शुक्रवार, 3 जून 2016

बाड़मेर जनप्रतिनिधि करेंगे प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का शुभारंभ



बाड़मेर

जनप्रतिनिधि करेंगे प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का शुभारंभ


बाड़मेर, 3 जून। मातृ व शिशु मृत्युदर में कमी लाने के उद्धेश्य से 9 जून

को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस अभियान का शुभारंभ जनप्रतिनिधियों

द्वारा किया जायेगा। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में विशेषकर

गर्भवती महिलाओं को चिकित्सकों व स्त्रीरोग विशेषज्ञों की देखरेख में

प्रसवपूर्व स्वास्थ्य जांच एवं परामर्श की निःशुल्क सेवाएं उपलब्ध कराई

जायेंगी।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुनील कुमार सिंह बिष्ट ने

बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस के आयोजन में विशेष गंभीरता

बरतकर इसका लाभ गर्भवती महिलाओं को सुलभ कराये। गर्भवती के लिए खून की

जांच, पेशाब की जांच, रक्तचाप, शुगर इत्यादि जांचों सहित आवश्यक औषधियां

की निशुल्क सेवाएं उपलब्ध करायी जायेंगी।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस अभियान मे जिला

एवं उपजिला अस्पताल तथा सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों व प्राथमिक

स्वास्थ्य केन्द्रों पर शुभारंभ जनप्रतिनिधियों से करवाया जायें। हर माह

की 9 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस अभियान का आयोजन किया

जायेगा। आषा सहयोगिनी व एएनएम की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रधानमंत्री

सुरक्षित मातृत्व दिवस अभियान के आयोजन से गर्भावस्था एवं प्रसव के दौरान

विशेषरूप से जटिल खतरों वाली संभावित गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य संबल

मिलेगा।




पोषण दिवस 5 जून को, बच्चों को टिफिन वितरित
बाड़मेर, 3 जून। समुदाय आधारित कुपोषण प्रबंधन (सीमेम) कार्यक्रम के तहत्

5 जून को चयनित उपस्वास्थ्य केन्द्रों पर पोषण दिवस आयोजित किये जायेंगे।

सीएमएचओ डॉ. सुनील कुमार सिंह बिष्ट ने बताया कि 14 फरवरी तक 8वें पोषण

दिवस पर कुपोषण मुक्त श्रेणी में दर्ज बच्चों का 5 जून को पोषण दिवस

आयोजित होगा। इससे पूर्व जिले के चौहटन ब्लॉक में 407, बालोतरा ब्लॉक में

588 तथा सिवाना में 288 कुल 1283 बच्चों को टिफिन वितरित करवाये जायेंगे।

उन्होंने बताया कि समुदाय आधारित कुपोषण कार्यक्रम सीमेम में शामिल

बच्चों के स्वास्थ्य में लगातार सुधार हुआ है। इसके बाद शेष रहे बच्चों

का 14 फरवरी के बाद स्वास्थ्य जांच का अंतिम ‘पोषण दिवस‘ 3 जुलाई को

आयोजित किया जायेगा। उन्होंने पोषण दिवस में प्रत्येक लक्षित बच्चे की

भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु पोषण पहरियों एवं अन्य कार्मिकों की

जिम्मेदारी तय करने एवं गंभीरतापूर्वक दिवस गतिविधियां आयोजित करने के

निर्देश दिये।




लू-तापघात में महिलायें, बच्चे व वृद्व रखें विशेष ध्यान




बाड़मेर, 3 जून। लू-तापघात व अधिक गर्मी के कारण महिलायें, बच्चे व वृद्व

विशेष सतर्कता बरतें। घर से बाहर निकलते समय तेज धूप में छाते का उपयोग

अथवा कपड़े से सिर को ढक कर निकलें। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी

डॉ. सुनील कुमार सिंह बिष्ट ने बताया कि जनसाधारण को लू-तापघात से बचाव

एवं उपचार हेतु जानकारी समय-समय पर प्रसारित करने एवं लू-तापघात के

रोगियों को समुचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिये सभी चिकित्सा

प्रभारियों को निर्देश जारी किये गये हैं। लू व तापघात के लक्षणों में

सिर का भारीपन व सिरदर्द, अधिक प्यास लगना व थकावट, जी मचलाना, सिर

चकराना व शरीर का तापमान अत्यधिक (105 एफ या अधिक) हो जाना व पसीना आना

बंद होना, मुॅह का लाल हो जाना व त्वचा का सूखा होना, अत्यधिक प्यास का

लगना बेहोशी जैसी स्थिति का होना आदि शामिल है। लू-तापघात से कुपोषित

बच्चे, वृद्ध, गर्भवती महिलायें, श्रमिक आदि शीघ्र प्रभावित हो सकते है।

तेज धूप में निकलना आवश्यक हो तो ताजा भोजन करके उचित मात्रा में ठंडे जल

का सेवन करके बाहर निकलना चाहिए। थोड़े अंतराल के पश्चात ठंडे पानी, शीतल

पेय, छाछ, ताजा फलों का रस का सेवन करने, तेज धूप में छाते का उपयोग अथवा

कपड़े से सिर व बदन को ढ़ककर रखने एवं श्रमिकों के कार्यस्थल पर छाया एवं

पानी का पूर्ण प्रबन्ध रखना आवश्यक है।

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