी स्थापना सभी तकनीकी मानदण्डों के अनुसार है और नए कनेक्शन जारी करने के लिए सक्षम है।
विद्युत आपूर्ति की उपभोक्ताओं से जानकारीः ये टीमंे ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति से संबंधित मामलों में उपभोक्ताओं से पूरी जानकारी लेंगी एवं जिला मुख्यालय, नगरपालिका क्षेत्रों व औद्योगिक क्षेत्रों में मीटर और भूमिगत केबल लगाने की गुणवत्ता की जांच करेंगी। इंस्पेक्शन टीम हर माह दस दस 33 केवी सब स्टेशन एवं 11 केवी फीडर्स का चयन करके उनका निरीक्षण करेगी। इस बारे में सरपंचों या ग्रामीण क्षेत्र के गणमान्य लोगों से जानकारी लेनी होगी। साथ ही एक कृृषि ट्रांसफार्मर तथा एक सिंगल फेज ट्रांसफार्मर का निरीक्षण करना होगा और इनकी रीडिंग का सत्यापन गांव के लोगों से कराना होगा। उन्होंने बताया कि प्रत्येक सर्किल मुख्यालय में 11 केवी के चार सौ फीडर्स के लिए एक टीम गठित होगी।
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