श्रमिकों के पंजीयन के लिए किए जायेगें आवश्यक प्रबंधन- श्रम राज्य मंत्राी
जालोर 25 फरवरी - राज्य के श्रम राज्य मंत्राी सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी ने गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में विभिन्न विभागाीय योजनाओं की समीक्षा करने के साथ-साथ विभाग की योजनाओं को प्रभावी रूप से क्रियान्वित करने के निर्देश प्रदान किये।
बैठक में राज्य मंत्राी ने कहा कि राज्य में सर्वाधिक श्रमिक पंजीयन करने वाले जिले के कलक्टर, विकास अधिकारी व ग्रामसेवक को राज्य सरकार द्वारा श्रमिक पुत्रा पुरस्कार प्रदान किया जायेगा। उन्होंने कहा कि श्रमिको के कल्याण की योजनाओं से सम्बन्धित विभिन्न दिशा-निर्देश विकास अधिकारी, सहायक अभियन्ता व ठेकेदारों को उपलब्ध करवा दिये गये हैं तथा अगर कोई भी दिशा-निर्देशों की अनुपालना नहीं करेगा तो उसके विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। कोई भी श्रमिक अगर बिना पंजीयन के पाया गया तो सम्बन्धित अधिकारी को चार्जशीट दी जायेगी वही ठेकेदार को ब्लेकलिस्टेड कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य असंगठित क्षेत्रा के 1.5 करोड से अधिक श्रमिकों का रजिस्ट्रेशन करना हैं। राज्य के 33 हजार ई-मित्रों पर भवन निर्माण श्रमिकों का नामाकन, नवीनीकरण एवं विभिन्न योजनाओं में आवेदन की सुविधा प्रदान की जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि कौशल विकास प्रधानमंत्राी का ड्रिम प्रोजेक्ट हैं। राज्य में पहली बार तीन विभागों को मिलाकर रोजगार व कौशल एवं उद्यमिता विकास विभाग का गठन किया गया हैं। राज्य सरकार ने इसके लिए 1375 करोड रूपये के बजट का प्रावधान किया हैं। युवाओ को कौशल विकास करने के लिए अलग-अलग तरह की 200 से अधिक कौशल विकास कार्यो का चयन किया गया हैं तथा 1.4 लाख बच्चों को एक साल मंे ट्रेनिंग देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया हैं।
उन्होंने जिला रोजगार अधिकारी आनन्द कुमार सुथार को निर्देश दिये कि अब साल भर में 12 रोजगार मेलों का आयोजन किया जाये तथा यह सुनिश्चित किया जाये कि इन मेलों का आयोजन उपखण्ड व जिला स्तर के काॅलेजों में किया जाये। श्रमिक कल्याण को उन्होंने पवित्रा कार्य बताते हुए कहा कि इसे अपनी नौकरी से अधिक मानवता की व्यापक भावना को दृष्टिगत रखते हुए सम्पन्न करें।
इस अवसर पर जिला प्रमुख डाॅ. वन्नेसिंह गोहिल, जालोर विधायक श्रीमती अमृता मेघवाल, भीनमाल विधायक पूराराम चैधरी, आहोर विधायक शंकरसिंह राजपुरोहित, जिलाध्यक्ष रविन्द्रसिंह बालावत, जालोर प्रधान सुश्री संतोष, भीनमाल प्रधान धुकाराम पुरोहित, आहोर प्रधान राजेश्वरी कंवर, सांचैर प्रधान टाबाराम, सायला प्रधान जबरसिंह, चितलवाना प्रधान हनुमानप्रसाद भादू, कार्यवाहक जिला कलक्टर आशाराम डूडी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चैधरी, जालोर उपखण्ड अधिकारी हरफूल पंकज, जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियन्ता बी.एल.सुथार, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण एन.के.माथुर व जलदाय विभाग के अधिशाषी अभियन्ता के.सी.सिंघाडिया, जिला श्रम कल्याण अधिकारी जे.पी.अरोडा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
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हर बच्चे के हाथ में हुनर हों- सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी
जालोर 25 फरवरी - राज्य के श्रम राज्य मंत्राी सुरेन्द्रपालसिंह टीटी ने कहा कि प्रत्येक बच्चे के हाथ में कौशल का हुनर सुनिश्चित करने के उदृेश्य से राज्य में कौशल आजीविका विकास निगम के माध्यम से विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण के माध्यम से उनका कौशल विकसित किया जा रहा है तथा आने वाले हर बच्चें के हाथ में हुनर होगा।
राज्य के श्रम,कौशल, नियोजन, उद्यमिता, कारखाना और बायलर्स निरीक्षण विभाग के राज्य मं़त्राी (स्वतंत्रा प्रभार) सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी गुरूवार को स्थानीय कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में पत्राकार वार्ता को सम्बोधित कर रहे थें। उन्होनें कहा कि देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्राी श्री नरेन्द्र मोदी एवं राज्य की मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुधंरा राजे के निर्देशन में युवाओं का कौशल विकसित करने के उदृेश्य से रोजगार व कौशल उद्यमिता विकास निगम का गठन किया गया है तथा विभिन्न प्रकार के ट्रेडों के माध्यम उनका हुनर विकसित किया जाकर उन्हे रोजगार से जोडा जायेगा। उन्होने कहा कि जालोर जिले के ग्रेनाईट व्यवसाय से सम्बन्धित ट्रेड को भी इसमें शामिल किया जायेगा ताकि स्थानीय लोगों को रोजगार मुहैया हो सकें तथा इसके लिए धन की कोई कमी नही है।
उन्होनें कहा कि राज्य में सर्वाधिक जालोर जिले में श्रमिकों का पंजीयन हुआ है तथा आने वाले समय में भी जालोर जिले में निर्माण श्रमिक शिक्षा व कौशल विकास योजनाॅंए फलीभूत होगी। उन्होनें कहा कि निर्माण श्रमिकों का अधिकाधिक पंजीयन करने के उदृेश्य से राज्य के ग्रामसेवकों एवं एमजी नरेगा श्रमिकों के माध्यम भी पंजीयन हो सकेगा वही जिले में संचालित ई-मित्रा कियोस्कों के माध्यम से निर्धारित 30 रूपयों का शुल्क लिया जाकर आॅनलाईन पंजीयन का भी कार्य किया जायेगा।
इस अवसर पर उन्होनें प्रिन्ट व इलेक्ट्रोनिक मीडिया कर्मियों के प्रश्नों के उत्तर भी दिए। इस दौरान जिला प्रमुख डाॅ. वन्नेसिंह गोहिल, जालोर विधायक श्रीमती अमृता मेघवाल, भीनमाल विधायक पूराराम चैधरी, आहोर विधायक शंकरसिंह राजपुरोहित, जिलाध्यक्ष रविन्द्रसिंह बालावत, कार्यवाहक जिला कलक्टर आशाराम डूडी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चैधरी एवं जालोर उपखण्ड अधिकारी हरफूल पंकज आदि उपस्थित थें।
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डीएलसीसी व डीएलआरसी की त्रौमासिक समीक्षा बैठक सम्पन्न
जालोर 25 फरवरी - कार्यवाहक जिला कलक्टर आशाराम डूडी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय अधिकारी समन्वय समिति (डीएलसीसी) एवं साख समीक्षा समिति (डीएलआरसी) की त्रौमासिक समीक्षा बैठक गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई।
बैठक में कार्यवाहक जिला कलक्टर डूडी ने मार्गदर्शी बैंक द्वारा प्रस्तुत किये गये आंकडों की समीक्षा करते हुए सभी 6 प्रमुख क्षेत्रों में निर्धारित लक्ष्यों से अधिक साख वितरण के लिए प्रशंसा करते हुए अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को ऋण सम्बन्धी लक्ष्यों को भी यथाशीघ्र प्राप्त करने के लिए बैंकर्स को निर्देश दिये। उन्होंने सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं की उपलब्धियों की प्रगति व समीक्षा करते हुए कहा कि बैंकों को अपने द्वारा दिये जाने ऋणों के उपयोग सम्बन्धी फोलोअप भी लेना चाहिए जिससे सरकार की मूल मंशा व आर्थिक वित्तीय समावेशन के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। इसमे भारतीय स्टेट बैंक, कैनरा बैंक, बैंक आॅफ इण्डिया, एक्सिस बैंक, यस बैंक, इन्डसन्ट बैंक, कोटक महिन्द्रा बैंक की उपलब्धि निर्धारित लक्ष्य से कम हैं इस पर उन्होंने इन बैंकों को निर्देश दिये कि वे वार्षिक साख योजना के लक्ष्य अर्जित कर जिले के विकास में अपनी महत्ती भूमिका निभाये।
बैठक में मार्गदर्शी बैंक के मुख्य प्रबन्धक आर.एस.भाटी ने कहा कि जालोर जिले मे दिसम्बर 2014 में समस्त बैंकों की जमाएं 2234.11 करोड थी जो बढकर दिसम्बर 2015 में 2418.20 करोड हो गई हैं एवं 184.09 करोड की जमाओं में वृद्धि हुई हैं। दिसम्बर 2014 में समस्त बैंकों का ऋण 2195.4 करोड था जो बढकर दिसम्बर 2015 में 2426.19 करोड हो गया हैं एवं 231.15 करोड की बैंक ऋणों में वृद्धि हुई हैं। व्यवसायिक बैंकों का साख जमानुपात 70.98 से बढकर 72.60 प्रतिशत हो गया हैं। जिले में समस्त बैंकों का साख जमानुपात दिसम्बर 2014 में 98.25 प्रतिशत से बढकर दिसम्बर 2015 में 100.33 प्रतिशत हो गया हैं।
बैठक में रिजर्व बैंक के प्रतिनिधि लीड डवलपमेन्ट आॅफिसर सरस्वती ने बैंकों के प्रतिनिधियों को कहा कि वे सीएसआर व स्कूलों को गोद लेने सम्बन्धी अपने लक्ष्यों को समय पर पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि बैंकर्स मार्केट इन्टलीजेन्स व आईटी सिक्युरिटी की अवेयरनेस जनता में फैलाये तथा अगर उन्हे कुछ गलत आर्थिक क्रियाओं के विषय में जानकारी मिले तो वे इसे प्रशासन की सहायता से रूकवाये।
इस अवसर पर जालोर उपखण्ड अधिकारी हरफूल पंकज, नाबार्ड के प्रतिनिधि एच.एस.बुन्देला, एमजीबी के रिजनल मैनेजर सहित जिले की समस्त बैंकों के बैंकर्स उपस्थित थे।
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दो दिवसीय मेडिक्लेम कार्यशाला सम्पन्न
जालोर 25 फरवरी -राज्य बीमा एवं प्रावधायी निधि विभाग द्वारा राज्य कर्मचारियों के लिए लागू मेडिक्लेम पाॅलिसी के प्रति जागरूकता एवं प्रचार-प्रसार के लिए जिले के आहरण एवं वितरण अधिकारियों की दो दिवसीय कार्यशाला जालोर पंचायत समिति सभागार में सम्पन्न हुई।
राज्य बीमा एवं प्रावधायी निधि विभाग के सहायक निदेशक त्रिलोकचन्द्र अग्रवाल ने बताया कि कार्यशाला में प्रथम दिवस 24 फरवरी को जालोर जिला मुख्यालय एवं आहोर, सायला व बागोडा उपखण्ड के आहरण व वितरण अधिकारियों ने भाग लिया।
कार्यशाला में सहायक निदेशक त्रिलोकचन्द्र अग्रवाल ने योजनाओं से सम्बन्धित नियमों एवं दावा भुगतान प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी तथा कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान किया। सूचना सहायक किशनलाल सिसोदिया ने आॅनलाईन दावा प्रपत्रा भरने सम्बन्धित समस्याओं से अवगत करवाया साथ ही आहरण वितरण अधिकारियों को मेडिक्लेम सम्बन्धी नियमों की जानकारी व प्रपत्रा भी उपलब्ध करवाये गये।
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रमसा द्वारा कृत्रिम अंग उपकरण शिविर का आयोजन
जालोर 25 फरवरी -राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तत्वाधान में गुरूवार को रमसा कार्यालय में कृत्रिम अंग उपकरण शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर में मुख्य अतिथि जिला कोषाधिकारी दशरथ कुमार सोलंकी ने कहा कि दिव्यांग बालक ईश्वर की सच्ची दैवीय कृति हैं उनमें विशेष प्रतिभा होती हैं जिसका दर्शन समाज को प्राप्त होता हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए समाजसेवी प्रकाश नागर ने कहा कि राजस्थान माध्यमिक शिक्षा परिषद का यह प्रयास सरकार की सच्ची संवेदनशीलता का प्रतीक हैं।
रमसा के अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक प्रकाशचन्द्र चैधरी ने राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद की गतिविधियों के तहत दिव्यांगों के प्रति किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम अधिकारी पूरणसिंह ने किया तथा सहायक लेखाधिकारी घनश्याम दवे ने आगन्तुकों का आभार प्रकट किया। शिविर में राजकीय माध्यमिक तथा उच्च माध्यमिक विद्यालयों में पढने वाले 21 बालकों को लाभान्वित किया गया।
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