जयपुर आनंदपाल ने की पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग!
नागौर के गुढ़ा भगवानदास में पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग कुख्यात आनंदपाल ने की थी! पुलिस को फायरिंग के समय आनंदपाल और उसके सबसे विश्वसनीय ड्राइवर महिपाल उर्फ मोंटी की मौजूदगी के अहम सबूत मिले हैं। प्रारंभिक पड़ताल के आधार पर पुलिस का मानना है कि मोंटी कार चला रहा था और आनंदपाल ने फायरिंग की। अब तक की पड़ताल के बाद पुलिस इस निष्कर्ष पर पहुंचती नजर आ रही है।
आनंदपाल की नागौर में मौजूदगी के साक्ष्य मिलने के बाद पुलिस मुख्यालय ने अत्याधुनिक हथियारों से लैस विशेष सुरक्षा बल को जयपुर से नागौर भेजा है। साथ ही नागौर के 40 जवानों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस बीच नागौर पुलिस ने गुरुवार रात आनंदपाल के बहनोई गजेन्द्र सिंह और उसके साथी धर्मपाल को ढाई किलो अफीम के साथ दबोचा है। दोनों ने नाकाबंदी तोड़कर भागने का प्रयास भी किया था।
यहीं से भागते शूटर
पुलिस का एक धड़ा मानता है कि जयपुर से भागने वाले शूटर नागौर क्यों जाते? जबकि उनके लिए जयपुर से राज्य की सीमा से बाहर निकलना ज्यादा आसान है। वह 200 किमी के भीतर ही यूपी, दिल्ली या मध्यप्रदेश की सीमा में घुस सकते थे। एेसे में वह 300 किमी दूर नागौर जाने का अतिरिक्त जोखिम क्यों लेंगे? साथ ही पुलिस मुठभेड़ के बाद पैदल भागने के लिए कौन सा रास्ता किस गांव से होता हुआ कहां निकलता है, इसकी जानकारी उन्हें कैसे होगी?
मौजूदगी के साक्ष्य
कार में आनंदपाल का यूपी से बना फर्जी मतदाता पहचान पत्र मिला।
आनंदपाल के खास गुर्गे महिपाल उर्फ मोंटी की आईडी भी बरामद।
कार में मोबाइल भी मिला। इसमें आनंदपाल गैंग के लोगों के नंबर।
जयपुर से भागे शूटर और फायरिंग में प्रयुक्त कार दोनों अलग हैं।
आनंदपाल फरार होते समय पुलिस से दो एके 47 राइफल लूटकर ले गया था।
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