बाड़मेर सरकार की गलत नीतियों के चलते जिले में सैकड़ो विद्यालय बंद- जैन
सरकार बन्द विद्यालयो में तुरंत अध्यापक लगावे अन्यथा जनता उतरेगी सड़को पर
बाड़मेर 30 जुलाई 2016
राजस्थान की सरकार ने शिक्षा विभाग को प्रयोगशाला बना दिया है सरकार की जन विरोधी नीतियों के चलते प्रदेश के शिक्षा विभाग को सबसे निचले स्तर पर ला दिया है।
आज बाड़मेर जिले में सैकड़ो प्राथमिक एवम् उच्च प्राथमिक विद्यालयो पर ताले लग गए है ग्रामीण इलाको में छात्रो का भविष्य अंधकार में है।शिक्षकों की कमी के चलते आये दिन विद्यालयो के ताले लग रहे है कई जगह उच्च प्राथमिक विद्यालयो पर केवल एक ही अध्यापक लगे हुए है और छात्र संख्या 100 से ऊपर है।
स्टाफिंग पैटर्न के नाम पर कई विद्यालयो में पोस्ट से ज्यादा अध्यापक लगा दिए है तो कही बिल्कुल खाली कर दिए है।
सरकार की इस कार्यप्रणाली से आम जनता में भारी रोष है।
विधायक जैन ने इसको लेकर शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर सरकार से मांग की है कि सरकार ने पूर्व में सैकड़ो स्कूल समानीकरण के नाम पर बन्द कर दिए यहाँ तक की बालिका विद्यालय को भी बन्द कर दिया अब स्टाफिंग पैटर्न के नाम पर बन्द कर दिया गया है सीमावर्ती और पिछड़े जिले बाड़मेर में प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था बिलकुल गड़बड़ा गई है उन्होंने सरकार से मांग की कि अति शीघ्र बन्द विद्यालयो को खोला जाये अन्यथा जिले में बड़ा जनआंदोलन होगा ।
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