शुक्रवार, 25 मार्च 2016

जयपुर।राजस्थान पुलिस महकमा शोक में, लेकिन गृहमंत्री ने जमकर खेली होली



जयपुर।राजस्थान पुलिस महकमा शोक में, लेकिन गृहमंत्री ने जमकर खेली होली


नागौर में पुलिस मुठभेड़ के दौरान मारे गए सिपाही खुमाराम को शहीद का दर्जा देने के मामले में भले ही राज्य सरकार चुप है, लेकिन राजस्थान पुलिस ने अपनी ओर से खुमाराम की शहादत के शोक में होली नहीं खेली।




लेकिन हैरानी की बात ये रही कि पुलिस महकमें का ज़िम्मा संभालने वाले गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया सहित अन्य मंत्रियों ने जमकर होली खेली। कटारिया उदयपुर में अपने समर्थकों के साथ दिनभर होली के रंग में रंगे रहे।





वहीं सूत्रों के मुताबिक़ पुलिस मुख्यालय की तरफ से खुमाराम के लिए विशेष आर्थिक पैकेज तैयार किया जा रहा है, जिसमें सभी पुलिसकर्मी अपनी तरफ से आर्थिक सहायता दे रहे हैं।




मित्र मंडली के साथ गाए गीत

कटारिया ने उदयपुर में हर बार की तरह इस बार भी अपने समर्थकों और मित्रों के साथ होली खेली। वे दिन भर रंग बिरंगे रंगों में रंगे नज़र आये। धुलंडी के मौके पर कटारिया ने घंटाघर पर जुटी मंडली में मित्रों के साथ होली के गीत भी गाए।





गौरतलब है कि राज्य पुलिस धुलंडी के एक दिन बाद होली मनाती है। लेकिन बिते दिनों बदमाशों से मुठभेड़ में सिपाही खुमाराम की मौत के चलते पुलिस विभाग ने इस बार होली नहीं मनाने का फैसला लिया। इसके लिए बकायदा पुलिस महानिदेशक मनोज भट्ट ने लिखित आदेश भी निकाले।





इन आदेशों के चलते प्रदेश के एक लाख से भी ज़्यादा पुलिसकर्मियों ने इस साल होली नहीं खेली है। जयपुर और जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के साथ ही प्रदेश के 36 जिलों के 79 हज़ार 179 पुलिसकर्मियों ने होली नहीं खेली।



जिलों की पुलिस लाइनों, एसजोअी, एटीएस, सीआईडी, यादगार, यातायात पुलिस और पुलिस बटालियनों समेत 57 पुलिस यूनिटों के 24 हज़ार 721 पुलिसकर्मी भी इस श्रद्धांजलि में शामिल हैं।





डीजी बंगले पर कार्यक्रम रद्द

पुलिस अफसरों ने भी इस साल होली नहीं खेली। रिजर्व पुलिस लाइन जयपुर सहित पुलिस महानिदेशक के बंगले पर होने वाला होली मिलन कार्यक्रम रद्द कर दिया गया।





'खुमाराम के परिवार के लिए पुलिस की ओर से एक विशेष पैकेज तैयार किया जा रहा है। जिससे उसके परिवार का ठीक से पालन पोषण हो सके। सरकार अपने स्तर पर अपना काम कर रही है।'

मनोज भट्ट, पुलिस महानिदेशक, राजस्थान पुलिस





'युद्ध में मारे गए जवान को शहीद का दर्जा देते हैं। खुमाराम भी बदमाशों से मुठभेड़ करते हुए मरा है, एेसे में हमने तो उसे शहीद ही माना है। उसके परिवार के शोक में शामिल होने के लिए पुलिसकर्मी होली नहीं खेल रहे। '

एनआर के रेड्डी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था

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