नई दिल्ली।पोखरा में हो सकती है भारत-पाक विदेश सचिवों की बैठक
भारत एवं पाकिस्तान के बीच दो माह से टलती आ रही विदेश सचिव स्तर की बैठक का आयोजन आखिरकार नेपाल के पोखरा में होने की संभावना है। इस वैठक में दोनों देशों के विदेश सचिवों की मुलाकात और समग्र शांति वार्ता की बहाली की उम्मीद लगायी जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अचानक लाहौर यात्रा से बंधी उम्मीदों को पठानकोट हमले से करारा झटका लगा था, जिसके बाद पहले से तय विदेश सचिव एस जयशंकर की इस्लामाबाद यात्रा टल गई थी। इस दौरान दोनों देशों के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एवं विदेश सचिव स्तर पर चल रहे निरंतर संपर्क के बाद नेपाल के पोखरा में दोनों देशों के रिश्ते पटरी पर आने की आशा की जा रही है।
नेपाल के मशहूर पर्यटन स्थल पोखरा में 14 से 17 मार्च के बीच आयोजित होने वाले दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) सम्मेलन में सदस्य देशों के विदेश मंत्री शामिल होंगे। इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए भारत की विदेशमंत्री सुषमा स्वराज के साथ विदेश सचिव एस जयशंकर भी पोखरा जाएंगे।
इस दौरान पाकिस्तान सरकार के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज और पाकिस्तानी विदेश सचिव भी सम्मेलन में मौजूद रहेंगे। पठानकोट हमले के बाद के हालात में दोनों पक्षों का ध्यान संपर्क और संवाद को औपचारिकता से दूर रखे जाने और ठोस परिणाममूलक बनाने पर होगा। पोखरा में 14 और 15 मार्च को संयुक्त सचिव स्तरीय तथा 16 मार्च को सचिव स्तरीय बैठक होगी। मंत्रिस्तरीय बैठक 17 मार्च को होनी है।
हालांकि विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने पोखरा में भारत और पाकिस्तान के बीच मंत्रिस्तरीय अथवा सचिव स्तरीय बैठक आयोजित किए जाने संबंधी मामले के बारे में कोई जानकारी देने से इनकार किया है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गत वर्ष 25 दिसंबर को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के जन्मदिन के मौके पर हुई लाहौर यात्रा के दौरान जनवरी मध्य में दोनों देशों के विदेश सचिवों की बैठक तय हुई थी, जिसमें भारत एवं पाकिस्तान के बीच समग्र शांति वार्ता बहाल करने की रूपरेखा पर बात होनी थी।
दो जनवरी को पठानकोट आतंकवादी हमले के बाद हालात बदल गए और अंतत: विदेश सचिवों की बैठक टल गई। दोनों पक्षों ने जिम्मेदाराना व्यवहार दिखाते हुए इस बैठक को 'निकट भविष्य' में आयोजित किए जाने का ऐलान किया था।
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