शुक्रवार, 3 जून 2016

बाड़मेर फरियादी को डाल दिया जेल में।रामसर सी आई की दादागिरी।

बाड़मेर फरियादी को डाल दिया जेल में।रामसर सी आई की दादागिरी।

बाड़मेर जिले के रामसर थाना क्षेत्र के पांधी का पार में आपसी रंजिस के चलते दो गुटों के झगडे में बसीर नामक युवक के गहरी चोटे आई।बसीर में वारदात के तुरंत बाद रामसर थाना में मामला दर्ज कराया।बसीर का मेडिकल भी करवाया।जिसमे उसके गंभीर चोटे आना प्रमाणित हुआ।।पुलिस ने इस मामले पे कोई कर्यवाही नही की।वारदात के छत्तीस घण्टे बाद दूसरी पार्टी ने रामसर थाना में मुकदमा दर्ज कराया।उस वक़्त बसीर थाणे में मौजूद था।दूसरी पार्टी का मुकदमा दर्ज हिट सी आई ने बशीर को गिरफ्तार कर लिया।जबकि उसने फरयाद पहले की।उसकी रिपोर्ट पे कार्यवाही नही जबकि सामने वाली पार्टी का मुकदमा दर्ज होते ही परिवादी को ही गिरफतार क्र लिया।इस सम्बन्ध में सी आई मोड़ सिंह से बात की तो उन्होंने बताया की थाना परिसर में दोनो पक्ष उत्पात मैच रहे थे इसीलिए बसीर को 151 में गिरफ्तार किया।सी आई की बात समझ से परे।जब दो पक्ष उत्पात मचा रहे थे तो एक पक्ष की गिरफ़्तारी क्यों।दूसरे पक्ष से गिरफ़्तारी क्यों नही।मामला साफ़ हे।ग्रामीणों का आरोप हे ठाणे वाले चर्चा कर रहे हे ।सौदा तगड़ा हुआ हैं।

पुलिस अधीक्षक को मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए ताकि सच्चाई बाहर आये।।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें