बाड़मेर। राहुल गांधी के दौरे के बाद हरीश चौधरी के खिलाफ कांग्रेसियो की भृकुटिया तनि।।
बाड़मेर राहुल गांधी के जरिये दलित कार्ड खेलने की योजना पर कांग्रेसियो की नाराजगी ने पानी फेर दिया।।राहुल का बाड़मेर दौर जयपुर के दलित सम्मेलन को फेल करने की सोची समझी साज़िश माना जा रहा हैं।सूत्रो ने बताया की हरीश चौधरी ने राहुल गांधी का दौरा अपने इर्द गिर्द रखा किससे कांग्रेस के दिग्गज नेता नाराज हो गए ।कई वरिष्ठ नेताओ को राहुल के पास फटकने नही दिया।।बाड़मेर जैसलमेर से दलित समनेलन में गए कार्यकर्ताओ को बीच रस्ते से वापस बुलाने की किरकिरी हो रही हे राहुल का डेल्टा प्रकरण को लेकर यह दौर कोई प्रभाव नही डाल पाया।कई कांग्रेज़ी निराश हो गए।दबी जुबान से कांग्रेसियो ने हरीश चौधरी पर राहुल दौरे में जातिगत राजनीती का आरोप लगाया।।कांग्रेसियो का मनना था की यह बेल्ट अमिन खान का था।राहुल के दौरे और भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी अमिन खान को देने की बजाय दौरे पर खुद ने हावी होने का दांव खेला जो उल्टा पड़ गया।।राहुल भी डेल्टा के परिवार को कोई राहत नही दे पाये।।कांग्रेसी सवाल उठा रहे हे की क्षेत्र में शराब दुखान्तिका से डेढ़ दर्जन लोग मारे गए उनके प्रति भी राहुल को संवेदना जताने जाना था।मगर इसमें उन्होंने संवेदनशीलता नही दिखाई। शराब दुखान्तिका में मारे गए लोगो के परिजनों को इग्नोर करना भी कांग्रेस को भारी पड़ सकता हैं।सूत्रानुसार राहुल के तिरमोहि दौरे में जाट समाज के वरिष्ठ नेता नदारद थे।तो हरीश चौधरी ने अपने समर्थक जाट नेताओ का जमावड़ा कर दिया।।डेल्टा प्रकरण में भी राहुल ने पासा मुख्यमंत्री वसुंधरा पर फेंक अपना फर्ज निभा दिया।सचिन पायलट निशाने पे थे।जयपुर के दलित सम्मेलन को असफल करना योजना में शामिल बताया जा रहा हैं। कुल मिलकर राहुल गांधी का दलित कार्ड खेलने का प्रयास कारगर साबित नही हो रहा।अपनी जमीं तलाशने के चक्कर में एक बार फिर स्थानीय प्रभावी नेता हरीश चौधरी के इस रवैये से खफा हो गए।।
बाड़मेर राहुल गांधी के जरिये दलित कार्ड खेलने की योजना पर कांग्रेसियो की नाराजगी ने पानी फेर दिया।।राहुल का बाड़मेर दौर जयपुर के दलित सम्मेलन को फेल करने की सोची समझी साज़िश माना जा रहा हैं।सूत्रो ने बताया की हरीश चौधरी ने राहुल गांधी का दौरा अपने इर्द गिर्द रखा किससे कांग्रेस के दिग्गज नेता नाराज हो गए ।कई वरिष्ठ नेताओ को राहुल के पास फटकने नही दिया।।बाड़मेर जैसलमेर से दलित समनेलन में गए कार्यकर्ताओ को बीच रस्ते से वापस बुलाने की किरकिरी हो रही हे राहुल का डेल्टा प्रकरण को लेकर यह दौर कोई प्रभाव नही डाल पाया।कई कांग्रेज़ी निराश हो गए।दबी जुबान से कांग्रेसियो ने हरीश चौधरी पर राहुल दौरे में जातिगत राजनीती का आरोप लगाया।।कांग्रेसियो का मनना था की यह बेल्ट अमिन खान का था।राहुल के दौरे और भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी अमिन खान को देने की बजाय दौरे पर खुद ने हावी होने का दांव खेला जो उल्टा पड़ गया।।राहुल भी डेल्टा के परिवार को कोई राहत नही दे पाये।।कांग्रेसी सवाल उठा रहे हे की क्षेत्र में शराब दुखान्तिका से डेढ़ दर्जन लोग मारे गए उनके प्रति भी राहुल को संवेदना जताने जाना था।मगर इसमें उन्होंने संवेदनशीलता नही दिखाई। शराब दुखान्तिका में मारे गए लोगो के परिजनों को इग्नोर करना भी कांग्रेस को भारी पड़ सकता हैं।सूत्रानुसार राहुल के तिरमोहि दौरे में जाट समाज के वरिष्ठ नेता नदारद थे।तो हरीश चौधरी ने अपने समर्थक जाट नेताओ का जमावड़ा कर दिया।।डेल्टा प्रकरण में भी राहुल ने पासा मुख्यमंत्री वसुंधरा पर फेंक अपना फर्ज निभा दिया।सचिन पायलट निशाने पे थे।जयपुर के दलित सम्मेलन को असफल करना योजना में शामिल बताया जा रहा हैं। कुल मिलकर राहुल गांधी का दलित कार्ड खेलने का प्रयास कारगर साबित नही हो रहा।अपनी जमीं तलाशने के चक्कर में एक बार फिर स्थानीय प्रभावी नेता हरीश चौधरी के इस रवैये से खफा हो गए।।
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