'ग्रामोदय से भारत उदय अभियान' की शुरुआत करेंगे PM
देश में दलितो की संख्या को देखते हुये भाजपा की अपनी दलित समर्थक छवि को निखारने की कोशिश माना जा रहा है। हाल ही में रोहित वेमुला की आत्महत्या के बाद दलितो में भाजपा विरोधी उभार देखा गया था। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी गुरुवार को ‘ग्रामोदय से भारत उदय अभियान’ की शुरुआत करेंगे। इसे प्रधानमंत्री मोदी की अगले साल हो रहे उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले दलितो को साधने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। इस अभियान से उसे अपने पक्ष में मोड़ने की कोशिश की जा रही है।
इसी कारण से इसकी शुरुआत भीमराव अंबेडकर के 125वीं जयंती के दिन उनके जन्मस्थान मध्यप्रदेश के महू से शुरु किया जा रहा है। इस 10 दिवसीय देशव्यापी अभियान को गांवों तक ही सीमित रखा गया है। महू के अंबेडकर नगर स्थित अंबेडकर स्मारक परिसर में भव्य समारोह होगा, इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी देशव्यापी ‘ग्रामोदय से भारत उदय अभियान’ का शुभारंभ करेंगे। यह अभियान 14 से 24 अप्रैल तक चलेगा, मगर प्रदेश में यह अभियान 14 अप्रैल से 31 मई तक जारी रहेगा।
विपक्ष ने की तीखी टिप्पणी
कांग्रेस के मध्यप्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुये कहा, “केंद्र सरकार द्वारा शुरू किया जा रहा अभियान ग्रामोदय और भारत उदय नहीं, बल्कि ‘ग्राम अस्त और भारत अस्त अभियान’ है। ऐसा इसलिए क्योंकि वर्तमान केंद्र सरकार और मध्य प्रदेश सरकार ने पंचायतों से अधिकार छीन कर उसे अधिकार विहीन कर दिया है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि, “मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया, अच्छे दिन, स्वच्छ भारत अभियान के लोकलुभावन नारों को जनता समझ चुकी है। गांव का जल, जंगल और जमीन कंपनियों को सौंप रहे हैं, जिसके चलते गांव में नाराजगी चरम पर है। इन हालातों में दूसरी क्रांति जन्म न लें सके, इस मकसद से यह अभियान शुरू किया जा रहा है। दूसरी ओर गांव और दलितों में अपनी राजनीतिक पकड़ मजबूत करने की जुगत भी है।”
देश का कायापलट होगा: शिवराज
विपक्षी दल भले ही इस अभियान को राजनीतिक चश्मे से देख रहे हैं, मगर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसे गांवों के सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन का सम्पूर्ण अभियान बताया है। उन्होंने कहा है कि इस अभियान में सभी के सहयोग और सहभागिता से ग्रामीण मध्य प्रदेश और देश का कायापलट हो जाएगा।
आयोजन के लिए गीत तैयार किया गया
इस आयोजन को लेकर राज्य सरकार ने एक गीत तैयार कराया है। मुख्यमंत्री चौहान ने बुधवार को भोपाल में आयोजित एक समारोह में इस गीत को जारी किया। गीत को लिखा है वरिष्ठ पत्रकार महेश श्रीवास्तव ने और स्वर दिया है कुमार शानू ने।
तैयारियों को लिया जायजा
इस बीच चौहान बुधवार शाम महू पहुंचे, जहां उन्होंने आयोजन की तैयारियों का जायजा लिया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मोदी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जो महू आकर डॉ. अंबेडकर को श्रद्धासुमन अर्पित करने वाले हैं।
पीएम करेंगे आयोजन का शुभारंभ
14 अप्रैल, 2016 को माननीय प्रधान मंत्रीजी मध्य प्रदेश के मऊ से ग्राम उदय से भारत उदय अभियान का शुभारंभ करेंगे। 24 अप्रैल, 2016 को माननीय प्रधान मंत्रीजी जमशेदपुर से देश की सभी ग्राम सभाओं को संबोधित करेंगे, जिसे देश के सभी गांवों में लाइव टेलेकास्ट और एयर किया जायेगा, जहां ग्रामीण एकत्रित होकर माननीय प्रधानमंत्रीजी के उद्बोधन को सुनेंगे।
- स्थानीय आर्थिक विकास के लिए ग्राम पंचायत विकास योजनाएं,
- पंचायती राज संस्थाओं को प्रदाय राशि का ठीक उपयोग हेतु उपलब्ध निधियां
- स्वच्छ पेयजल एवं स्वच्छता
- ग्राम एवं ग्रामीण विकास में महिलाओं की भूमिका
- अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जन जातियों, दिव्यांग व अन्य हाशिए पर के वर्गों के कल्याण सहित सामाजिक समावेशन
देश में दलितो की संख्या को देखते हुये भाजपा की अपनी दलित समर्थक छवि को निखारने की कोशिश माना जा रहा है। हाल ही में रोहित वेमुला की आत्महत्या के बाद दलितो में भाजपा विरोधी उभार देखा गया था। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी गुरुवार को ‘ग्रामोदय से भारत उदय अभियान’ की शुरुआत करेंगे। इसे प्रधानमंत्री मोदी की अगले साल हो रहे उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले दलितो को साधने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। इस अभियान से उसे अपने पक्ष में मोड़ने की कोशिश की जा रही है।
इसी कारण से इसकी शुरुआत भीमराव अंबेडकर के 125वीं जयंती के दिन उनके जन्मस्थान मध्यप्रदेश के महू से शुरु किया जा रहा है। इस 10 दिवसीय देशव्यापी अभियान को गांवों तक ही सीमित रखा गया है। महू के अंबेडकर नगर स्थित अंबेडकर स्मारक परिसर में भव्य समारोह होगा, इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी देशव्यापी ‘ग्रामोदय से भारत उदय अभियान’ का शुभारंभ करेंगे। यह अभियान 14 से 24 अप्रैल तक चलेगा, मगर प्रदेश में यह अभियान 14 अप्रैल से 31 मई तक जारी रहेगा।
विपक्ष ने की तीखी टिप्पणी
कांग्रेस के मध्यप्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुये कहा, “केंद्र सरकार द्वारा शुरू किया जा रहा अभियान ग्रामोदय और भारत उदय नहीं, बल्कि ‘ग्राम अस्त और भारत अस्त अभियान’ है। ऐसा इसलिए क्योंकि वर्तमान केंद्र सरकार और मध्य प्रदेश सरकार ने पंचायतों से अधिकार छीन कर उसे अधिकार विहीन कर दिया है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि, “मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया, अच्छे दिन, स्वच्छ भारत अभियान के लोकलुभावन नारों को जनता समझ चुकी है। गांव का जल, जंगल और जमीन कंपनियों को सौंप रहे हैं, जिसके चलते गांव में नाराजगी चरम पर है। इन हालातों में दूसरी क्रांति जन्म न लें सके, इस मकसद से यह अभियान शुरू किया जा रहा है। दूसरी ओर गांव और दलितों में अपनी राजनीतिक पकड़ मजबूत करने की जुगत भी है।”
देश का कायापलट होगा: शिवराज
विपक्षी दल भले ही इस अभियान को राजनीतिक चश्मे से देख रहे हैं, मगर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसे गांवों के सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन का सम्पूर्ण अभियान बताया है। उन्होंने कहा है कि इस अभियान में सभी के सहयोग और सहभागिता से ग्रामीण मध्य प्रदेश और देश का कायापलट हो जाएगा।
आयोजन के लिए गीत तैयार किया गया
इस आयोजन को लेकर राज्य सरकार ने एक गीत तैयार कराया है। मुख्यमंत्री चौहान ने बुधवार को भोपाल में आयोजित एक समारोह में इस गीत को जारी किया। गीत को लिखा है वरिष्ठ पत्रकार महेश श्रीवास्तव ने और स्वर दिया है कुमार शानू ने।
तैयारियों को लिया जायजा
इस बीच चौहान बुधवार शाम महू पहुंचे, जहां उन्होंने आयोजन की तैयारियों का जायजा लिया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मोदी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जो महू आकर डॉ. अंबेडकर को श्रद्धासुमन अर्पित करने वाले हैं।
पीएम करेंगे आयोजन का शुभारंभ
14 अप्रैल, 2016 को माननीय प्रधान मंत्रीजी मध्य प्रदेश के मऊ से ग्राम उदय से भारत उदय अभियान का शुभारंभ करेंगे। 24 अप्रैल, 2016 को माननीय प्रधान मंत्रीजी जमशेदपुर से देश की सभी ग्राम सभाओं को संबोधित करेंगे, जिसे देश के सभी गांवों में लाइव टेलेकास्ट और एयर किया जायेगा, जहां ग्रामीण एकत्रित होकर माननीय प्रधानमंत्रीजी के उद्बोधन को सुनेंगे।
- स्थानीय आर्थिक विकास के लिए ग्राम पंचायत विकास योजनाएं,
- पंचायती राज संस्थाओं को प्रदाय राशि का ठीक उपयोग हेतु उपलब्ध निधियां
- स्वच्छ पेयजल एवं स्वच्छता
- ग्राम एवं ग्रामीण विकास में महिलाओं की भूमिका
- अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जन जातियों, दिव्यांग व अन्य हाशिए पर के वर्गों के कल्याण सहित सामाजिक समावेशन
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