भारत से बदला लेने के लिए शामिल हुआ लश्कर-ए-तैयबा में: डेविड हेडली
आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली ने मुंबई कोर्ट में सुनवाई के दौरान कहा कि उसने भारत से बदला लेने के लिए लश्कर ए तैयबा संगठन से हाथ मिलाया था। हेडली ने कहा कि 1971 में पाकिस्तान स्थित उसके स्कूल को भारतीय प्लेनों ने बम से उड़ा दिया था जिसके बाद बचपन से ही उसके मन में भारत और भारतीयों के खिलाफ नफरत पैदा हो गई थी। यही वजह थी कि वह भारत को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाना चाहता था। शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस में हेडली ने कई बड़ी खुलासे किए है|
हेडली के खुलासे
मैं बचपन से भारत से नफरत करता हूं क्योंकि भारतीय विमानों ने 1971 में मेरे स्कूल को बम से उड़ा दिया था
मैं भारत से बदला लेने के लिए लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हुआ था
25 दिसंबर, 2008 को मेरे पिता की मौत हुई थी और उसके कुछ हफ्तों बाद तत्कालीन पाकिस्तानी प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी हमारे घर आए थे
मैंने अमेरिका में शिव सेना के लिए फंड रेजिंग प्रोग्राम आयोजित किया था और इसके बारे में लश्कर को भी बताया था
मैंने अमेरिका में शिव सेना के लिए फंड रेजिंग प्रोग्राम आयोजित किया था और इसके बारे में लश्कर को भी बताया था
मुझे एक बार पाकिस्तान में गिरफ्तार किया गया था. मेरी पत्नी फाजिया ने मेरे खिलाफ केस दर्ज कराया था
मैंने लश्कर से संबंधों के बारे में अपने पिता को बताया था
मेरे पिता को लश्कर के लिए मेरे काम करने पर आपत्ति थी
मुझसे कभी भी अमेरिका के 9/11 हमले के बारे में पूछताछ नहीं हुई
इशरत जहां का नाम लेने के लिए मुझे एनआईए ने नहीं कहा था
गौरतलब है कि 2008 में हुए 26/11 मुंबई हमले में अपने कथित रोल के लिए फिलहाल हेडली अमेरिका में 35 साल की सज़ा काट रहा है।
आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली ने मुंबई कोर्ट में सुनवाई के दौरान कहा कि उसने भारत से बदला लेने के लिए लश्कर ए तैयबा संगठन से हाथ मिलाया था। हेडली ने कहा कि 1971 में पाकिस्तान स्थित उसके स्कूल को भारतीय प्लेनों ने बम से उड़ा दिया था जिसके बाद बचपन से ही उसके मन में भारत और भारतीयों के खिलाफ नफरत पैदा हो गई थी। यही वजह थी कि वह भारत को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाना चाहता था। शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस में हेडली ने कई बड़ी खुलासे किए है|
हेडली के खुलासे
मैं बचपन से भारत से नफरत करता हूं क्योंकि भारतीय विमानों ने 1971 में मेरे स्कूल को बम से उड़ा दिया था
मैं भारत से बदला लेने के लिए लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हुआ था
25 दिसंबर, 2008 को मेरे पिता की मौत हुई थी और उसके कुछ हफ्तों बाद तत्कालीन पाकिस्तानी प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी हमारे घर आए थे
मैंने अमेरिका में शिव सेना के लिए फंड रेजिंग प्रोग्राम आयोजित किया था और इसके बारे में लश्कर को भी बताया था
मैंने अमेरिका में शिव सेना के लिए फंड रेजिंग प्रोग्राम आयोजित किया था और इसके बारे में लश्कर को भी बताया था
मुझे एक बार पाकिस्तान में गिरफ्तार किया गया था. मेरी पत्नी फाजिया ने मेरे खिलाफ केस दर्ज कराया था
मैंने लश्कर से संबंधों के बारे में अपने पिता को बताया था
मेरे पिता को लश्कर के लिए मेरे काम करने पर आपत्ति थी
मुझसे कभी भी अमेरिका के 9/11 हमले के बारे में पूछताछ नहीं हुई
इशरत जहां का नाम लेने के लिए मुझे एनआईए ने नहीं कहा था
गौरतलब है कि 2008 में हुए 26/11 मुंबई हमले में अपने कथित रोल के लिए फिलहाल हेडली अमेरिका में 35 साल की सज़ा काट रहा है।
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