महिला दो लोगों के साथ मिलकर करती थी शर्मनाक काम, अबतक कई आए इनके झांसे में
अजमेर. रकम दोगुनी करने का झांसा देकर ठगी की वारदात अंजाम देने वाले मध्यप्रदेश के शातिर ठग गिरोह को क्लॉक टावर थाना पुलिस ने शुक्रवार को ब्यावर के निकट दबोच लिया। इसमें दो युवक व एक महिला शामिल थी, जबकि दो फरार हो गए। पुलिस ने गिरोह से एक बोलेरो कार जब्त की है। आरोपितों को ठगी के मामले में गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी। गिरोह से ठगी की कई वारदातें खुलने की संभावना है।
कार्यवाहक पुलिस अधीक्षक अवनीश कुमार शर्मा ने बताया कि शुक्रवार शाम क्लॉक टावर थाने में दूदू हरसोली गोबियों की ढाणी निवासी बन्नाराम पुत्र रामदेव जाट ने शिकायत दी कि कपड़े बेचने वाली महिला और उसके परिवार ने रकम दोगुनी करने का झांसा देकर सवा लाख रुपए की ठगी कर ले गए। उसके बदले उसको चमकीले कागज में लपेट कर पेपर के बंडल थमा गए। पीडि़त बन्नाराम की शिकायत पर शुक्रवार शाम जिलेभर में नाकाबंदी कर मध्यप्रदेश नम्बर की बोलेरो की तलाश शुरू की गई।
बोलेरो के ब्यावर में मसूदा रोड पर नजर आने पर सहायक पुलिस अधीक्षक (दक्षिण) चूनाराम के नेतृत्व में पुलिस दल ने दबिश दी। शातिर ठगों ने भागने का प्रयास किया लेकिन चालक ने वाहन मसूदा की तरफ दौड़ा दिया। पुलिस ने मसूदा बाड़ी घाटी में बोलेरो रोककर उसमें सवार मध्यप्रदेश सागर शायगढ़ निवासी हरिसिंह गौड (55), धर्मेन्द्रसिंह गौड (30) व हरिसिंह की पत्नी सीता (53) को गिरफ्तार कर लिया, जबकि एक युवक और महिला भागने में कामयाब हो गए। पुलिस टीम में थानाप्रभारी रमेन्द्रसिंह, उप निरीक्षक राजेश मीणा, दीवान रेवतराम, सिपाही मामराज मीणा, शिव कुमार, मुकेश, साइक्लोन सेल के तकनीकी सहायक प्रवीण कुमार, रणवीर सिंह शामिल थे।
यूं बनाया ठगी का शिकार
पीडि़त बन्नाराम जाट ने बताया कि तीन दिन पहले उसके घर एक महिला कपड़े बेचने आई। उसे उसकी पत्नी ने खाना खिला दिया। इसके बाद वह महिला चली गई। कुछ देर बाद उसका बेटा आया। उसने झांसा दिया कि गुरुजी आए हुए है जो रुपए दोगुना-चौगुना कर रहे हैं। आप भी रुपयों की व्यवस्था कर लो। कुछ देर बाद बेटे की बहू ने भी वहीं बात दोहरा दी। उनकी बातों में आकर उसने रिश्तेदारों से करीब सवा लाख रुपए की व्यवस्था कर ली।
पहले किशनगढ़, फिर बुलाया अजमेर
बन्नाराम ने बताया कि शुक्रवार को उसे फोन आया कि रकम लेकर किशनगढ़ आ जाओ। वह किशनगढ़ आया तो उसे कोई नहीं मिला। उसने फोन किया तो शातिर ठगों ने अजमेर बुला लिया। उनके कहे पर वह घूघरा घाटी उतर गया। यहां उसे ऑटो में एक महिला व पुरुष मिले। जो उसे रोडवेज बस स्टैंड लेकर आए। बस स्टैंड पर सफेद बोलेरो कार में तीन जने मिले। उन्होंने उसे गाड़ी में बैठा रेलवे स्टेशन ले आए।
...पुलिस देख लेगी भाग जा
बन्नाराम ने बताया कि रेलवे स्टेशन के सामने उससे एक लाख 25 हजार रुपए लेने के बाद शातिर ठग उसको दो चमकीले बण्डल थमा कर तत्काल गाड़ी से उतार दिया। उन्होंने कहा कि भाग जा पुलिस वाले देख लेंगे।Óबोलेरो से उतरने के बाद आरोपित बस स्टैंड की तरफ चले गए। कुछ देर बाद उसने बण्डल खोलकर देखे तो उसमें सफेद कागज थे। धोखाधड़ी का एहसास होने पर वह सीधे क्लॉक टावर थाने पहुंच शिकायत दी।
यूं आए गिरफ्त में
पुलिस ने मध्यप्रदेश नम्बर की बोलेरो की तलाश शुरू की। दो घंटे बाद भी जिले के किसी भी टोल नाके व सीमा से बोलेरो नहीं गुजरी। देर शाम ब्यावर थाना पुलिस को संदिग्ध बोलेरो मसूदा रोड पर खड़ी नजर आई। शातिर ठगों ने ब्यावर रोड पर खाली भूखंडों में डेरा जमा रखा था। पुलिस वाहन देखते ही शातिर ठग ने भागने का प्रयास किया लेकिन बाड़ी घाटी में पुलिस ने दबोच लिया
कार्यवाहक पुलिस अधीक्षक अवनीश कुमार शर्मा ने बताया कि शुक्रवार शाम क्लॉक टावर थाने में दूदू हरसोली गोबियों की ढाणी निवासी बन्नाराम पुत्र रामदेव जाट ने शिकायत दी कि कपड़े बेचने वाली महिला और उसके परिवार ने रकम दोगुनी करने का झांसा देकर सवा लाख रुपए की ठगी कर ले गए। उसके बदले उसको चमकीले कागज में लपेट कर पेपर के बंडल थमा गए। पीडि़त बन्नाराम की शिकायत पर शुक्रवार शाम जिलेभर में नाकाबंदी कर मध्यप्रदेश नम्बर की बोलेरो की तलाश शुरू की गई।
बोलेरो के ब्यावर में मसूदा रोड पर नजर आने पर सहायक पुलिस अधीक्षक (दक्षिण) चूनाराम के नेतृत्व में पुलिस दल ने दबिश दी। शातिर ठगों ने भागने का प्रयास किया लेकिन चालक ने वाहन मसूदा की तरफ दौड़ा दिया। पुलिस ने मसूदा बाड़ी घाटी में बोलेरो रोककर उसमें सवार मध्यप्रदेश सागर शायगढ़ निवासी हरिसिंह गौड (55), धर्मेन्द्रसिंह गौड (30) व हरिसिंह की पत्नी सीता (53) को गिरफ्तार कर लिया, जबकि एक युवक और महिला भागने में कामयाब हो गए। पुलिस टीम में थानाप्रभारी रमेन्द्रसिंह, उप निरीक्षक राजेश मीणा, दीवान रेवतराम, सिपाही मामराज मीणा, शिव कुमार, मुकेश, साइक्लोन सेल के तकनीकी सहायक प्रवीण कुमार, रणवीर सिंह शामिल थे।
यूं बनाया ठगी का शिकार
पीडि़त बन्नाराम जाट ने बताया कि तीन दिन पहले उसके घर एक महिला कपड़े बेचने आई। उसे उसकी पत्नी ने खाना खिला दिया। इसके बाद वह महिला चली गई। कुछ देर बाद उसका बेटा आया। उसने झांसा दिया कि गुरुजी आए हुए है जो रुपए दोगुना-चौगुना कर रहे हैं। आप भी रुपयों की व्यवस्था कर लो। कुछ देर बाद बेटे की बहू ने भी वहीं बात दोहरा दी। उनकी बातों में आकर उसने रिश्तेदारों से करीब सवा लाख रुपए की व्यवस्था कर ली।
पहले किशनगढ़, फिर बुलाया अजमेर
बन्नाराम ने बताया कि शुक्रवार को उसे फोन आया कि रकम लेकर किशनगढ़ आ जाओ। वह किशनगढ़ आया तो उसे कोई नहीं मिला। उसने फोन किया तो शातिर ठगों ने अजमेर बुला लिया। उनके कहे पर वह घूघरा घाटी उतर गया। यहां उसे ऑटो में एक महिला व पुरुष मिले। जो उसे रोडवेज बस स्टैंड लेकर आए। बस स्टैंड पर सफेद बोलेरो कार में तीन जने मिले। उन्होंने उसे गाड़ी में बैठा रेलवे स्टेशन ले आए।
...पुलिस देख लेगी भाग जा
बन्नाराम ने बताया कि रेलवे स्टेशन के सामने उससे एक लाख 25 हजार रुपए लेने के बाद शातिर ठग उसको दो चमकीले बण्डल थमा कर तत्काल गाड़ी से उतार दिया। उन्होंने कहा कि भाग जा पुलिस वाले देख लेंगे।Óबोलेरो से उतरने के बाद आरोपित बस स्टैंड की तरफ चले गए। कुछ देर बाद उसने बण्डल खोलकर देखे तो उसमें सफेद कागज थे। धोखाधड़ी का एहसास होने पर वह सीधे क्लॉक टावर थाने पहुंच शिकायत दी।
यूं आए गिरफ्त में
पुलिस ने मध्यप्रदेश नम्बर की बोलेरो की तलाश शुरू की। दो घंटे बाद भी जिले के किसी भी टोल नाके व सीमा से बोलेरो नहीं गुजरी। देर शाम ब्यावर थाना पुलिस को संदिग्ध बोलेरो मसूदा रोड पर खड़ी नजर आई। शातिर ठगों ने ब्यावर रोड पर खाली भूखंडों में डेरा जमा रखा था। पुलिस वाहन देखते ही शातिर ठग ने भागने का प्रयास किया लेकिन बाड़ी घाटी में पुलिस ने दबोच लिया
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