*बाड़मेर के जनप्रतिनिधियो के लिए इससे बड़ी शर्म की बात क्या होगी?*
*शहर की नम्बर वन स्कूल 164 बालिकाओ के बावजूद मर्ज ।।*
*चन्दन सिंह भाटी*
बाड़मेर जिला मुख्यालय पर सबसे पुराणी स्कूल राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय नम्बर एक हाई स्कूल परिसर में शिफ्ट करने के आदेश सरकार ने किये।।सत्ताधारी जन प्रतिनिधियों के लिए इससे ज्यादा शर्मनाक क्या हो सकता हैं। शहर के अल्पसंख्यक मुस्लिम और जैन की बस्तियों के बीच स्थित यह विद्यालय शहर की शान रहा हैं।जिसमे आज भी 260 छात्रो का नामांकन हैं जिसमे164 बालिकाए शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। शहरी क्षेत्र की इस स्कूल से बालिका शिक्षा को निरन्तर बढ़ावा मिल रहा हैं।इसका नामांकन भी अमूमन बेहतर रहता हैं।।भामाशाह भी इस विद्यालय के प्रति गहरी रूचि रखते हैं । इस विद्यालय में पढ़े कई छात्र छात्राएं बड़े पदों पर हैं। इसके बावजूद इस विद्यालय को हाई स्कूल में शिफ्ट करने के सरकार के तुगलकी फरमान से बालिकाओ की शिक्षा चोपट होना तय हैं।।इस तुगलकी फरमान के विरोध में या विद्यालय यथावत रखने के समर्थन में कोई जनप्रतिनिधि नही बोला।।
जिला कलेक्टर सुधीर कुमार शर्मा को चाहिए की इस विद्यालय को शिफ्ट होने से बचाये।यह एक आदर्श विद्यालय हैं।जन्हा बालिकाओ को शिक्षा के साथ खेल मैदान भी उपलब्ध हैं। एक आदर्श विद्यालय को इस तरह शिफ्ट करना न केवल छात्रो के साथ अपितु बाड़मेर की जनता के साथ खुला धोखा हैं।।जन प्रतिनिधि सरकार पर विद्यालय यथावत रखने का दबाव बनाये अन्यथा बाड़मेर की जनता सड़को पर उतरेगी।।
*शहर की नम्बर वन स्कूल 164 बालिकाओ के बावजूद मर्ज ।।*
*चन्दन सिंह भाटी*
बाड़मेर जिला मुख्यालय पर सबसे पुराणी स्कूल राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय नम्बर एक हाई स्कूल परिसर में शिफ्ट करने के आदेश सरकार ने किये।।सत्ताधारी जन प्रतिनिधियों के लिए इससे ज्यादा शर्मनाक क्या हो सकता हैं। शहर के अल्पसंख्यक मुस्लिम और जैन की बस्तियों के बीच स्थित यह विद्यालय शहर की शान रहा हैं।जिसमे आज भी 260 छात्रो का नामांकन हैं जिसमे164 बालिकाए शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। शहरी क्षेत्र की इस स्कूल से बालिका शिक्षा को निरन्तर बढ़ावा मिल रहा हैं।इसका नामांकन भी अमूमन बेहतर रहता हैं।।भामाशाह भी इस विद्यालय के प्रति गहरी रूचि रखते हैं । इस विद्यालय में पढ़े कई छात्र छात्राएं बड़े पदों पर हैं। इसके बावजूद इस विद्यालय को हाई स्कूल में शिफ्ट करने के सरकार के तुगलकी फरमान से बालिकाओ की शिक्षा चोपट होना तय हैं।।इस तुगलकी फरमान के विरोध में या विद्यालय यथावत रखने के समर्थन में कोई जनप्रतिनिधि नही बोला।।
जिला कलेक्टर सुधीर कुमार शर्मा को चाहिए की इस विद्यालय को शिफ्ट होने से बचाये।यह एक आदर्श विद्यालय हैं।जन्हा बालिकाओ को शिक्षा के साथ खेल मैदान भी उपलब्ध हैं। एक आदर्श विद्यालय को इस तरह शिफ्ट करना न केवल छात्रो के साथ अपितु बाड़मेर की जनता के साथ खुला धोखा हैं।।जन प्रतिनिधि सरकार पर विद्यालय यथावत रखने का दबाव बनाये अन्यथा बाड़मेर की जनता सड़को पर उतरेगी।।
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