शुक्रवार, 15 जुलाई 2016

अजमेर।अजमेर पर आतंकी संगठन ISIS का साया, दरगाह बाजार की होटल में चार दिन ठहरे थे 2 खूंखार आतंकी



अजमेर।अजमेर पर आतंकी संगठन ISIS का साया, दरगाह बाजार की होटल में चार दिन ठहरे थे 2 खूंखार आतंकी
अजमेर पर आतंकी संगठन ISIS का साया, दरगाह बाजार की होटल में चार दिन ठहरे थे 2 खूंखार आतंकी

आतंकी संगठन आईएसआईएस की नजर अजमेर पर पड़ चुकी है। संगठन के टेरर मॉड्यूल के दो आतंकी अजमेर की रैकी कर जा चुके हैं। यह खुलासा हैदराबाद में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की पकड़ में आए आतंकियों ने किया है। एनआईए की टीम एक आतंकी को अजमेर लेकर पहुंची।




उससे होटल सहित अन्य स्थानों की तस्दीक करवाने के बाद वापस हैदराबाद ले गई। आतंकी संगठन के टेरर मॉड्यूल के हैदराबाद निवासी मोहम्मद इब्राहिम याजदानी और हबीब मोहम्मद इलियास गत 10 जून को अजमेर आए थे। दोनों यहां दरगाह क्षेत्र स्थित होटल दरबार पैलेस के कमरा नम्बर 111 में ठहरे। चार दिन ठहरने के बाद 14 जून को बस से इन्दौर के रास्ते से हैदराबाद लौट गए।




हालांकि आईएसआईएस के आतंकियों की अजमेर यात्रा पर इंटेलीजेंस ब्यूरो, जिला पुलिस की नजरें थी लेकिन एनआईए ने सीक्रेट ऑपरेशन के चलते कार्रवाई करना उचित नहीं समझा। एनआईए ने अजमेर से हैदराबाद पहुंचते ही 29 जून को इब्राहिम याजदानी, हबीब मोहम्मद को तीन अन्य साथियों के साथ दबोच लिया था।




होटल, कमरे की तस्दीक

एनआईए की टीम एसपी एल.आर. कुमार के नेतृत्व में सुबह आतंकी मोहम्मद इब्राहिम याजदानी को लेकर अजमेर पहुंची। टीम दरगाह बाजार में होटल दरबार पैलेस के कमरा नम्बर 111 की तस्दीक करवाने के बाद हैदराबाद लौट गई।




दरगाह नहीं गए

एनआईए की प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया कि आतंकी मोहम्मद इब्राहिम याजदानी और हबीब मोहम्मद इलियासी चार दिन ठहरे लेकिन सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह नहीं गए। दोनों अजमेर में विशेष कार्य को अंजाम तक पहुंचा कर लौट गए। एनआईए के साथ खुफिया एजेंसी आईएसआईएस के अजमेर नेटवर्क को खंगालने में जुटी है।




अजमेर क्यों मुफीद!

आतंकी संगठनों के निशाने पर रहा अजमेर धार्मिक लिहाज से मुफीद है। ख्वाजा साहब की दरगाह और तीर्थराज पुष्कर की आड़ में पूर्व में अजमेर आतंकी संगठनों के निशाने पर रहा है। श्रद्धालु और पर्यटकों की आड़ में मुम्बई हमले के मास्टरमाइंड डेविड कौलमेन हेडली ने दरगाह और पुष्कर में तीन दिन ठहर कर रैकी की थई। कर्नाटक के खूंखार आतंकी यूसुफ उर्फ उमर को बैंगलूरू एटीएस ने अजमेर में गिरफ्तार किया था।




आईएसआईएस के दोनों आतंकी के अजमेर आने की सूचना इंटेलीजेंस और जिला पुलिस को थी। इंटेलीजेंस एजेंसी का सीक्रेट ऑपरेशन चल रहा था। ऐसे में कार्रवाई नहीं की गई। दोनों 10 से 14 जून तक दरगाह क्षेत्र की एक होटल में ठहरे थे। मामले में एनआईए जांच कर रही है।

-नितिनदीप ब्लग्गन, पुलिस अधीक्षक अजमेर

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