15 PHOTOS: भारत के सबसे बड़े रेड लाइट एरिया में ऐसी है महिलाओं की LIFE
कोलकाता.भारत और एशिया के सबसे बड़े रेड लाइट एरिया में औरतों की लाइफ कैसी है? वे किस तरह काम के बाद अपने बच्चों के साथ वक्त बिताती हैं और कैसे मेकअप करके ग्राहकों का इंतजार करती हैं? इन सवालों का जवाब तलाशती एक फोटो सीरीज इंटरनेट पर वायरल हो रही हैं। क्या कहती हैं यहां काम करने वाली महिलाएं....
कोलकाता के पश्चिमी हिस्से में स्थित सोनागाछी को एशिया का सबसे बड़ा रेड लाइट एरिया कहा जाता है। एक अनुमान के मुताबिक, यहां करीब 14 हजार महिलाएं इस प्रोफेशन में हैं। इनमें काफी संख्या नाबालिग लड़कियों की भी है। हर साल यहां आने वाली नई महिलाओं की संख्या करीब एक हजार होती है।
यहां की कई महिलाएं ट्रैफिकिंग की शिकार होकर इस प्रोफेशन में पहुंची हैं, तो कई ने खुद ही इसे चुना है। एक अंग्रेजी वेबसाइट से बात करते हुए यहां काम करने वाली बैशाखी बताती हैं कि वे पहले घरेलू नौकरानी का काम करती थीं। तब करीब डेढ़ हजार रुपए महीने कमा पाती थी, लेकिन अब करीब 16 हजार रुपए तक कमाई हो जाती है।
30 साल की वीणा बताती हैं कि वे करीब 7 साल तक अपने पति के साथ शादीशुदा जिंदगी में रहीं। उनका पति शराबी था। वह उसे रोज मारता-पीटता था,लेकिन अपनी बेटी की लाइफ को देखते हुए उसके साथ रहती थी। अब वह पति को छोड़ चुकी है और इस प्रोफेशन में आकर खुश है। उसने बताया कि एक कस्टमर से उसे प्यार भी हो गया।
कोलकाता.भारत और एशिया के सबसे बड़े रेड लाइट एरिया में औरतों की लाइफ कैसी है? वे किस तरह काम के बाद अपने बच्चों के साथ वक्त बिताती हैं और कैसे मेकअप करके ग्राहकों का इंतजार करती हैं? इन सवालों का जवाब तलाशती एक फोटो सीरीज इंटरनेट पर वायरल हो रही हैं। क्या कहती हैं यहां काम करने वाली महिलाएं....
कोलकाता के पश्चिमी हिस्से में स्थित सोनागाछी को एशिया का सबसे बड़ा रेड लाइट एरिया कहा जाता है। एक अनुमान के मुताबिक, यहां करीब 14 हजार महिलाएं इस प्रोफेशन में हैं। इनमें काफी संख्या नाबालिग लड़कियों की भी है। हर साल यहां आने वाली नई महिलाओं की संख्या करीब एक हजार होती है।
यहां की कई महिलाएं ट्रैफिकिंग की शिकार होकर इस प्रोफेशन में पहुंची हैं, तो कई ने खुद ही इसे चुना है। एक अंग्रेजी वेबसाइट से बात करते हुए यहां काम करने वाली बैशाखी बताती हैं कि वे पहले घरेलू नौकरानी का काम करती थीं। तब करीब डेढ़ हजार रुपए महीने कमा पाती थी, लेकिन अब करीब 16 हजार रुपए तक कमाई हो जाती है।
30 साल की वीणा बताती हैं कि वे करीब 7 साल तक अपने पति के साथ शादीशुदा जिंदगी में रहीं। उनका पति शराबी था। वह उसे रोज मारता-पीटता था,लेकिन अपनी बेटी की लाइफ को देखते हुए उसके साथ रहती थी। अब वह पति को छोड़ चुकी है और इस प्रोफेशन में आकर खुश है। उसने बताया कि एक कस्टमर से उसे प्यार भी हो गया।
कुछ महिलाओं ने अपनी अगली पीढ़ी की जिंदगी बेहतर करने के इरादे से इस प्रोफेशन को चुना है। दास नाम से जानी जाने वाली एक ऐसी ही महिला ने कहा- 'मेरे दोनों बच्चों ने अपनी पढ़ाई पूरी कर ली है और अब नौकरी भी करता है। क्या मैं घर पर बैठी रहती तो मैं उसकी फीस दे पाती? सोेसाइटी को हमारी निंदा करने से पहले खुद के बारे में सोचना चाहिए। क्या हमें किसी ने अच्छी नौकरी दी?'
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