गुरुवार, 28 अप्रैल 2016

जैसलमेर अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों के वंचितें को करेगें भामाषाह कार्ड बनाने के लिए प्रेरित

जैसलमेर अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों के वंचितें को करेगें भामाषाह कार्ड बनाने के लिए प्रेरित
जैसलमेर ,28 अप्रेल। राज्य सरकार भामाषाह कार्ड को सामाजिक सुरक्षा पेंषन, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के पात्र परिवारों को राषन सामग्री वितरण एवं महानरेगा के श्रमिकों को सीधे खातों में पंेंषन जमा कराने के लिए भामाषाह कार्ड के आधार मान कर उनको सीडिंग करा रही है। जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा ने भामाषाह योजना के लिए नियुक्त एडोप्टर्स व ग्राम पंचायत प्रभारियों को 28 अप्रेल से 4 मई तक उनको आवंटित पंचायतों में भ्रमण कर जिन लोगों ने अभी तक भामाषाह कार्ड नहीं बनाएं हैं उनको प्रेरित कर उनके भामाषाह फाॅर्म भरवा कर ई-मित्र केन्द्रों से भामाषाह कार्ड बनाने के निर्देष दिए।

जिला कलक्टर शर्मा ने ग्राम पंचायत प्रभारियों को निर्देष दिये कि वे इस अवधि में अटल सेवा केन्द्र में ग्रामसेवक, पटवारी ,आंगनवाड़ी कार्यकर्ता , आषा सहयोगिनी ,कृषि पर्यवेक्षक के साथ बैठक कर उस पंचायत में अभी तक कितने लोगों ने आधार कार्ड व भामाषाह कार्ड के लिए पंजीयन नहीं कराय उनको सूचीबद्ध करके इन लोगों को सुविधा अनुसार आवंटित कर ऐसे लोगों के घर भेजेगें एव उनसे भामाषाह एवं आधार के फाॅर्म करवा कर ई-मित्र केन्द्रों से कार्ड बनाने की कार्यवाही करें। उन्होंने यह निर्देष दिए कि सर्वप्रथम उन लोगों को चिन्हित करेगें कि जिन लोगों के आधार कार्ड बना दिया व बैंक खाता खुलवा दिया है, लेकिन भामाषाह नामांकन नहीं कराया हैं ऐसे व्यक्तियों का सर्वप्रथम भामाषाह पंजीयन की कार्यवाही करेगें।

उन्होंने यह भी निर्देष दिऐ कि राज्य सरकार के निर्देषानुसार अब सभी व्यक्तियों को केन्द्रीय सहकारी बैंकों में खाते खुलवाने हैं इसलिए वे भ्रमण के दौरान सहकारी संस्थाओं के व्यवस्थापकों, ई-मित्र केन्द्र संचालक जिनको सहकारी बैंक द्वारा बी.सी.नियुक्त किया हैं उनके बैंक सहकार की लाभार्थी स्कीम के सभी लाभार्थियों का सहकारी बैंक में खाता खुलवाना अनिवार्य है इस गतिविधि को संपादित करेगें।

जिला कलक्टर ने प्रभारियों को निर्देष दिये कि वे ऐसे लोगों की भी पहचान करेगें जिनका अभी तक आधार पंजीयन भी नहीं हुआ व न ही बैंक में खाता खुला हैं, उनका पूर्व में आधार पंजीयन की कार्यवाही के साथ बैंक में खाता खुलवावें व उसके बाद भामाषाह पंजीयन की कार्यवाही करावें। उन्होंने इस विषेष अभियान में अधिक से अधिक व्यक्तियों के भामाषाह पंजीयन करवाने के साथ ही सहकारी बैंकों में खाता खुलवाने के निर्देष दिये। उन्होंने इसको एक अभियान के रुप में कार्य कर घर-घर जाकर वंचितों से संपर्क कर भामाषाह पंजीयन करवाने पर विषेष जोर दिया तथा प्रतिदिन प्रगति से अवगत कराने के निर्देष दिये।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद नारायणसिंह चारण ने सभी प्रभारियों को इस चुनौतपूर्ण कार्य में प्रगति लाने के साथ ही शत-प्रतिषत लोगों के भामाषाह नामांकन कराने एवं सहकारी बैंक में खाता खुलवाने पर जोर दिया। सहायक निदेषक सांख्यिकी डाॅ. बृजलाल मीणा ने बताया कि सभी ग्रामसेवकों के पास पंचायत में हुए आधार एवं भामाषाह पंजीयनधारकों को सूची उपलब्ध करवा दी गई है,वहीं ई-मित्र केन्द्रों को इसके लिए पाबंद कर दिया गया है। इस बैठक में उपखण्ड अधिकारी जयसिंह के साथ ही ग्रामपंचायत प्रभारीगण भी उपस्थित थे।

जिले में बाल विवाह रोकथाम के लिए ग्राम स्तर पर कार्मिकों को चैकस करने के दिए निर्देष तत्काल सूचना देने के लिए करें पाबंद



जैसलमेर ,28 अप्रेल। जिले में अक्षय तृतीया 9 मई को संम्भावित होने वाले बाल विवाह की आवष्यक रोकथाम के लिउ जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा ने एक आदेष जारी कर सहायक निर्देष सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग , मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी , तहसीलदारों , विकास अधिकारियों ,जिला षिक्षा अधिकारियों , जिला षिक्षाधिकारियों को निर्देषित किया हैं कि वे विभाग के ग्राम स्तर पर कार्यरत कार्मिकों को पाबंद करेगें कि वे अक्षय तृतीया पर उनके क्षेत्र में कोई भी बाल विवाह न हो ,इसके प्रति चैकस रहे एवं कहीं से भी बाल विवाह होने के संबंध में सूचना मिलती हैं तो तत्काल ही नजदीकी थानाधिकारी एवं संबंधित तहसीलदर को सूचना अनिवार्य रुप सेे देवें ताकि समय रहते बाल विवाह को रोका जा सकें।

जिला कलक्टर शर्मा ने अधिकारियों के निर्देष दिए कि वे ग्राम स्तर पर कार्यरत अध्यापकों , अध्यापिकाओं ,ग्रामसेवकों ,पटवारियों ,आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ,एएनएम , आषा सहयोगिनी को अभी से ही सूचित कर दें कि उनके क्षेत्र में कोई बाल न हो, यदि बाल विवाह होने की संभावना व सूचना हो तो तुरन्त ही निकटतम पुलिस स्टेषन को उसकी सूचन शीघ्र देवें। इसके साथ ही यह भी उनको पाबंद कर दें कि वे मुख्यालय पर रह कर अक्षय तृतीया को बाल विवाह के प्रति पूर्ण चैकस रहेगें और किसी भी सूरत में बाल विवाह नहीं होने देगें।

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