शनिवार, 5 मार्च 2016

बाड़मेर। इस बैंक की व्यवस्थाओं में नहीं हो रहा कोई सुधार

बाड़मेर। इस बैंक की व्यवस्थाओं में नहीं हो रहा कोई सुधार


बाड़मेर। स्थानीय स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर शाखा में व्यवस्थाएं सुधरने का नाम नहीं ले रही। ग्राहकों को दिनभर कतारों में खड़े रहने के बावजूद बैरंग लौटना पड़ता है। ग्रामीणों के लिए बैंकिग जी का जंजाल बनता जा रहा है। सरकार की विभिन्न योजनाएं बैंक से जुडऩे के बाद शाखाओं में ग्राहक भार बढ़ गया है। यहां बुजुर्ग व महिलाओं का भीड़ से दम घुटने जैसी समस्याएं आम हो गई है।



नए खातेधारकों ने बिगाड़ा गणित
स्थानीय शाखा में गत एक वर्ष के दौरान 70 हजार नए खाता धारक जुड़े हैं, लेकिन बैंक में कर्मचारी व संसाधन पहले वाले ही हैं। ऐसे में बैंक कार्मिकों के लिए उन्हें संभालना मुश्किल हो गया है, वहीं ग्राहक भी बैंकिग सेवा से असंतुष्ट हो रहे हैं।



अक्सर खराब रहता है एटीम
बैंक में लगा एक मात्र एटीएम अक्सर खराब रहता है। ऐसे में नकद निकासी के लिए भी ग्राहकों को बैंक पर ही निर्भर रहना पड़ता है और भीड़ में और इजाफा हो जाता है।



इंटरनेट की अड़चन
स्थानीय शाखा में गत 3 माह से बीएसएनएल की इंटरनेट कनेक्टिविटी कमजोर होने से अधिकतर समय सर्वर डाउन रहता है। ऐसे में बैंक और ग्रामीणों दोनों की समस्याएं बढ़ जाती हैं।



एजीएम ने दिया था आश्वासन
बैंक एजीएम के सिणधरी पहुंचने पर ग्राहकों ने शाखा की अव्यवस्थाओं को लेकर उन्हें अवगत करवाया था। इस पर उन्होंने सुधार का आश्वासन भी दिया, लेकिन अब भी लोगों के सामने समस्या जस की तस है।



गुजरे सो गनीमत
बैंक कार्मिक ग्राहकों को सवालों का जवाब देते-देते थक जाते हैं। ऐसे में आखिर वे हाथ जोड़ कर भी उन्हें समझाने का प्रयास करते हैं।



ग्राहकों के लिए तत्पर हैं
बढ़ते ग्राहक भार से बैंकिग सेवा प्रभावित हो रही है, लेकिन हम अतिरिक्त समय देकर उन्हें पूरी सेवा देने के प्रयास कर रहे हैं।- नंदलाल खैडिया, शाखा प्रबंधक, एसबीबीजे सिणधरी

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