शनिवार, 30 जुलाई 2016

डूंगरपुर.सागवाड़ा.राजस्थान का यह एेसा जिला जहां के 65 गांवों में नहीं हुआ एक भी अपराध



डूंगरपुर.सागवाड़ा.राजस्थान का यह एेसा जिला जहां के 65 गांवों में नहीं हुआ एक भी अपराध

राजस्थान का यह एेसा जिला जहां के  65 गांवों में नहीं हुआ एक भी अपराध
अपराधविहीन गांव बनाने में सहयोग देने पर ग्राम पंचायत के प्रधान रेखा रोत सहित सरपंच एवं सचिवों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। पुलिस प्रशासन की ओर से शनिवार को पंचायत समिति के सभागार में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामजीलाल चन्देल थे। अध्यक्षता एसडीओ गोपालसिंह शेखावत ने की।

विशिष्ट अतिथि प्रधान रेखा रोत व डिप्टी सुरेन्द्रसिंह भाटी थे। सीआई गोविन्दसिंह राजपुरोहित ने स्वागत किया। चन्देल ने बताया कि राज्य सरकार ने नवम्बर, 2015 से जुलाई, 2016 के मध्य अपराधविहीन गांव रहने पर सरपंच एवं सचिवों को सम्मानित करने का निर्णय किया था। जिले में 179 गांव में 3 या 3 से कम अपराध दर्ज हुए।

इसी तरह 65 गांव अपराधविहीन पाए गए। चन्देल ने सभी से पूर्ण रूप से अपराधविहीन गांव बनाने का आह्वान किया। एसडीओ शेखावत ने कहा कि क्षेत्र में शिक्षा के अभाव में छोटी-छोटी बात को लेकर अपराध हो रहे हैं जिनपर जागरुकता के साथ नियंत्रण किया जा सकता है। डिप्टी भाटी, प्रधान रोत व सरपंच शान्तिलाल मीणा ने भी संबोधित किया। इस दौरान कुंआ थानाधिकारी मोहनसिंह, आसपुर के लक्ष्मणलाल डांगी, निठाऊवा के भगवानलाल बुनकर, चीतरी के दिलिपसिंह झाला, चन्द्रशेखर शुक्ला, प्रदीप भुता मौजूद थे। संचालन अतुल शाह ने किया।




दबाव में नहीं आए पुलिस




सरपंच सुरेश रोत ने कहा जहां पर सरपंच समझाइश का प्रयास करते हैं, वहां पर पुलिस मामला दर्ज कर लेती है तथा जहां पर मामला दर्ज होना चाहिए, वहां मामला दर्ज नहीं किया जाता है। रोत ने कहा कि पुलिस को रसूखदारों के दबाव में काम नहीं करना चाहिए।

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