अजमेर। अंग्रेजी में किया दाखिला, पढ़ा रहे हैं हिंदी माध्यम से
अजमेर। शहर में शिक्षण संस्थाओं की लापरवाही को सुधारने वाला कोई नहीं है, जबकि शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी खुद अजमेर से हैं। ऐसे में शिक्षण संस्थाओ को न प्रशासन का डर है और ना ही देवनानी का। अभिभावकों से मनमर्जी करना इनका पेशा बन चुका है। रामगंज स्थित दयानंद बाल निकेतन स्कूल में हिंदी और अंग्रेजी और अंग्रेजी माध्यम में वर्षों से बच्चों को शिक्षा दी जाती रही है। मगर इस बार प्रबन्धन ने अंग्रेजी माध्यम के बच्चों को हिंदी माध्यम में मर्ज कर दिया। यानी जो बच्चे अंग्रेजी माध्यम में अध्यनरत थे, उन्हें अब हिंदी माध्यम में अध्यन करना होगा।
जैसे ही ये खबर स्कूल के बाहर पहुंची, अभिभावकों में भारी रोष व्याप्त हो गया और अभिभावकों के साथ ही एनएसयूआई कार्यकर्ता भी स्कूल में लामबंद हो गए। प्रबन्धन का घेराव कर अभिभावकों और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद स्कूल के बाहर जाम लगा दिया। रामगंज थाना पुलिस ने मौके पर पहुचकर समझाईश से जाम तो हटा लिया गया। मगर अभिभावकों को रोष कम नहीं हुआ।
अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल प्रबंधन अपनी मर्जी करके अंग्रेजी की जगह बच्चों को हिंदी माध्यम की पढ़ाई करवा रहा है। अभिभावक प्रबंधन के खिलाफ रामगंज थाने में मुकदमा दर्ज करवाने की बात कर रहे हैं। इधर अभिभावकों के रोष और मीडिया की मौजूदगी देखते हुए प्रबंधन के तेवर ही बदल गए। अभिभावकों के आरोपों को प्रबंधन नकार रहा है। वहीं एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने भी प्रबन्धन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
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