'हाईटेक कॉलगर्ल बनना चाहती थी मैं, मिला था 80 हजार का ऑफर'
रतनलाल नगर में रहने वाली पूजा सक्सेना बताती हैं कि उन्हें अपनी ब्वॉयज लुक पर्सनालिटी की वजह से बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ा। वह बताती हैं, 'मैं एक बार हाईटेक कॉलगर्ल बनना चाहती थी और इसके लिए कदम भी बढ़ा लिया था। मुझे एक रात का 80 हजार रुपए का ऑफर भी मिला था, लेकिन मां ने मुझे रोक लिया।'
मॉडलिंग करने पहुंची थी मुंबई
- पूजा ने बताया, 'वह पढ़ाई पूरी कर मॉडलिंग करने मुंबई गई थी।
- इस बीच उन्हें कॉलगर्ल बनने का आइडिया आया।
- पुणे के एक व्यक्ति ने एक रात के लिए 80 हजार रुपए का ऑफर दिया था।
- उसके पास जाने से पहले अपनी मां को बताया तो उन्होंने मुझे वापस कानपुर बुला लिया।
- इसके बाद मां ने मुझे बहुत समझाया और मैंने अपना कदम बिजनेस की तरफ बढ़ा दिया।
- मुझे लोगों ने रात गुजारने का खुलकर ऑप्शन दिया।
- मुझे कानपुर में ही एक रात के लिए साठ हजार रुपए तक का ऑफर मिल चुका है।
- मेरे लिए अब ये नार्मल लगता है।'
13 साल की उम्र में बिजनेसमैन ने दिया था ऑफर
- पूजा ने बताया, 'मैं 12 साल की थी तब पिता संजय सक्सेना की मौत हो गई थी।
- मां और 6 साल के भाई की पूरी जिम्मेदारी मेरे ऊपर आ गई।
- 13 साल की उम्र में एक बिजनेसमैन के यहां खाना बनाने का काम शुरू कर दी।
- एक दिन बिजनेसमैन ने फिजिकल रिलेशन बनाने के लिए उसे 150 रुपए का ऑफर दिया।
- इसे इन्होंने ठुकरा दिया और वहां से भागकर अपनी इज्जत बचाई।
- इसके बाद करीब पांच महीने तक मैं घर से बाहर ही नहीं निकली।'
मिला रिसेप्शनिस्ट का जॉब
पूजा के मुताबिक, घर में जो थोड़े बहुत रुपए रखे हुए थे उससे तकरीबन एक साल तक उनका गुजारा हो गया। धीरे-धीरे रिश्तेदारों ने भी मुंह मोड़ लिया। इसके बाद उसे एक लोकल कंपनी में रिसेप्शनिस्ट का जॉब मिला। इस बीच उसने मैथ सब्जेक्ट से बीएससी कर लिया।
हर जगह छूना चाहते थे लड़के
- पूजा कहती हैं स्कूल से लेकर कॉलेज तक वह लड़कों के बीच आकर्षण का केंद्र बनी रहती थी।
- हर जगह लड़के उन्हें छूना चाहते थे।
- लड़कियां बात नहीं करती थी।
- लड़के जैसे लुक को लेकर क्लासमेट के साथ-साथ टीचर भी कंफ्यूज रहते थे।
जेनेटिक प्रॉब्लम
- उनके मुताबिक, खानदान में ये जेनेटिक प्रॉब्लम है।
- उनके चाचा और ताऊ की भी एक-एक लड़की इसी तरह हैं।
- पार्टी में जाने पर लोग पूछते हैं कि लड़का हूं या लड़की।
किन्नरों ने अपने साथ ले जाने की पकड़ ली थी जिद
- पूजा बताती हैं 'जब मैं पांच साल की थी तो मेरे घर किन्नरों की टोली आई थी।
- वे मुझे अपने साथ ले जाने की जिद्द करने लगी थी।
- पापा ने जब उनको समझाया और मेरा फिजिक दिखाया तो वे वापस लौटे थे।
- मोहल्ले में आज भी बहुत से लोग हैं जो मुझे हिजड़ा समझते हैं और कमेंट करते है।'
कई शहरों में खोलना चाहती हैं पार्लर
- वह इस समय ब्यूटीशियन हैं और गरीब लड़कियों का फ्री में ब्राइडल मेकअप करती हैं।
- वह शहनाज हुसैन को अपना आदर्श मानती हैं।
- देश कुछ चुनिंदा शहरों में अपना पार्लर भी खोलना चाहती हैं।
- पूजा ने बताया कि कानपुर में उनके जैसी कई और लड़कियां है जिनका लुक ब्वॉयज जैसा है। उनमें से ज्यादा कॉलगर्ल हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें