शनिवार, 30 जुलाई 2016

जैसलमेर रेगिस्तान में निकल रहा पानी, कहीं ये विलुप्त सरस्वती नदी तो नहीं!



जैसलमेर रेगिस्तान में निकल रहा पानी, कहीं ये विलुप्त सरस्वती नदी तो नहीं!


क्या राजस्थान के सीमावर्ती जैसलमेर जिले के नाचना क्षेत्र में लुप्त हुई पौराणिक नदी सरस्वती फिर से प्रकट हो गई है। यह सवाल वैज्ञानिक, भू-जल वैज्ञानिकों के अध्ययन व खोज का विषय है, मगर नाचना के जालूवाला व चारणवाला क्षेत्र में पिछले कुछ समय से लगातार 24 घंटों से कई इलाकों में चमत्कारिक रूप से करीब 600 फीट की गहराई से पानी अपने आप प्रेशर के साथ ऊपर आ रहा है। बगैर किसी मशीन से भू-गर्भ से पानी के ऊपर आने की यह घटना प्रकृति का अजूबा ही है।

दुखद तो यह हैं कि सरकार ने अभी इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है। लगातार चल रहा पानी बेकार जा रहा हैं न तो पानी को नहरों में डाला जा रहा है, और न ही इसके उपयोग की कोई योजना बनी हैं। पिछले कुछ समय से लगातार चल रहा पानी रुकने का नाम ही नहीं ले रहा हैं इसे लग रहा हैं कि नीचे कोई अथाह भूजल के भंडार है।




कई ट्यूबवैलों में पिछले कई दिनों से बिना मोटर और बिना किसी मशक्कत के अपने आप पानी निकलता देख लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ये पानी लुप्त हो गई नदी सरस्वती का है, जो फिर से रेगिस्तान में बहने लगी है।




इस इलाको में रहने वाले किसानो का कहना है की कि करीब 50-60 कि.मी. के दायरे में 550 फीट की गहराई पर जाने से ही पानी अपने आप उपर आ रहा हैं वे पानी को रोकने की कोषिष भी कर रहे हैं मगर पानी रोका नहीं जा रहा हैं रोकने पर पाईप के फटने का अंदेषा होने पर पानी को पास के खेतों में निकाला जा रहा हैं वे कहते हैं कि पानी मीठा हैं तथा पीने योग्य हैं खेती के लिये पानी की समस्या स ेअब निजात मिलने की संभावना हैं पूरे क्षेत्र की कायाकल्प होने के आसार है।




वैज्ञानिकों का मानना है कि यह पानी लुप्त हुई सरस्वती नदी का पानी हैं l

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