प्रतापगढ़ |कुत्ते का बच्चा समझ सियार का शावक लेकर घूम रहे थे बच्चे, और फिर...
प्रतापगढ़ | प्रतापगढ़ में बस्ती क्षेत्र से वनकर्मियों द्वारा सियार के एक शावक पकड़ा गया है| सियार के इस शावक को तालाबखेडा के कुछ बच्चे लेकर घूम रहे थे सुचना मिलने बाद वन विभाग के उड़न दस्ते ने शावक को अपने कब्जे लिए और जंगल में छोड दिया| वन अधिकारियों के मुताबिक़ इस समय सियार का प्रजननकाल चल रहा है| ऐसे में भोजन की तलाश में या रास्ता भटक कर ये शावक बस्ती क्षेत्र में घुसा होगा| वन्य जीवों के आबादी क्षेत्र में घुस आने की बढती घटनाओं से लोगों में दहशत का माहौल फैल गया|
जानकारी के मुताबिक, तालाब खेडा इलाके के कुछ बच्चे सियार के शावक को लेकर बाजार घूम रहे थे| जब कुछ स्थानीय लोगों की नजर इन पर पडी तो उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दी| इस दौरान वन्य कर्मचारियों के पहुंचने तक बच्चों को बहाना बना कर रोके रखा| कुछ लोगों ने बच्चों से सियार के शावक को खरीदने का बहाना बनाया| इसके बाद मौके पर पहुंच कर वन विभाग के अधिकारियों ने शावक को अपने कब्जे में लिया और उसका स्वास्थ्य परिक्षण कर जंगल में छोड दिया गया|
बच्चों से पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे इससे कुत्ते का बच्चा समझ कर साथ लेकर घूम रहे थे| गौरतलब है कि प्रतापगढ़ के आस पास काफी जंगल वाला इलाका है, लेकिन ये जंगल धीरे धीरे कम होते जा रहे है| इनमें रहने वाले वन्य जीवों के रहने के ठिकाने सिमट रहे है| इसलिए कभी भोजन की तलाश में तो कभी रास्ता भटक कर वन्य जीव बस्ती क्षेत्र में आ जाते है|
आपको बता दे कि दो दिन पहले भी धरियावद क्षेत्र में एक पेंथर बस्ती क्षेत्र में घुस गया था और एक मासूम को उठा ले गया था| बाद में मासूम का शव जंगल में मिला था| इस प्रकार वन्य जीवो के आबादी क्षेत्र में आने से लोगो में भय का माहौल था|
प्रतापगढ़ | प्रतापगढ़ में बस्ती क्षेत्र से वनकर्मियों द्वारा सियार के एक शावक पकड़ा गया है| सियार के इस शावक को तालाबखेडा के कुछ बच्चे लेकर घूम रहे थे सुचना मिलने बाद वन विभाग के उड़न दस्ते ने शावक को अपने कब्जे लिए और जंगल में छोड दिया| वन अधिकारियों के मुताबिक़ इस समय सियार का प्रजननकाल चल रहा है| ऐसे में भोजन की तलाश में या रास्ता भटक कर ये शावक बस्ती क्षेत्र में घुसा होगा| वन्य जीवों के आबादी क्षेत्र में घुस आने की बढती घटनाओं से लोगों में दहशत का माहौल फैल गया|
जानकारी के मुताबिक, तालाब खेडा इलाके के कुछ बच्चे सियार के शावक को लेकर बाजार घूम रहे थे| जब कुछ स्थानीय लोगों की नजर इन पर पडी तो उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दी| इस दौरान वन्य कर्मचारियों के पहुंचने तक बच्चों को बहाना बना कर रोके रखा| कुछ लोगों ने बच्चों से सियार के शावक को खरीदने का बहाना बनाया| इसके बाद मौके पर पहुंच कर वन विभाग के अधिकारियों ने शावक को अपने कब्जे में लिया और उसका स्वास्थ्य परिक्षण कर जंगल में छोड दिया गया|
बच्चों से पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे इससे कुत्ते का बच्चा समझ कर साथ लेकर घूम रहे थे| गौरतलब है कि प्रतापगढ़ के आस पास काफी जंगल वाला इलाका है, लेकिन ये जंगल धीरे धीरे कम होते जा रहे है| इनमें रहने वाले वन्य जीवों के रहने के ठिकाने सिमट रहे है| इसलिए कभी भोजन की तलाश में तो कभी रास्ता भटक कर वन्य जीव बस्ती क्षेत्र में आ जाते है|
आपको बता दे कि दो दिन पहले भी धरियावद क्षेत्र में एक पेंथर बस्ती क्षेत्र में घुस गया था और एक मासूम को उठा ले गया था| बाद में मासूम का शव जंगल में मिला था| इस प्रकार वन्य जीवो के आबादी क्षेत्र में आने से लोगो में भय का माहौल था|
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