सोमवार, 2 मई 2016

राख के ढेर में हड्डियां : देवर-ससुर ने ही हत्या कर जलाया था शव



उदयपुर.निर्ममता :
राख के ढेर में हड्डियां : देवर-ससुर ने ही हत्या कर जलाया था शव


फलासिया थाना क्षेत्र के निचली सिगरी में आठ दिन पहले राख में हड्डियां मिलने का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है। हड्डियां नानूड़ी पत्नी जगदीश की ही थीं, जिसे उसके ससुर और देवर ने हत्या के बाद घर में ही जला दिया था।

पुलिस ने आरोपित लखमाराम पुत्र थावरा राम बराण्डा और उसके बेटे राजमल को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों जुर्म कबूल कर चुके हैं। उनका कहना है कि नानूड़ी की दिमागी हालत कमजोर थी, लेकिन वह जमीन के विवाद के चलते उनसे आए दिन झगड़ा करती थी। घटना वाली रात भी ऐसा ही हुआ था।

आरोपियों को सोमवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा। जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने बताया कि झाड़ोल डीएसपी भोमाराम के नेतृत्व में बनी अनुसंधान टीम में झाड़ोल सीआई वृद्धिचंद गुर्जर, फलासिया थानाधिकारी दलपत सिंह व एएसआई गेहरीलाल शामिल थे।

आरोपितों के हवाले से पुलिस ने बताया कि मानिसक रूप से कमजोर नानूड़ी को इलाज के दौरान बिजली के शॉक भी लगवाए गए थे। वह घर के कामकाज संभाल लेती थी, लेकिन छोटे-बड़े विवाद पर उग्र हो जाती थी।

गत 23 अप्रेल की रात भी जमीन के विवाद को लेकर नानूड़ी बिफर गई थी। एकबारगी झगड़ा शांत हुआ, लेकिन तड़के चार बजे के आसपास वह देवर राजमल से गाली-गलौज करने लगी। गुस्से में राजमल ने उसके सिर पर लाठी दे मारी।

जमीन पर गिरी नानूड़ी की चीख-पुकार बंद करने के लिए उसका गला घोट दिया। महिला की मौत हो गई। तभी राजमल का पिता लखमा भी आ गया। दोनों ने शव को ठिकाने लगाने के लिए कपड़े के झोले में डाला और अपने दूसरे मकान के पास डागले के नीचे रखकर परिसर में आग लगाकर चले गए।

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