शनिवार, 4 जून 2016

87 साल की उम्र में पानी के लिए यूं पहाड़ी से उतरना-चढ़ना पड़ता है

87 साल की उम्र में पानी के लिए यूं पहाड़ी से उतरना-चढ़ना पड़ता है


जयपुर।राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा समेत देश के कई राज्य ऐसे हैं, जहां गांवों में आज भी पानी के लिए लोगों को जान जोखिम में डालनी पड़ रही है। गर्मी में इन गांवों में भीषण हालात बने हुए हैं। महिलाएं 20 से 30 फीट गहरे कच्चे कुएं में लटककर बर्तनों में पानी भर रही हैं तो बच्चों की छुट्‌टियां तो पानी के लिए बाल्टी-बर्तन को कंधों पर उठाने में ही बीत रही हैं।ऐसे हैं हालात...
झालावाड़(राजस्थान) के चंगेरी गांव की 87 वर्षीय खानी बाई पानी लाने रोज यूं पहाड़ी से गुजरती हैं।

- कमज़ोर कुंए में लटकने के लिए थोड़ी सी जगह बना ली है और उसमे लडकियां जान जोखिम में डालकर खड़ी हो जाती हैं।
- जिस पतले से पत्थर पर वे खड़ी होती हैं, यदि वो टूट जाए तो उनकी जान भी जा सकती है।
-ये सब कुछ एक बाल्टी पानी के लिए किया जा रहा है।
- राजस्थान के अजमेर में कुछ गांव ऐसे भी हैं जहां बच्चों की गर्मी की छुट्टियां मस्ती के लिए नहीं, पानी के जुगत में ही गुजर रही है।
- यहां बच्चों को कई-कई किलोमीटर दूर से अपने कंधों पर पानी लाना पड़ रहा है।
- उधर उदयपुर में ज्यादातर गांवों में पानी का स्तर काफी नीचे चला गया। ऐसे में कुएं सूख गए और एक-एक कुएं पर बड़ी संख्या में बाल्टियां लेकर महिलाएं इकट्ठा हो रही हैं।

                                                 (राजस्थान के उदयपुर का हाल)
राजस्थान के उदयपुर का हाल।

( उदयपुर का एक कच्चा कुआं, जहां यूं जोखिम में डाली जाती है जान)
उदयपुर का एक कच्चा कुआं, जहां यूं जोखिम में डाली जाती है जान।


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