जिले के प्रभारी मंत्री श्री अमराराम चैधरी 27 जुलाई को लेगें जिला अधिकारियों की बैठक
प्रभारी सचिव सुबीर कुमार भी बैठक में करेगें जिला अधिकारियो से चर्चा
जैसलमेर, 21 जुलाई। जिले के प्रभारी मंत्री एवं राजस्व,उपनिवेषन मंत्री श्री अमराराम चैधरी की अध्यक्षता एवं प्रभारी सचिव एवं शासन सचिव गृह श्री सुबीर कुमार की उपस्थिति में जिला अधिकारियों की बैठक 27 जुलाई,बुधवार को प्रातः 11 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में रखी गई है। इस बैठक में जिले के प्रभारी सचिव एवं शासन सचिव गृह सुबीरकुमार भी अधिकारियों से योजनाओं की प्रगति पर समीक्षा करेगें।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी नारायणसिंह चारण ने बताया कि जिला स्तरीय अधिकारी अपनी विभागीय प्रगति प्रतिवेदन 22 जुलाई को सांय 5 बजे तक ई-मेल आईडी चक.रंप.तर/दपबण्पद पर भेजें एवं साथ ही हार्ड व साॅफ्ट काॅपी जिला परिषद को भिजवायें। अधिकारी अनिवार्य रुप से समय पर बैठक में उपस्थित होवें।
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आईटीआई में विभिन्न ट्रेड के अन्तर्गत आवेदन पत्र आमन्त्रित
जैसलमेर, 21 जुलाई/ जैसलमेर जिले की राजकीय औद्योगिक प्रषिक्षण संस्थान, जैसलमेर में राष्ट्रीय व्यावसायिक प्रषिक्षण परिषद् के नियमित एवं स्व वित्तपोषित एनसीवीटी योजना के अन्तर्गत प्रवेष वर्ष 2016-17 के लिये इस संस्थान में संचालित व्यवसायों में प्रवष्ेा हेतु प्रवषे आवेदन पत्र 5 अगस्त 2016 तक कार्यालय समय में जमा किये जायेंगे। इच्छुक अभ्यार्थी उपरोक्त समायावधि में प्रवेष आवेदन प्राप्त कर जमा कर सकेंगे। आवेदन पत्र विभागीय वेबसाईड कजमण्तंरंेजींदण्हवअण्पद पर डाउनलोड कर कार्यालय में प्रवेष हेतु आवेदन कर सकते हैं।
अधीक्षक आई.आर. गेंवा ने बताया कि राजकीय औद्योगिक प्रषिक्षण संस्थान, जैसलमेर में प्रवेष के लिए इच्छुक अभ्यार्थी नियमित व्यवसायो ंक्रमष विद्युतकार, फिटर, वायरमैन, रेफ्रिजरेषन एण्ड एयरकडिषनर, मेकेनिक डिजल इंजन, वैल्डर, स्वींग टेक्नाॅलोजी (कटिंग स्वींग), फ्रंट आॅफिस एसिस्टंेट और स्ववित्तपोषित योजनान्तर्गत व्यवसायोंक्रमष:- मेकेनिक मोटरव्हीकल,फिटर, वायरमैन, मेकेनिक डिजल इंजन, वैल्डर, स्वींग टेक्नाॅलोजी (कटिंग स्वींग), फ्रंटआॅफिस एसिस्टंेट व्यवसायों में आवेदन किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि प्रवेष के लिए अभ्यार्थी की आयु प्रवेष वर्ष के 01 अगस्त 2016 को 14 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए। स्वींग टेक्नाॅलोजी(कटिंग स्वींग) व्यवसाय महिलाओं के लिए आरक्षण हैं। अन्य समस्त जानकारी हेतु कार्यालय समय में कार्यालय में उपस्थित होकर जानकारी प्राप्त की जा सकती हैं। प्रवेष विवरणिका में समस्त जानकारी उपलब्ध हैं जो विभागीय वेबसाईड पर उपल्बध है।
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बकाया पेन्षन प्रकरणों का निस्तारण समय पर कराने के निर्देष
जैसलमेर, 21 जुलाई/ कोषाधिकारी दिनेष चारण ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देष दिए की वे सेवानिवृत कर्मचारियों के बकाया पेन्षन प्रकरणों को समय पर निस्तारण की कार्यवाही करावें। उन्होंने पेन्षन प्रकरणों में सम्पूर्ण कार्यवाही करने के बाद ही पेन्षन विभाग को स्वीकृति के लिए भिजवाने पर जोर दिया ताकि कम से कम आक्षेप लगे एवं कर्मचारी की पेन्षन स्वीकृति समय पर हो।
कोषाधिकारी चारण ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बकाया पेन्षन प्रकरणों की प्रगति समीक्षा बैठक में यह निर्देष दिए। बैठक में पेन्षन विभाग के लेखाधिकारी इकबाल खां,दिनेष कटटा के साथ ही संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। कोषाधिकारी ने 30 जुन 2016 को सेवानिवृत हुए कार्मिकों एवं इसके छः माह बाद सेवानिवृत होने वाले कार्मिकों के पेन्षन प्रकरणों की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने विषेष रुप से नहर परियोजना एवं जलदाय विभाग के अधिकारियों को कहा कि उनके विभाग के बकाया पेन्षन प्रकरण काफी है इसलिए वे गंभीरता से इस संबंध में कार्यवाही करावें एवं प्रकरणों में पेन्षन स्वीकृति करावें। उन्होनंे पेन्षन प्रकरण पेन्षन विभाग को भेजने से पूर्व सर्विस बुक का पूरा सत्यापन करावें एवं जहां तक हो किसी प्रकार की कमी नहीं रखते हुए प्रकरण को भेजे ताकि समय पर पेन्षन स्वीकृति का लाभ कार्मिक को मिलें।
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भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना अन्तर्गत 879 मरीज हुए लाभान्वित
जैसलमेर , 21 जुलाई 2016 /जैसलमेर जिले में 20 जुलाई 2016 तक पात्र 879 मरीजों को भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना के अन्तर्गत लाभान्वित किया गया है। डाॅ. एन.आर.नायक ने बताया कि भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना में प्रत्येक परिवार में सामान्य बीमारी में 30 हजार रूपए तक और गंभीर बीमारी में 3 लाख रूपए तक की कैषलेष चिकित्सा सुविधा मिलती है।
डाॅ. नायक ने बताया कि 13 दिसंबर 2015 से प्रारम्भ की गई भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना द्वारा जनता के द्वारा स्वास्थ्य पर किए जा रहे खर्च को कम करके एवं गरीब व्यक्ति के उच्च निजी चिकित्सालयों में भी सुविधा प्राप्त करने के अवसर बढाने का प्रयास किया जा रहा है।
13 जुलाई 2016 से भामाषाह कार्ड से ही हो रही है भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना लाभार्थी परिवार की पहचान
डाॅ. नायक ने बताया कि राज्य स्तर से प्राप्त दिषानिर्देषानुसार 13 जुलाई 2016 से भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना के अन्तर्गत लाभार्थी की पहचान केवल भामाषाह कार्ड के माध्यम से ही की जा रही है। 13 जुलाई 2016 के पष्चात योजना के लाभ हेतु राषन कार्ड मान्य नही किया गया है। अतः सभी लाभार्थी परिवार अपने राषन कार्ड की एन्ट्री अपने परिवार के मुखिया के भामाषाह कार्ड में अवष्य करा लेवें तथा प्रत्येक परिवार के सदस्य के आधार कार्ड का लिंक भी परिवार के मुखिया के भामाषाह कार्ड में करवा लेवें ।
तीन अस्पतालों में मिल रहा है भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ
डाॅ. उन्होने बताया कि भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत लाभार्थी को जैसलमेर जिले में स्वास्थ्य सुविधाएं श्री जवाहिर चिकित्सालय, जैसलमेर, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पोकरण तथा निजी चिकित्सालय न्यू राजस्थान हाॅस्पीटल एवं रिसर्च सेन्टर जैसलमेर में सुविधा प्रदान की जा रही है। योजना के अन्तर्गत पंजीकृत चिकित्सालय में कार्यरत स्वास्थ्य मार्गदर्षक द्वारा रोगी का पंजीकरण साॅफ्टवेयर में किया जाता है । मरीज को भर्ती करते समय भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत लाभार्थी परिवार की पहचान कर आवष्यक दस्तावेज साॅफ्टवेयर में स्वास्थ्य मार्गदर्षक द्वारा अपलोड किये जाते है।
भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना में 30 हजार से 3 लाख रूपये तक की ईलाज के लिए केषलैस सुविधा
उन्होने बताया कि भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना पैसो के अभाव में ईलाज से वंचित लोगों के लिए जीवन रक्षक साबित हो रही है । योजना के अन्तर्गत रोगी के इलाज की राषि का पुनर्भरण बीमा कंपनी द्वारा अस्पताल कांे किया जाता है। भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना में लाभार्थी प्रत्येक परिवार में सामान्य बीमारी में 30 हजार रूपए तक और गंभीर बीमारी में 3 लाख रूपए तक की कैषलेष चिकित्सा सुविधा प्रदान की जा रही है।
आशा कर रही है घर-घर जाकर योजना का प्रचार
उन्होने बताया कि आषा सहयोगिनियों द्वारा घर - घर जाकर भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना का व्यापक प्रचार प्रसार कर आमजन को योजना के बारे में जानकारी प्रदान की जा रही है।
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सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भणियाणा में 22 जुलाई 2016 को आयोजित होगा
सुरक्षित मातृत्व दिवस
जैसलमेर , 21 जुलाई 2016 /डाॅ.एन.आर.नायक , मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि दिनांक 22 जुलाई 2016 शुक्रवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, भणियाणा पर सुरक्षित मातृत्व दिवस का आयोजन किया जायेगा।
उन्होने बताया कि जिले में प्रतिमाह निर्धारित कार्ययोजनानुसार स्वास्थ्य केन्द्रों पर स्त्री रोग विषेषज्ञ की देख-रेख में जटिल प्रसव संभावित गर्भवती महिलाओं की जाॅच एवं परामर्ष सेवाऐं प्रदान कर कुषल-मंगल कार्यक्रम के माध्यम से हाई-रिस्क प्रेगनेंसी का समुचित प्रबंधन करने का प्रयास किया जा रहा है। जटिल प्रसव वाली गर्भवती महिलाओं को प्रसव काल में ही सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर स्त्रीरोग विषेषज्ञ द्वारा देख-भाल की सुनिष्चितता की जा रही है। डाॅ.नायक ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों का जिले में प्रभावी क्रियान्वयन करके मातृ मृत्यु दर व षिषु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे है। मातृ एवं षिषु स्वास्थ्य सेवाओं के अन्तर्गत जिले में कुषल मंगल कार्यक्रम, सुरक्षित मातृत्व दिवस, सामुदायिक मातृ मृत्यु समीक्षा जैसे नवाचारों का क्रियान्वयन किया जा रहा हैं।
समस्त चिकित्सा अधिकारियों व विभागीय कार्मिकों को गर्भवती महिलाओं, प्रसूताओं, घात्री माताओं एवं नवजात षिषुओं की उचित देखभाल करने एवं इन्हे उपलब्ध समस्त जाॅच, उपचार व परामर्ष सेवाओं की समुचित उपलब्धता यथासमय सुनिष्चित करने के निर्देष प्रदान किये गये है। प्रसूति नियोजन दिवसों का आयोजन माह के चैथे गुरूवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो , प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रो एवं उप स्वास्थ्य केन्द्रो पर करके गर्भवती महिलाओं को 8वें व 9 वें माह में ही प्रसव योजना बनाकर उचित चिकित्सा संस्थान व परिवहन व्यवस्था एवं निषुल्कः योजनाओं की जानकारी प्रदान की जा रही है।
प्रसूति नियोजन दिवसों का आयोजन कर ग्रामीण क्षेत्रों की गर्भवती महिलाओं को लाभांवित किया जा रहा है। डाॅ. आर.पी.गर्ग ने बताया की हाई-रिस्क प्रेग्नेंन्सी वाली महिलाओं की समस्त जाॅचें, एनिमिया उपचार, प्रसव हेतु परिवहन संेवाऐं उपलब्ध करवाने के साथ ही संबंधित क्षेत्र की आषा सहयोगिनी व प्रसाविका द्वारा नियमित रूप फोलोअप करने के प्रयास भी किये जा रहे है। उन्होने बताया कि सुरक्षित मातृत्व दिवस पर चिकित्सा कर्मियों को अपने क्षेत्र में मातृ एवं षिषु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए गंभीरता पूर्वक कार्य करने के निर्देष प्रदान किये गये ।
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राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अन्तर्गत
गठित मोबाईल हैल्थ टीमो ने 2 हजार 253 बच्चों का किया स्वास्थ्य परीक्षण
जैसलमेर 21 जुलाई 2016/ डाॅं. एन.आर.नायक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत 13 जुलाई 2016 से 20 जुलाई 2016 तक जैसलमेर जिले के तीनों ब्लाॅको के लिये गठित तीन मोबाईल हैल्थ टीमो द्वारा तैयार माईक्रोप्लान अनुसार फिल्ड में जन्म से 18 वर्ष तक के जिले कंे कुल 2 हजार 253 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तथा कुल 192 बच्चों को रैफर किया गया।
डाॅ. नायक ने बताया कि जैसलमेर ब्लाॅक अन्तर्गत गठित मोबाईल हैल्थ टीम द्वारा अमरसागर, मूलसागर,काहला, चूंधी, माणपिया गांवों में स्थित विद्यालयों एवं आॅगनवाड़ी केन्द्रों में 786 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तथा 34 बच्चों को क्षैत्र के प्राथमिक/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के लिए रैफर किया गया।
सम ब्लाॅक अन्तर्गत गठित मोबाईल हैल्थ टीम द्वारा देवीकोट, केहर फकीर की ढाणी, सांगाणा, दामोदरा,कनोई, सम गांवों में स्थित विद्यालयों एवं आॅगनवाड़ी केन्द्रों में 994 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तथा 116 बच्चों को क्षैत्र के प्राथमिक/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के लिए रैफर किया गया ।
सांकडा ब्लाॅक अन्तर्गत गठित मोबाईल हैल्थ टीम द्वारा चाचा एवं लाठी गांवों में स्थित विद्यालयों एवं आॅगनवाड़ी केन्द्रों में 473 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तथा 42 बच्चों को क्षैत्र के प्राथमिक/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के लिए रैफर किया गया ।
डाॅ. नायक ने बताया कि जिले में संचालित राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य बाल विकास के चार विकारो जन्मजात विकृति, कमी/विकार बीमारी, देरी से विकास व डिसएबिलिटी का समय पर पहचान करना है। यदि कोई बच्चा 30 चिंहित बिमारियों में से किसी से भी ग्रसित पाया जाता है तो उसे ईलाज के लिए रैफरल व फोलोअप निषुल्क प्राप्त होगा साथ ही इस कार्यक्रम के अंतर्गत आवष्यक हुआ तो सर्जिकल ईलाज भी निषुल्क किया जायेगा। गंभीर बीमार बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर मोबाईल हैल्थ टीम के द्वारा बच्चों को रैफर किया जायेगा।
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गफूर भट्टा, कच्ची बस्ती में आउट रिच चिकित्सा षिविर आयोजित,
101 मरीजो की हुई स्वास्थ्य की जाॅच
जैसलमेर 21 जुलाई 2016/डाॅं.एन.आर.नायक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत दिनांक 21 जुलाई 2016 गुरूवार को जैसलमेर शहर के वार्ड नम्बर-33 आॅगनवाडी केन्द्र नम्बर 04 गफूर भट्टा, कच्ची बस्ती में एक दिवसीय निःषुल्क आउटरिच चिकित्सा षिविर का आयोजन प्रातः 8.00 बजे से दोपहर 1.00 बजे तक किया गया। उन्होने बताया कि गफूर भट्टा, कच्ची बस्ती में आयोजित आउटरिच चिकित्सा षिविर में डाॅ. घनष्याम खत्री द्वारा कुल 101 मरीजो के स्वास्थ्य की जाॅच व परामर्ष संबंधी सेवाएॅ प्रदान कर निःषुल्क दवा वितरण की गई । आयोजित आउटरिच चिकित्सा षिविर में 8 गर्भवती महिलाओं का पंजीयन व 19 षिषुओं का टीकाकरण किया गया।
आउटरिच चिकित्सा षिविर आयोजन में लैब टेक्नीषियन यष सारस्वत, मेल नर्स महेन्द्र व्यास,दिनेष सोनी , अनिल कुमार व एएनएम संध्या नागर ने आवष्यक सहयोग प्रदान किया । विजय सिंह, जिला प्रभारी एनयूएचएम द्वारा आउटरिच चिकित्सा षिविर का निरीक्षण किया गया।
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