बाड़मेर। पुलिस व प्रशासन सक्रिय होते तो ऐसा हादसा नहीं होता - पायलट
बाड़मेर। बीएसएफ के जवानों तक अवैध शराब कैसे पहुंची, इसकी जांच केन्द्र सरकार के गृह मंत्रालय को करनी चाहिए। यह मामला देश की सुरक्षा से भी जुड़ा हुआ है, ऐसे में जांच का जिम्मा गृहमंत्रालय का भी है।
वैसे मौत किसी भी किसी भी कारण से हो, यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह इसकी रोकथाम करें। सरकार इस मामले में विफल रही है। यह बात सचिन पायलट ने गुरुवार को विशाला आगोर में संवाददाताओं से बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि उच्च स्तरीय जांच से इस मामले का खुलासा होगा। अवैध शराब पीने से जिले में अठारह लोगों की मौत हो गई, लेकिन सरकार असंवेदनशील बनी हुई है। किसान आत्महत्या करते है और सरकार के मंत्री इंकार कर देते हैं।
अवैध शराब से मौते हुई और सरकार ने हाथ खड़े कर दिए। पुलिस व प्रशासन सक्रिय होते तो ऐसा हादसा नहीं होता। त्रिमोही के बाद सचिन पायलट व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी बिशाला गांव पहुंचे। यहां दो दिन पहले अवैध शराब पीने से हताहत हुए लोगों के परिजनों से मिले और दुख की इस घड़ी में ढाढस बंधाया।
बाड़मेर। बीएसएफ के जवानों तक अवैध शराब कैसे पहुंची, इसकी जांच केन्द्र सरकार के गृह मंत्रालय को करनी चाहिए। यह मामला देश की सुरक्षा से भी जुड़ा हुआ है, ऐसे में जांच का जिम्मा गृहमंत्रालय का भी है।
वैसे मौत किसी भी किसी भी कारण से हो, यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह इसकी रोकथाम करें। सरकार इस मामले में विफल रही है। यह बात सचिन पायलट ने गुरुवार को विशाला आगोर में संवाददाताओं से बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि उच्च स्तरीय जांच से इस मामले का खुलासा होगा। अवैध शराब पीने से जिले में अठारह लोगों की मौत हो गई, लेकिन सरकार असंवेदनशील बनी हुई है। किसान आत्महत्या करते है और सरकार के मंत्री इंकार कर देते हैं।
अवैध शराब से मौते हुई और सरकार ने हाथ खड़े कर दिए। पुलिस व प्रशासन सक्रिय होते तो ऐसा हादसा नहीं होता। त्रिमोही के बाद सचिन पायलट व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी बिशाला गांव पहुंचे। यहां दो दिन पहले अवैध शराब पीने से हताहत हुए लोगों के परिजनों से मिले और दुख की इस घड़ी में ढाढस बंधाया।
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