-बाड़मेर के 12 साल के जस्सू का चयन,सुरो के आसमान में चमका नया सितारा
-बाड़मेर के 12 साल के जस्सू का चयन
-एन्ड टीवी के शो में दो राउंड किये पार
बाड़मेर
सुरो की खान कहे जाने वाले थार के नन्हे उस्ताद ने इन दिनों देश भर में धूम मचा रखी है। इंडियन आईडल और इंडियन आईडल जूनियर के जरिये बाड़मेर-जैसलमेर की लोक गायकी को देश भर में रखने वाले स्वरूप खान और मोती खान के बाद एक और नन्हे गायक ने अपनी सुरमई आवाज से बाड़मेर का नाम देश भर में ऊँचा किया है।देश के जाने माने चैनल एन्ड टीवी में प्रसारित हो रहे शो वॉइस इण्डिया किड्स शो में बाड़मेर के 12 साल के जस्सू खान की गायकी हर किसी को कायल किये हुए है।बाड़मेर के कलाकार कॉलोनी में रहने वाला जस्सू मूलतः बिस्सू -बलाई गाव से है और यह बाड़मेर के गोल्फ एकेडमी स्कुल में कक्षा 5 का विद्यार्थी है। वॉइस इण्डिया किड्स शो के लिए मुंबई में अपने पिता सतार खान के साथ ऑडिशन देने गये जस्सू को तीन निर्णायको ने पहले तराने में ही चुन लिया। शो के फॉर्मेट के अनुसार जस्सू को मसहूर गायक और शो के जज शेखर रावजियानी,नीति मोहन और शान में से किसी एक को अपना कोच चुनना था जिसमे जस्सू ने शान को अपना कोच चुना है।इस शो का प्रसारण शनिवार और रविवार को होता है और जस्सू अब तक दो राउंड पार कर चुका है। जस्सू ने ख्वाजा शरीफ की कव्वाली,माई तेरी चुनरिया और झीणी झीणी उड़े गुलाल गानों को शो में अपनी आवाज दी है जिससे उसके सुरो का जादू हर किसी के सर चढ़कर बोल रहा है।तीन भाइयो में सबसे छोटे जस्सू के बड़े भाई पेपा खान और मंजूर खान गायकी में ही अपना भविष्य बना रहे है जस्सू के पिता सतार खान भी कई देशों की यात्राएं कर चुके है।
खड़ताल के जादूगर सदीकखान आदर्श
जस्सू खान अपनी गायकी के लिए खड़ताल के जादूगर मरहूम सदीक खान को अपना आदर्श मानते है।खेलने कूदने की उम्र में समंदर खान मग्निहार झाफली से गायकी सीख रहे जस्सू के प्रदर्शन से ना केवल थार के बाशिंदों को बल्कि पूरे राजस्थान को बहुत उम्मीदे है।थार ने गायकी में ना केवल कर फनकार दिए है वही स्वरूप खान और मोती खान ने रियल्टी शो के प्लेटफॉर्म पर बाड़मेर का नाम देश भर में किया है।
अंतिम दौर में जाने की पूरी संभावना
एन्ड टीवी के रियल्टी सिंगिग शो वॉइस इण्डिया किड्स के फॉर्मेट और कोच चयन के बाद जस्सू के अंतिम दौर तक जाने की पूरी संभावना है।पहले राउंड में हर कोच द्वारा अपने दल के लिए 12 गायको को लिया था जिनकी संख्या दो राउंड के बाद 6 रह गई है जिसमे शान की टीम में जस्सू खान ने अपनी जगह बना ली है।अब तक सफर में राजस्थानी,सूफी और हिंदी गीतों पर मजबूत पकड़ वाले जस्सू की हो रही तारीफों और बेहतरीन प्रस्तुति से साफ़ लग रहा है थार का यह होनहार फनकार शो के अंतिम पांच गायको में अपनी जगह बनायेगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें