बालोतरा.बालोतरा: लूट की गुत्थी सुलझाएंगे उधार के कांस्टेबल
पुलिस थाने से सटे गांधीपुरा इलाके में किराणा व्यापारी से सरे राह लाखों रुपए की लूट के मामले का पर्दाफाश करने में बालोतरा पुलिस नाकाम साबित हो रही है। वारदात के तीसरे दिन भी पुलिस के हाथ खाली ही रहे। अब पड़ोसी पचपदरा थाने के दो कांस्टबलों को संदिग्धों पर नजर रखने के साथ लूट की गुत्थी सुलझाने में मदद करने के निर्देश दिए गए।
पुलिस टीमों ने गुरुवार को भी कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। वहीं गत वारदातों के अपराधियों को बुलाकर पीडि़त के समक्ष परेड करवाई जा रही है। इसके साथ ही पुलिस लगातार शहर के निजी संस्थानों व प्रतिष्ठानों में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को खंगाल रही है। मामले के खुलासे को लेकर पुलिस अधिकारी भी फिलहाल जांच जारी होने के अलावा कुछ कहने से बच रहे हैं।
लगातार बढ़ रही वारदातें
शहर में पिछले कई महीनों से चोरी, नकबजनी, वाहन चोरी सहित अन्य अपराधों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। अपराधी बेखौफ होकर दिनदहाड़े चोरी व लूट की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। बीते एक वर्ष में करीब डेढ़ दर्जन चोरी की वारदातों में लाखों रुपए, जेवरात सहित अन्य सामान पार हो गया। इसके अलावा शहर में सिलसिलेवार चोरी की वारदातों का क्रम लगातार जारी है। ऐसे में पुलिस सालभर में किसी खास वारदात का खुलासा करने में नाकाम रही।
सालभर में केवल 4-5 बाइक की बरामद
इस वर्ष बालोतरा थाने में दर्ज मामलों में करीब 100 से अधिक चोरी, नकबजनी व वाहन चोरी के हैं। पुलिस ने वारदातों के खुलासों के नाम पर सिर्फ 4-5 चोरी की बाइक बरामद कर आरोपितों को गिरफ्तार किया। इसके अलावा दर्जमामलों में पुलिस चोरों का पकडऩे में कामयाब नहीं हो पाई है। चोरी की वारदात होने के बाद एक-दो दिन तक इधर-उधर हाथ-पांव मारने के बाद मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। वहीं कमजोर गश्त के चलते चोरी की वारदात दर वारदात होने के बाद भी पुलिस की नींद उड़ी है।
अब पड़ोसियों का सहारा
शहर में लगातार बढ़ती चोरी व नकबजनी की वारदातों का खुलासा करने में स्थानीय पुलिस के असफल रही है। इस पर कुछ दिन पहले थानाधिकारी के आग्रह पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने आदेश जारी कर पचपदरा थाने के दो कांस्टेबलों को अस्थायी रूप से बालोतरा लगाया है। वहीं गत मंगलवार रात राह चलते किराणा व्यापारी से बाइक सवार नकाबपोश 3.40 लाख रुपए लूट कर फरार हो गए थे। सूत्रों के अनुसार इस मामले में सुराग जुटाने की जिम्मेदारी भी इन दो कांस्टेबलों को दी गई है। हालांकि मामले की जांच जसोल चौकी प्रभारी हुकमाराम भील के पास है।
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