बाड़मेर, प्रत्येक माह की 9 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस
बाड़मेर, 27 मई। मातृ व शिशु मृत्युदर में कमी लाने के उद्धेश्य से
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशानुसार प्रदेश में प्रधानमंत्री
सुरक्षित मातृत्व दिवस अभियान संचालित किया जायेगा एवं इसके तहत्
प्रत्येक माह की 9 तारीख को जिला अस्पतालों से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य
केन्द्रों में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस दिवस आयोजित किये
जायेंगे। अभियान का शुभारंभ 9 जून को किया जायेगा एवं विशेषकर गर्भवती
महिलाओं को चिकित्सकों व स्त्रीरोग विशेषज्ञों की देखरेख में प्रसवपूर्व
स्वास्थ्य जांच एवं परामर्श की निःशुल्क सेवाएं उपलब्ध कराई जायेंगी।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक श्री नवीन जैन ने शुक्रवार को
वीडियो क्रान्फ्रेंसिंग में समस्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य
अधिकारियों सहित संबंधित अधिकारियों को 9 जनू से प्रारंभ होने वाले
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस अभियान के आयोजन संबंधी आवश्यक
दिशा-निर्देश दिये।
उन्होंने बताया कि समस्त प्राथमिक, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा
जिला, उपजिला एवं सैटेलाईट अस्पताल गर्मियों में 1 अप्रैल से 30 सितम्बर
तक में प्रातः 8 से 2 बजे तक एवं सर्दियों में 1 अक्टूबर से 31 मार्च तक
प्रातः 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस
क्लिनिक संचालित कर सेवाएं सुनिश्चित की जायें। उन्होंने बताया कि 9
तारीख को रविवार होने अथवा राजकीय अवकाश होने की स्थिति में अगले
कार्यदिवस को यह दिवस आयोजित किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि गर्भवती के
लिए खून की जांच, पेशाब की जांच, रक्तचाप, शुगर इत्यादि जांचों सहित
आवश्यक औषधियां की निशुल्क सेवाएं उपलब्ध करायी जायेंगी।
1 जून से बेटी जन्म पर मुख्यमंत्री राजश्री योजना
मिशन निदेशक ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जानकारी दी कि माननीय
मुख्यमंत्री द्वारा घोषित बजट 2016-17 में घोषित मुख्यमंत्री राजश्री
योजना प्रदेशभर में 1 जून से लागू की जायेगी। उन्होंने बताया कि 31 मई
2016 की रात 12 बजे से पूर्व राजकीय चिकित्सालय एवं जेएसवाई पंजीकृत
चिकित्सालयों में जन्म लेने वाली बच्चियों के जन्म पर पूर्व में संचालित
शुभलक्ष्मी योजना के तहत् देय प्रथम किश्त 2100 रुपये ऑनलाईन माता को देय
होंगे। इससे पूर्व जन्मी समस्त बच्चियों को शुभ लक्ष्मी योजना की शेष रही
किश्तों का भुगतान पूर्वानुसार ही ऑनलाईन देय होगा। उन्होंने बताया कि 1
जून से जन्मी बच्चियों को राजश्री योजना के तहत् चैक के द्वारा माता के
नाम प्रथम किश्त 2500 रुपये की संबंधित चिकित्सा केन्द्र द्वारा दी
जायेगी। बच्ची की आयु 1 वर्ष होने व सम्पूर्ण टीकाकरण होने पश्चात् 2500
रुपये की द्वितीय किश्त भी चैक द्वारा ममता कार्ड के आधार पर जारी की
जायेगी। उन्होंने इस कार्य में गंभीरता बरतने के निर्देश हुए कहा कि शिशु
जन्म पर देय जननी सुरक्षा योजना का लाभ यथावत् ऑनलाईन ओजस सॉफ्टवेयर के
माध्यम से ही देय होगा।
श्री जैन ने बताया कि राजश्री योजना का लाभ मात्र राजस्थान प्रदेश की मूल
निवासी प्रसूताओं को ही देय होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि योजना में देय
अन्य किश्तों का भुगतान महिला एवं बाल विकास द्वारा नियमानुसार किया
जायेगा।
सीमेम कार्यक्रम का पोषण दिवस 5 जून को
मिशन निदेशक ने बताया कि प्रदेश में एसीएफ, यूनीसेफ एवं गेन संस्थानों
के तकनीकी सहयोग से 13 जिलों में संचालित समुदाय आधारित कुपोषण प्रबंधन
(सीमेम) कार्यक्रम के तहत् 5 जून को चयनित उपस्वास्थ्य केन्द्रों पर पोषण
दिवस आयोजित किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि 14 फरवरी तक 8वें पोषण दिवस
पर कुपोषण मुक्त श्रेणी में दर्ज बच्चों का 5 जून को पोषण दिवस आयोजित
होगा। इस दिन निगरानी में चल रहे लगभग 7 हजार 500 बच्चों के स्वास्थ्य की
अंतिम जांच की जायेगी। उन्होंने बताया कि 14 फरवरी के बाद निगरानी में
चले रहे शेष 1 हजार 600 बच्चों की स्वास्थ्य जांच का अंतिम ‘पोषण दिवस‘ 3
जुलाई को आयोजित किया जायेगा। उन्होंने पोषण दिवस में प्रत्येक लक्षित
बच्चे की भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु पोषण पहरियों एवं अन्य कार्मिकों
की जिम्मेदारी तय करने एवं गंभीरतापूर्वक दिवस गतिविधियां आयोजित करने के
निर्देश दिये।
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मिशन इन्द्रधुनष’’ के तहत तीसरे चरण में 7 जून से होगा टीकाकरण
बाड़मेर, 27 मई। शिशु मृत्यु दर पर प्रभावी रोकथाम करने की दृष्टि से
प्रदेश के 13 जिलों में ‘‘मिशन इन्द्रधनुष’’ के तीसरे चरण के तहत 7 जून
से अभियान संचालित कर नियमित टीकाकरण कार्यक्रम से शेष रहे शत-प्रतिशत
बचो का टीकाकरण के लक्ष्य अर्जित किये जायेंगे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुनील कुमार सिंह बिष्ट ने
बताया कि मिशन इंद्रधनुष के सकारात्मक परिणाम सामने आये हैं। ‘‘मिशन
इन्द्रधनुष’’ अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन के लिये विभागीय तैयारियां
अंतिम चरण में हैं। अभियान के तहत प्रदेश के धौलपुर, करौली,सवाईमाधोपुर,
बूंदी, टोंक, जयपुर,जोधपुर, बाड़मेर, नागौर, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़ एवं अलवर
जिलों में 7 जून से 13 जून तक संचालित कर शहरी कच्ची बस्तियों, घुमक्कड़
परिवार,ईंट भट्टों एवं नव निर्माणाधीन भवनों पर कार्यरत मजदूरों के
बच्चे, दूर दराज के गांव, ढाणियों तथा एएनएम रहित गांवों में नियमित
टीकाकरण से शेष रह रहे 2 वर्ष तक के बच्चों व गर्भवती महिलाओं के
निर्धारित समस्त टीके लगाये जायेंगे।
तीसरे चरण में टीकाकरण से छूटे बच्चों का चतुर्थ चरण में आवश्यक रूप से
टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए विशेष कार्ययोजना बनाई जा रही है।
उन्होंने बताया कि एएनएम एवं आशासहयोगिनियों के माध्यम से क्षेत्र का सघन
सर्वे कार्य यथाशीघ्र कराकर टीकाकरण योग्य बालकों की सूची तैयार की जा
रही है।
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