जैसलमेर।35 पाक नागरिकों को जैसलमेर भेजा, सुरक्षा एजेंसियां करेंगी पूछताछ
जैसलमेर।यूपी के धार्मिक वीजा पर रामदेवरा दर्शन करने पहुंचे 35 पाक नागरिकों को पुलिस ने प्रांरभिक पूछताछ के बाद जैसलमेर रवाना कर दिया है। यहां पुलिस व विभिन्न जाँच एजेंसियां इन लोगों से पूछताछ करेंगी। पुलिस के अनुसार ये सभी यात्री पाकिस्तान के थारपारकर, सिंध से धार्मिक वीजा पर मुनाबाओ मार्ग से भारत आए थे।
यह दल दिलीप मेघवाल के नेतृत्व में धार्मिक यात्रा के लिए रवाना हुआ था और मथुरा, हरिद्वार होते हुए रामदेवरा पहुंचा। यहाँ पुलिस को इन यात्रियों के पास वीजा नहीं होने की भनक लगी और उन्हें अपनी निगरानी में लेकर देर रात तक पूछताछ के बाद जैसलमेर उसी बस से रवाना किया, जिसमें वे आए थे। जैसलमेर में विभिन्न एजेंसियां उनसे पूछताछ करेंगी।
5 महीने पहले भी सामने आ चुका है मामला
जैसलमेर शहर में करीब 5 महीने पहले धार्मिक वीजा पर आए पाक हिन्दू नागरिकों ने अपना डेरा जमा लिया। प्रतिबंधित जैसलमेर क्षेत्र में बिना अनुमति के वे जेठवाई रोड पर रहने लगे थे। इन 88 लोगों को पुलिस ने कार्रवाई कर जैसलमेर से भेजने की तैयारी की तब राजनीतिक हस्तक्षेप के बाद उन्हें भेजे जाने पर रोक लग गई। राज्य सरकार के दखल से इन्हें वीजा अवधि बढ़ाए जाने तक जैसलमेर में आश्रय मिला हुआ है।
जैसलमेर।यूपी के धार्मिक वीजा पर रामदेवरा दर्शन करने पहुंचे 35 पाक नागरिकों को पुलिस ने प्रांरभिक पूछताछ के बाद जैसलमेर रवाना कर दिया है। यहां पुलिस व विभिन्न जाँच एजेंसियां इन लोगों से पूछताछ करेंगी। पुलिस के अनुसार ये सभी यात्री पाकिस्तान के थारपारकर, सिंध से धार्मिक वीजा पर मुनाबाओ मार्ग से भारत आए थे।
यह दल दिलीप मेघवाल के नेतृत्व में धार्मिक यात्रा के लिए रवाना हुआ था और मथुरा, हरिद्वार होते हुए रामदेवरा पहुंचा। यहाँ पुलिस को इन यात्रियों के पास वीजा नहीं होने की भनक लगी और उन्हें अपनी निगरानी में लेकर देर रात तक पूछताछ के बाद जैसलमेर उसी बस से रवाना किया, जिसमें वे आए थे। जैसलमेर में विभिन्न एजेंसियां उनसे पूछताछ करेंगी।
5 महीने पहले भी सामने आ चुका है मामला
जैसलमेर शहर में करीब 5 महीने पहले धार्मिक वीजा पर आए पाक हिन्दू नागरिकों ने अपना डेरा जमा लिया। प्रतिबंधित जैसलमेर क्षेत्र में बिना अनुमति के वे जेठवाई रोड पर रहने लगे थे। इन 88 लोगों को पुलिस ने कार्रवाई कर जैसलमेर से भेजने की तैयारी की तब राजनीतिक हस्तक्षेप के बाद उन्हें भेजे जाने पर रोक लग गई। राज्य सरकार के दखल से इन्हें वीजा अवधि बढ़ाए जाने तक जैसलमेर में आश्रय मिला हुआ है।
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