बाड़मेर। चुतरसिंह हत्याकांड की सीबीआई जाँच नही होने तक आर-पार लड़ाई का एलान
बाड़मेर। जैसलमेर पुलिस द्वारा कानून के शासन को प्रजातंत्र की धज्जियां उड़ाई गई है। जिस तरिके से जैसलमर पुलिस ने चुतरसिंह को गोलियों से भून कर मारा है व दो अन्य को गोली बारी से घायल किया है उससे लगता है कि जैसलमेर पुलिस गैरकानूनी काम करने के नये रिकार्ड कायम कर रही है। यह बात चुतरसिंह हत्याकाण्ड संघर्ष समिति के बैनर तले आयोजित सभा में एडवोकेट स्वरूपसिंह राठौड़ ने कही। राठौड़ ने कहा कि जब तक इस प्रकरण की सी.बी.आई. जांच नहीं हो जाती तब तक आन्दोलन जारी रहेगा। जिले के प्रत्येक तहसील मुख्यालय व पंचायत मुख्यालय तक इस आंदोलन को फैलाया जायेगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे बाड़मेर रावत त्रिभुवन सिंह ने कहा कि अन्याय के खिलाफ हमको एक जूट होकर संघर्ष करना है और हम मुख्यमंत्री से सामुहिक मांग करते है कि इस प्रकरण की जांच सी.बी.आई. सौंप कर लोगों के आक्रोष को शांत करे व न्याय करे।
राजेन्द्र सिंह भियांड़ ने कहा कि जैसलमेर पुलिस का कृत्य लोकतंत्र कानून व सविंधान सभी की हत्या है। यह सरकार के उपर बहुत बड़ा कलंक है कि जैसलमेर पुलिस द्वारा निहत्थे नौजवानो के उपर गोलियां बरसाइ गई। दरअसल लोकतंत्र में इस तरह की हत्यायें कतेई सहनीय नहीं है। आज से हम राज्य व्यापी बड़े आन्दोलन का आगाज कर रहे है। जो सी.बी.आई. जांच तक जारी रहेगा।
पूर्व उपप्रधान जोगेन्द्र सिंह रामसर ने कहां कि जैसलमेर पुलिस अधीक्षक इस हत्या काण्ड में सीधे सीधे सामिल है। इनके विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर इनकों शीघ्र गिरफ्तार किया जाये।
जिला परिषद् सदस्य गणतपसिंह तांणू ने कहा कि हम पुलिस के इस अन्याय को कतेई सहन नहीं करेंगे और बाड़मेर जिलेे के गांव-गांव व ढ़ाणी-ढ़ाणी से चुतरसिंह को न्याय दिलाने के लिए व आगामी आंदोलन के लिए शहीदी जत्थे निकलेंगे और इस संघर्ष को करेंगे।
क्षत्रीय युवक संघ के बाड़मेर प्रांत प्रमुख रामसिंह माडपुरा ने कहा कि यह पुलिस के अन्याय की पराकाष्ठा है और जब तक न्याय नहीं मिल जाता तब तक हम इस लड़ाई को राजस्थान के घर घर तक ले जायेंगे व इस हत्याकांड में शामिल पुलिस कर्मियों को भारत के कानून के हिसाब से पूरा दण्ड मिले तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
कार्यक्रम को सम्बोंधित करते हुए स्वरूपसिंह खारा ने कहा कि भारत की न्याय व्यवस्था व कानून व्यवस्था को ताक में रखकर जैसलमेर पुलिस द्वारा जो मौके पर न्याय करने का नया तरीका अपनाया गया है वह देष के लिए बहुत खतरनाक है। हम पश्चिमी सीमा के लोग देष भक्त है और देष के कानून तोड़ने वालो के अन्याय व जुर्म के खिलाफ लड़ते रहेंगे। इस हत्याकाण्ड की शीघ्र सी.बी.आई. जांच हो यह राजस्थान सरकार का फर्ज बनता है।
गिरधरसिंह कोटड़ा ने कार्यक्रम को सम्बोंधित करते हुए कहा कि जैसलमेर पुलिस व एस.पी. द्वारा जो कानून हाथ मे लेकर हत्या की गई है उस हत्या के खिलाफ पूरा बाड़मेर जिला जब तक न्याय नहीं हो जाता है संघर्ष करता रहेगा। यह राजस्थान के इतिहास में ऐसी पहली घटना है।
प्रविण सिंह आगौर ने कहा कि आने वाले समय में हमें इस संघर्ष को ओर ज्यादा तेज करना होगा तभी पुलिस अत्याचार के खिलाफ चुतरसिंह हत्याकाण्ड में हमको न्याय मिल सकता है।
युवा नेता भोमसिंह बलाई ने युवाओं से आह्वान किया कि इस संघर्ष में युवा शक्ति को कंधे से कंधा मिलाकर आंदोलन खड़ा करना है। हमारे युवा साथी की पुलिस द्वारा की गई निर्मम हत्या के न्याय के लिए जब तक सी.बी.आई. जांच नहीं हो जाती तब तक संघर्ष जारी रखना है।
पूर्वछात्र संघ अध्यक्ष रघुवीरसिंह तामलोर ने कहा कि जैसलमेर पुलिस के इस कृत्य को राजस्थान का बच्चा - बच्चा गलत कह रहा है सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि तुरन्त सी.बी.आई. जांच का ऐलान करे और पूरे घटनाक्रम की सच्चाई को सामने लाये। तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
छात्रनेता बांकसिंह महाबार ने कहा कि इस हत्याकाण्ड की जितनी निनदा की जाये उतनी कम है। हम सब एक जूट होकर लड़ेंगे तभी न्याय मिल पायेगा।
हंडवंत सिंह कवास ने कहा कि पुलिस ने पूरी साझिस के साथ इस हत्याकाण्ड को अंजाम दिया है। इतना बड़ा गैरकानूनी काम पुलिस द्वारा किया गया है। राजस्थान के सभ्य नागरिकों के सामने यह हत्याकाण्ड बड़ी चुनौती है कि देष में कानून का राज रहेगा या गुण्डगर्दी का। पुलिस की गुण्डगर्दी की निंदा करते है।
इस अवसर पर छात्रनेता लोकेन्द्रसिंह गोरड़िया, सांगसिंह लुणू, नारायणसिंह इन्द्राई ने भी सम्बोंधित किया।
कार्यक्रम का संचालन महेन्द्रसिंह तारातरा ने किया।
ये रहे उपस्थित:- उपप्रधान मगरसिंह खारा, महावीर सिंह चुली, आजाद सिंह राठौड़, श्यामसिंह रामसर, भीमसिंह बीजड़ियार, जामतसिंह हरसाणी, प्रविणसिंह सोढ़ा, स्वरूपसिंह आगौर, हठेसिंह रामदेरिया, नेपालसिंह तिबणियार, तनवीरसिंह फौगेरा, देवीसिंह इन्द्राई, रतनसिंह उत्तरलाई, जसवंतसिंह आगौर, वी.पी. सिंह आगौर, महेन्द्रसिंह आगौर, जबरसिंह तारातरा, लीलसिंह उण्डखा समेत सैकड़ो लोग उपस्थित रहे।
सभा के पश्चात् उपस्थित सभी लोगों ने काली पट्टी बांधकर बाड़मेर शहर के मुख्य बाजार से कलेक्ट्रेट तक रेली निकाल कर पुलिस अत्याचार के खिलाफ विरोध प्रकट किया। तत् पश्चात् ऐडवोकेट स्वरूपसिंह राठौड़ के नेतृत्व में प्रतिनिधि मण्डल ने मुख्यमंत्री के नाम सी.बी.आई. जांच व पुलिस अधीक्षक जैसलमेर के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग का ज्ञापन अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी. विष्नोई को सौंपा। और साथ ही 48 घंटे में कोई संतोष जनक कार्यवाहीं नही होने पर जिलाव्यापी उग्र आन्दोलन की चेतावनी दी।
बाड़मेर। जैसलमेर पुलिस द्वारा कानून के शासन को प्रजातंत्र की धज्जियां उड़ाई गई है। जिस तरिके से जैसलमर पुलिस ने चुतरसिंह को गोलियों से भून कर मारा है व दो अन्य को गोली बारी से घायल किया है उससे लगता है कि जैसलमेर पुलिस गैरकानूनी काम करने के नये रिकार्ड कायम कर रही है। यह बात चुतरसिंह हत्याकाण्ड संघर्ष समिति के बैनर तले आयोजित सभा में एडवोकेट स्वरूपसिंह राठौड़ ने कही। राठौड़ ने कहा कि जब तक इस प्रकरण की सी.बी.आई. जांच नहीं हो जाती तब तक आन्दोलन जारी रहेगा। जिले के प्रत्येक तहसील मुख्यालय व पंचायत मुख्यालय तक इस आंदोलन को फैलाया जायेगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे बाड़मेर रावत त्रिभुवन सिंह ने कहा कि अन्याय के खिलाफ हमको एक जूट होकर संघर्ष करना है और हम मुख्यमंत्री से सामुहिक मांग करते है कि इस प्रकरण की जांच सी.बी.आई. सौंप कर लोगों के आक्रोष को शांत करे व न्याय करे।
राजेन्द्र सिंह भियांड़ ने कहा कि जैसलमेर पुलिस का कृत्य लोकतंत्र कानून व सविंधान सभी की हत्या है। यह सरकार के उपर बहुत बड़ा कलंक है कि जैसलमेर पुलिस द्वारा निहत्थे नौजवानो के उपर गोलियां बरसाइ गई। दरअसल लोकतंत्र में इस तरह की हत्यायें कतेई सहनीय नहीं है। आज से हम राज्य व्यापी बड़े आन्दोलन का आगाज कर रहे है। जो सी.बी.आई. जांच तक जारी रहेगा।
पूर्व उपप्रधान जोगेन्द्र सिंह रामसर ने कहां कि जैसलमेर पुलिस अधीक्षक इस हत्या काण्ड में सीधे सीधे सामिल है। इनके विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर इनकों शीघ्र गिरफ्तार किया जाये।
जिला परिषद् सदस्य गणतपसिंह तांणू ने कहा कि हम पुलिस के इस अन्याय को कतेई सहन नहीं करेंगे और बाड़मेर जिलेे के गांव-गांव व ढ़ाणी-ढ़ाणी से चुतरसिंह को न्याय दिलाने के लिए व आगामी आंदोलन के लिए शहीदी जत्थे निकलेंगे और इस संघर्ष को करेंगे।
क्षत्रीय युवक संघ के बाड़मेर प्रांत प्रमुख रामसिंह माडपुरा ने कहा कि यह पुलिस के अन्याय की पराकाष्ठा है और जब तक न्याय नहीं मिल जाता तब तक हम इस लड़ाई को राजस्थान के घर घर तक ले जायेंगे व इस हत्याकांड में शामिल पुलिस कर्मियों को भारत के कानून के हिसाब से पूरा दण्ड मिले तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
कार्यक्रम को सम्बोंधित करते हुए स्वरूपसिंह खारा ने कहा कि भारत की न्याय व्यवस्था व कानून व्यवस्था को ताक में रखकर जैसलमेर पुलिस द्वारा जो मौके पर न्याय करने का नया तरीका अपनाया गया है वह देष के लिए बहुत खतरनाक है। हम पश्चिमी सीमा के लोग देष भक्त है और देष के कानून तोड़ने वालो के अन्याय व जुर्म के खिलाफ लड़ते रहेंगे। इस हत्याकाण्ड की शीघ्र सी.बी.आई. जांच हो यह राजस्थान सरकार का फर्ज बनता है।
गिरधरसिंह कोटड़ा ने कार्यक्रम को सम्बोंधित करते हुए कहा कि जैसलमेर पुलिस व एस.पी. द्वारा जो कानून हाथ मे लेकर हत्या की गई है उस हत्या के खिलाफ पूरा बाड़मेर जिला जब तक न्याय नहीं हो जाता है संघर्ष करता रहेगा। यह राजस्थान के इतिहास में ऐसी पहली घटना है।
प्रविण सिंह आगौर ने कहा कि आने वाले समय में हमें इस संघर्ष को ओर ज्यादा तेज करना होगा तभी पुलिस अत्याचार के खिलाफ चुतरसिंह हत्याकाण्ड में हमको न्याय मिल सकता है।
युवा नेता भोमसिंह बलाई ने युवाओं से आह्वान किया कि इस संघर्ष में युवा शक्ति को कंधे से कंधा मिलाकर आंदोलन खड़ा करना है। हमारे युवा साथी की पुलिस द्वारा की गई निर्मम हत्या के न्याय के लिए जब तक सी.बी.आई. जांच नहीं हो जाती तब तक संघर्ष जारी रखना है।
पूर्वछात्र संघ अध्यक्ष रघुवीरसिंह तामलोर ने कहा कि जैसलमेर पुलिस के इस कृत्य को राजस्थान का बच्चा - बच्चा गलत कह रहा है सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि तुरन्त सी.बी.आई. जांच का ऐलान करे और पूरे घटनाक्रम की सच्चाई को सामने लाये। तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
छात्रनेता बांकसिंह महाबार ने कहा कि इस हत्याकाण्ड की जितनी निनदा की जाये उतनी कम है। हम सब एक जूट होकर लड़ेंगे तभी न्याय मिल पायेगा।
हंडवंत सिंह कवास ने कहा कि पुलिस ने पूरी साझिस के साथ इस हत्याकाण्ड को अंजाम दिया है। इतना बड़ा गैरकानूनी काम पुलिस द्वारा किया गया है। राजस्थान के सभ्य नागरिकों के सामने यह हत्याकाण्ड बड़ी चुनौती है कि देष में कानून का राज रहेगा या गुण्डगर्दी का। पुलिस की गुण्डगर्दी की निंदा करते है।
इस अवसर पर छात्रनेता लोकेन्द्रसिंह गोरड़िया, सांगसिंह लुणू, नारायणसिंह इन्द्राई ने भी सम्बोंधित किया।
कार्यक्रम का संचालन महेन्द्रसिंह तारातरा ने किया।
ये रहे उपस्थित:- उपप्रधान मगरसिंह खारा, महावीर सिंह चुली, आजाद सिंह राठौड़, श्यामसिंह रामसर, भीमसिंह बीजड़ियार, जामतसिंह हरसाणी, प्रविणसिंह सोढ़ा, स्वरूपसिंह आगौर, हठेसिंह रामदेरिया, नेपालसिंह तिबणियार, तनवीरसिंह फौगेरा, देवीसिंह इन्द्राई, रतनसिंह उत्तरलाई, जसवंतसिंह आगौर, वी.पी. सिंह आगौर, महेन्द्रसिंह आगौर, जबरसिंह तारातरा, लीलसिंह उण्डखा समेत सैकड़ो लोग उपस्थित रहे।
सभा के पश्चात् उपस्थित सभी लोगों ने काली पट्टी बांधकर बाड़मेर शहर के मुख्य बाजार से कलेक्ट्रेट तक रेली निकाल कर पुलिस अत्याचार के खिलाफ विरोध प्रकट किया। तत् पश्चात् ऐडवोकेट स्वरूपसिंह राठौड़ के नेतृत्व में प्रतिनिधि मण्डल ने मुख्यमंत्री के नाम सी.बी.आई. जांच व पुलिस अधीक्षक जैसलमेर के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग का ज्ञापन अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी. विष्नोई को सौंपा। और साथ ही 48 घंटे में कोई संतोष जनक कार्यवाहीं नही होने पर जिलाव्यापी उग्र आन्दोलन की चेतावनी दी।
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