आने वाली पीढी के लिए जल का संचय आवश्यक - खींवसर
प्रभारी मंत्राी ने बाला ग्राम में जिला स्तरीय कार्यशाला एवं श्रमदान में लिया भाग
जालोर 23 अप्रेल - राज्य के उद्योग एवं जिले के प्रभारी मंत्राी गजेन्द्रसिंह खींवसर ने कहा कि राज्य की मुख्य मंत्राी ने आने वाले समय में जल की महत्ता को दृष्टिगत रखते हुए मुख्य मंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान प्रारभ्भ किया है कि जिसमें हम सब को तन-मन व धन जुडना होगा तथा आने वाली पीढी के लिए जल का संचय करते हुए एक मिशाल पेश करनी होगी।
जालोर जिले के प्रभारी मंत्राी गजेन्द्रसिंह खींवसर ने उक्त विचार शनिवार को आहोर पंचायत समिति के बाला ग्राम में जिला स्तरीय कार्यशाला एवं दानदाता सम्मान समारोह में व्यक्त किए । उसके पूर्व प्रभारी मंत्राी ने बाला नाडी के मरम्मत एवं जीर्णाेद्वार कार्य का विधिवत रूप से शिलान्यास किया तथा आहोर विधायक शंकरसिंह राजपुरोहित, जिला कलेक्टर अनिल गुप्ता एवं पुलिस अधीक्षक कल्याणमल मीना के साथ नाडी में फावडे से तगारी में मिट्ी भरकर अपने सिर पर रखते हुए ट्रेक्टर की ट्राली में डाला।
समारोह में प्रभारी मंत्राी ने उपस्थित दानदाताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि विकास के लिए सडके बनाई जा सकती है, स्कूल व काॅलेज खोले जा सकते है तथा कल कारखाने प्रारभ्भ किए जा सकते है परन्तु पानी पैदा नही किया जा सकता है, जल प्रकृति की देन है तथ जल है तो कल है इसलिए जल की आवश्यकता को दृष्टिगत रखते हुए राज्य की लोकप्रिय मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे ने दूरदृष्टिता से मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान प्रारभ्भ किया है जिसके लिए हम सब को राज्य की महत्ती आवश्यकता को दृष्टिगत रखते हुए प्रारभ्भ किया गया है इसलिए सभी लोग अपनी शक्ति के अनुसार इसमें अपना महत्ती योगदान दें। उन्होनें समारोह में बडी संख्या में उपस्थित ग्रामीणजनों से आहवान् किया कि वे जन सहयोग से करवायें जाने वाले इस नाडी खुदाई कार्य में कम से कम 2-2 घंटे श्रमदान अवश्यक ही करें ताकि वर्षाकाल में यह नाडी पूरी भर जाये जोकि ग्रामवासियों के काम में आयेगी।
समारोह में आहोर विधायक शंकरसिंह राजपुरोहित ने कहा कि आहोर पंचायत समिति के बाला ग्राम में जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है जोकि बाला ग्राम के लिए गर्व की बात है इसलिए ग्रामवासियों को चाहिए कि वे नियमित रूप से नाडी खुदाई में श्रमदान करें। उन्होनें मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान की प्रंशसा करते हुए कहा कि गांव का पानी गांव में तथा खेत का पानी खेत में रोकने सहित जल का प्रभावी ढंग से संरक्षण इस अभियान के दौरान किया जायेगा। उन्होनें आहोर क्षेत्रा में जवाई नहर के नाले व खालियों को जोकि क्षतिग्रस्त हो गए है उन्हें पक्का करवाने की भी आवश्यकता जताई।
समारोह में जिला कलेक्टर अनिल गुप्ता ने कहा कि बाला ग्राम में इस नाडी के जीर्णोद्वार व मरम्मत के लिए ग्रामवासियों में उत्साह है तथा अब तक 3 लाख रूपयों की राशि जन सहयोग के रूप में प्राप्त हो चुकी है वही अनेक दानदाता आगे आ रहे है। उन्होनें कहा कि मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान के तहत जिले में परम्परागत जल स्त्रोतों का जीर्णोद्वार वैज्ञानिक दृष्टि से किया जा रहा है ताकि गांव का पानी गांव में ही रहे जिससे ग्रामवासी भी स्वावलम्बी बन सकें। उन्होनें कहा कि यह अभियान महत्वपूर्ण है जिसमें पीने के पानी से लेकर सिंचाई तक के लिए विभिन्न कार्य करवाये जा रहे है जिसमें आमजन की अधिकाधिक सहभागिता आवश्यक है।
समारोह में प्रभारी मंत्राी ने मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियन में 10 हजार रूपयों से अधिक की राशि, सामग्री या श्रम शक्ति देने वाले 10 दानदाताओं को प्रमाण पत्रा प्रदान कर सम्मानित किया वही समारोह के अन्त में बाला ग्राम की सरपंच ममता मेघवाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया। समारोह के अन्त में बाला ग्राम के गैर न्त्यकों ने परम्परागत वेश भूषा में आकर्षक गैर नृत्य की प्रस्तुति की। समारोह का संचालन नरपत आर्य ने किया। समारोह के प्रारभ्भ में प्रभारी मंत्राी का प्रवेश द्वार पर बालिकाओं ने मंगल कलश के साथ अगवानी की तत्पश्चात प्रभारी मंत्राी ने जीर्णोद्वार कार्य के शिलापट् का विधिवत रूप से अनावरण किया। प्रभारी मंत्राी ने नाडी खुदाई के कार्य के पूर्व बाला ग्राम में ही एमजेएस के तहत चल रहे कार्य भी निरीक्षण किया।
इस अवसर पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चैधरी, आहोर उपखण्ड अधिकारी प्रकाशचन्द्र अग्रवाल, आहोर प्रधान श्रीमती राजेश्वरी कंवर, उप पुलिस अधीक्षक शैतान सिंह, आहोर पंचायत समिति सदस्य सुमन मेघवाल, विकास अधिकारी बाबूसिंह राजपुरोहित, रामा सरपंच राजूराम, भोरडा सरपंच भलाराम, गोदन सरपंच निम्बाराम, सामाजिक कार्यकत्र्ता महावीरसिंह मंडलावत जलग्रहण के अधीक्षण अभियन्ता रामचन्द्र चैटरानी व आईईसी प्रभारी यज्ञदत्त एवं वोराराम जीनगर आदि सहित अन्य जनप्रतिनिधि व ग्रामवासी उपस्थित थें।
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प्रभारी मंत्राी ने एमजेएस अभियान सहित पानी व बिजली व चिकित्सा कार्यो की समीक्षा की
जालोर 23 अप्रेल - जालोर जिले के प्रभारी मंत्राी गजेन्द्रसिंह खींवसर ने शनिवार को सांयकाल स्थानीय कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में बिजली, पानी, चिकित्सा एवं मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान की समीक्षा की तथा अधिकारियों से ग्रीष्मकाल में पानी की आपूर्ति के सम्बन्ध में विस्तार से चर्चा करते हुए आवश्यक निर्देश भी दिए।
प्रभारी मंत्राी गजेन्द्रसिंह खींवसर ने जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियन्ता बी,एल सुथार से जिले में पीने के पानी की विस्तार से समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि शीघ्र ही जालोर नगरीय क्षेत्रा में 48 घंटे के अन्तराल पर पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करें वही समर कंटीजेन्सी प्लान के तहत पानी की समस्या से प्रभावित सभी गांवों व ढाणियों में पानी की पहुच उपलब्ध करें। उन्होनें डिस्कांम के अधीक्षण अभियन्ता एम.एल. मेघवाल ने जिले में विधुत आपूर्ति की जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि विधुत चैरी को रोकने की दिशा में डिस्कांम प्रभावी कार्यवाही करें।
उन्होनें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जी.एस. देवल से जिले में चिकित्सा व्यवस्थाओं की समीक्षा के दौरान कहा कि संभावित मौसमी बीमारियों को रोकने के लिए आवश्यक प्रबंधन करें वही राजकीय चिकित्सालयों में निःशुल्क दवाईयों की आपूर्ति यथेष्ट रूप से बनाये रखें। बैठक में प्रभारी मंत्राी ने जिला कलेक्टर से कहा कि वे नर्मदा नहर से सम्बन्धित पूर्ण जानकारी संकलित की जाये ताकि जयपुर में क्षेत्रा के विधायकों की उपस्थिति में जलदाय मंत्राी के साथ वार्ता की जाकर क्षेत्रा की प्रमुख समस्याओं का निपटारा किया जा सकें।
बैठक में जिला कलेक्टर अनिल गुप्ता ने प्रभारी मंत्राी को जिले में उपलब्ध व्यवस्थाओं की जानकारी देते हुए बताया कि गत जुलाई व अगस्त माह में भीनमाल व सांचैर क्षेत्रा में हुई अतिवृष्टि के बाद जलदाय व डिस्कांम ने व्यवस्थाओं को पुनः सुचारू किया जिसके लिए बजट प्राप्त नही हुआ है। मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चैधरी ने बताया कि जिले स्वच्छता अभियान के तहत गत वर्ष 48 हजार 184 के मुकाबले 56 हजार 420 शौचालयों का निर्माण करवाया गया है तथा 24 ग्राम पंचायते खुले में शौच से मुक्त हो चुकी है। बैठक में अधीक्षण अभियन्ता रामचन्द्र चैटरानी ने प्रभारी मंत्राी को बताया कि मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान के तहत जिले में चिन्हित 49 ग्राम पंचायतों में 1355 कार्यो को शामिल किया गया है जिन पर जिले में 60 करोड 54 लाख रूपयों की राशि व्यय की जायेगी उन्होनें बताया कि जिलें में 290 कार्य प्रथम चरण में पूर्ण हो चुके है तथा 30 जून तक कार्यो को पूर्ण कर लिया जायेगा।
बैठक में उप जिला प्रमुख श्रीमती गिरधर कंवर ने जालोर व भीनमाल में चिकित्सकों के रिक्त पदों को भरने तथा भीनमाल क्षेत्रा में नर्मदा के ईआर प्रोजेक्ट को गति देने की आवश्यकता जताई जबकि बैठक में जिला परिषद के सदस्य मंगलसिंह एवं कृषक नेता रतनसिंह ने भी समस्याओं की तरफ ध्यान आकर्षित किया।
बैठक में पुलिस अधीक्षक कल्याणमल मीना, मुख्य कार्यकारी अधिकार जवाहर चैधरी, आहोर प्रधान श्रीमती राजेश्वरी कंवर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रधुनाथ गर्ग, जालोर उपखण्ड अधिकारी हरफूल पंकज, उप पुलिस अधीक्षक दुर्गसिंह राजपुरोहित सहित विभिन्न जिला स्तरीय अधिकारी आदि उपस्थित थें।
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