गुरुवार, 14 अप्रैल 2016

बाड़मेर भारत पाक सीमा पर सड़क नही होने से भाडा के ग्रामीण व छात्र निराश



बाड़मेर भारत पाक सीमा पर सड़क नही होने से भाडा के ग्रामीण व छात्र निराश

’’सेड़वा से  मोहनलाल हुड्डा.-


बाड़मेर भारत पाक सीमा से आजादी के 65 वर्ष बाद भी सीमावर्ती क्षेत्र सेड़वा के ग्रामीण क्षेत्र के लांेग पैदल चलकर अपनी जिन्दगी जी रहे है।सेड़वा के जाट एकता मंच के ब्लाॅक अध्यक्ष मोहनलाल जाट ने बताया कि सरकार ने 250 की आबादी पर सड़क की मंजुरी देने की स्कीम चालु तो कि है लेकिन वास्तव में इसका लाभ सीमावर्ती क्षेत्र के आमजन को नही मिल रहा है।।क्योकि सेड़वा क्षेत्र पिछले लम्बे समय सुविधाओं से वंिचत है।क्योकि यहा के जनप्रतिनिधी व प्रशासक अपनी मनमर्जी से चेहतों को कार्य कर रहे है।सरकार द्वारा 250 की आबादी पर सड़क की मंजुरी देने की स्कीम चालु होने से एक बार भाडा के ग्रामीणो में खुशी की लहर दोड़ पड़ी कि अब तो हमें पैदल चलने के बजाय बस में सफर करने का मौका मिलेगा।जाट का कहना है कि रामदेरिया पश्चिम से चार किमी. दूर एकल ग्राम पचायत के भाडा गाॅव के हुडडों की ढाणी में 300 की लगभग आबादी है तथा ग्राम पचायत की एकमात्र माध्यमिक विद्यालय भी यहा स्थित है।तथा एम.डी. पब्लिक के नाम से एक मिडिल तक निजि विद्यालय भी है।यहा के सरकारी व निजि विद्यालय मे लगभग 560 का नामाकंन है।तथा यहाॅ तक कटाण रास्ता भी है।यहा तक भी नही इन दोनों विद्यालयों में माननीय सांसद कर्नल सोनाराम चैधरी भी अगस्त 2014 में जाकर ग्रामीणे ंसे रूबरू हो चुके है।लेकिन आम ग्रामीणों व विद्यार्थियों की इस समस्या का समाधान करनें की कोई भी नही सोचता है।ग्रामीणों ने मांग की है कि जल्द से जल्द हुडडो की ढाणी भाडा तक सड़क मन्जुर करवाकर आमजन व विद्यार्थियों के समस्या का समाधान करवानें का श्रम करावें ताकि उनको राहत मिल सके।

इनका कहना है कि:-

ग्राम पचायत एकल ही नही बल्कि ग्राम पचायत नवातला के भी विद्यार्थी यहाॅ अध्ययन करनें आते है तथा यहाॅ छात्रों की संख्या भी काफि है यहाॅ के ग्रामिणों की माॅग वाजिब है।हमनें अतिरिक्त प्लान 2015.16 में नरेगा के तहत उक्त कार्य को भेज रखा था।लेकिन पचायत समिति की लापरवाही से अतिरिक्त प्लान में ंभी इस कार्य को ंजोड़ा नही गया है।अब 2016.17 में नरेगा प्लान मे ंभेज रखाहै।ः-मगाराम सरपंच ग्राम पचायत एकल

हमनें जन प्रतिनिधीयों व अधिकारीयों को अवगत कराया लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नही हुआहै।हमने ंछात्राओ ंको सरकार द्वारा दी गई साइकिलें भी दी है।लेकिन वो ंमजबुरन सड़क न होने सें विद्यालय से दूर3 किमी.सड़क पर छोड़ के विद्वालय पैदल आने को मजबुर है।ः-सुरेशकुमार कार्यवाहक प्रधानाचार्य रा.मा.वि.भाडा

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