शनिवार, 27 फ़रवरी 2016

अब आॅनलाईन मिलेगी निजी स्कूलों को मान्यता-प्रो. देवनानी



अब आॅनलाईन मिलेगी निजी स्कूलों को मान्यता-प्रो. देवनानी

प्राईवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रान्तीय अधिवेशन में शिक्षा राज्य मंत्राी ने की घोषणा

शिक्षा के अधिकार के तहत निजी स्कूलों को शीघ्र मिलेगी पुनर्भरण राशि

अजमेर 27 फरवरी। जिले के प्रभारी एवं शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के निजी स्कूलों को मान्यता देने की प्रक्रिया को शीघ्र आॅनलाइन करने जा रही है। इससे स्कूलों को शिक्षा के विभिन्न कार्यालयों में चक्कर काटने की समस्या से निजात मिल जाएगी। शिक्षा के अधिकार के तहत पुनर्भरण राशि भी शीघ्र ही स्कूलों को मिल जाएगी। सरकार निजी स्कूलों की विभिन्न समस्याओं का निराकरण करेगी।

शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने आज प्राईवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रान्तीय अधिवेशन में यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि लम्बे समय से मान्यता की प्रक्रिया को लेकर निजी स्कूलों को समस्याएं आ रही थी। अब राज्य सरकार इस पूरी प्रक्रिया को आॅनलाइन करने जा रही है। आगामी आठ मार्च को आॅनलाइन मान्यता के लिए वैब पोर्टल का शुभारम्भ किया जाएगा। इससे स्कूल संचालकों को कार्यालयों के चक्कर नही काटने पड़ेगे। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से संबंधित निजी स्कूलों की विभिन्न मांगों के समाधान के लिए भी शीघ्र ही वार्ता आयोजित की जाएगी।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा का अधिकार अधिनियम में भी सुधार करने जा रही है। अब निजी स्कूलों को शिक्षा पुनर्भरण राशि का भुगतान समय पर कर दिया जाएगा। राज्य सरकार ने आठवीं बोर्ड लागू कर दी है। पांचवी कक्षा में भी डाईट के माध्यम से जिले की एकीकृत परीक्षा करायी जाएगी। इसमें अगर कोई विद्यार्थी फेल होता है तो उसे एक महीने में परीक्षा का पुनः अवसर मिलेगा। फिर भी अगर कोई फेल होता है तो उसे फेल ही माना जाएगा।

प्रो. देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार निजी स्कूलों में फीस के निर्धारण से संबंधित प्रक्रिया को भी सरलीकृत करने जा रही है। अब स्कूल प्रबन्धन व अभिभावकों की आपसी सहमति से फीस निर्धारित होगी। इनमें से कोई भी पक्ष अगर असहमत है तो वह संभागीय आयुक्त के पास प्रथम अपील एवं राज्य सरकार के पास द्वितीय अपील कर सकता है।

शिक्षा राज्य मंत्राी ने निजी स्कूलों का आव्हान किया कि वे देश के लिए सुयोग्य नागरिक तैयार करने की सरकार के प्रयासों में सहयोग करें। राज्य सरकार स्वच्छता, जल स्वावलम्बन एवं भामाशाह स्वास्थ्य बीमा आदि योजनाओं को पाठ्यक्रम में शामिल करने जा रही है। निजी विद्यालय अपने विद्यार्थियों को इन योजनाओं के प्रति जागरूक कर समाजहित में अपना योगदान दें।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने नये शैक्षणिक सत्रा से देश के नायकों को पाठ्यक्रम में शामिल किया है। अब अकबर नही महाराणा प्रताप की जीवनी से विद्यार्थियों को प्रेरणा दी जाएगी। इसी तरह वीर सावरकर, वीर दुर्गादास, गोविन्द गुरू, महान वैज्ञानिक सी.वी.रमन, भास्कराचार्य और आर्य भट्ट जैसे भारतीय नायकों को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। निजी विद्यालय भी विद्यार्थियों में देश भक्ति का जज्बा जगाने की इस मुहिम में मदद करें।

उन्होंने कहा कि राज्य की शिक्षा में निजी स्कूलों का महत्वपूर्ण योगदान है। राज्य सरकार निजी स्कूलों की समस्याओं के निराकरण के लिए हर संभव प्रयास करेगी। कार्यक्रम को कर्मचारी नेता श्री महेश व्यास, श्री शक्ति सिंह गौड़ एवं एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष श्री कैलाश शर्मा ने भी सम्बोधित किया। प्रो. देवनानी ने संगठन की पुस्तिका का विमोचन किया एवं पुरस्कार वितरण किया।




150 करोड़ की लागत से बनेगा अजमेर-पुष्कर बाईपास

केन्द्रीय मंत्राी प्रो. जाट, सार्वजनिक निर्माण मंत्राी श्री खान एवं संसदीय सचिव श्री रावत ने किया शिलान्यास

पुष्कर में उपखण्ड अधिकारी कार्यालय भवन निर्माण कार्य का भी शुभारम्भ

अजमेर 27 फरवरी। केन्द्रीय जल संसाधन राज्य मंत्राी प्रो. सांवरलाल जाट, राज्य के सार्वजनिक निर्माण मंत्राी श्री यूनुस खान एवं संसदीय सचिव श्री सुरेश रावत ने आज 150 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाले अजमेर-पुष्कर बाईपास तथा पुष्कर में उपखण्ड अधिकारी कार्यालय का शिलान्यास किया। अजमेर - पुष्कर का बाईपास को डबल लेन किया जाएगा। इस 22 किलोमीटर की दूरी में 10 मीटर चैड़ी सड़क बनाई जाएगी जिसमें तीन बड़े पुल व 20 छोटी पुलिया होगी । ग्रामीण आबादी क्षेत्रा में सीमेन्ट सड़क बनायी जाएगी। बाईपास में आने वाले मोड़ों को खत्म किया जाएगा।

इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्राी प्रो. सांवरलाल जाट ने कहा कि सड़कें आम आदमी के लिए आवागमन का मुख्य साधन है। इनके सही होने से ऊर्जा, श्रम तथा समय की बचत होती है और दुर्घटनाएं कम होती है। बाईपास निकलने से शहर की सड़कों पर यातायात का दबाव तथा प्रदूषण में कमी आएगी। साथ ही पुष्कर आने वाले तीर्थ यात्रियों को सहूलियत रहेगी।

उन्हांेने कहा कि भविष्य में पेयजल की उपलब्धता एक चुनौती बनती जा रही है। इसलिए पानी का मितव्ययता से उपयोग करें। बरसात के पानी से भूजल स्तर को बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करें तथा कम पानी से तैयार होने वाली फसलों को प्राथमिकता के साथ उगाएं। पानी के लिए मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान के द्धारा समुदाय को पेयजल के लिए आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जा रहा है।

प्रो.जाट ने केन्द्र सरकार द्वारा संचालित 12 रूपये में बीमा का लाभ लेने के लिए उपस्थिति जन समुदाय का आव्हान किया । आमजन विकास में सहभागी बने।

कार्यक्रम में सार्वजनिक निर्माण एवं परिवहन विभाग मंत्राी श्री यूनूस खान ने संसदीय सचिव एवं स्थानीय विधायक श्री सुरेश सिंह रावत द्वारा क्षेत्रा की आवश्कताओं के बारे में अवगत कराने पर अजमेर-पुष्कर सुरंग के सर्वे की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट के लिए मौके पर ही 25 लाख रूपये की राशि स्वीकृत की। उन्होंने कहा कि नगर पालिका द्वारा भूमि प्रदान करते ही पुष्कर में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का बस अड्डा बनाने के लिए राज्य सरकार तुरन्त कार्य शुरू कर देगी। जिले की 17 ढ़ाणियों को मुख्य सड़कों को जोड़ने के लिए श्री खान ने राशि उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।

श्री खान ने कहा कि पुष्कर को सालासर बालाजी से सड़क मार्ग द्वारा जोड़ने के लिए तीन चरणों में कार्य किया जाएगा। प्रथम चरण में सालासर से डीडवाना के लिए 52 करोड़ की निविदा प्रक्रिया शुरू हो गई है। द्वितीय चरण में भकरी होते हुए परबतसर तक के लिए 46 करोड़ स्वीकृत किए गए है। इसके तृतीय चरण में परबतसर को पुष्कर से जोड़ा जाएंगा। उन्होंने कहा कि समस्त धर्मो का आदर करना और उनके धार्मिक स्थलों के प्रति आस्था रखना भारत की सहिष्णुता सांस्कृति का परिचायक है।

संसदीय सचिव एवं पुष्कर विधायक श्री सुरेश सिंह रावत ने कहा कि पुष्कर में परिर्वतन सबको दिखाई देने लग जाएगा और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पुष्कर भारत का रोल माॅडल प्रतिनिधित्व करेगा।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के दो सालों के कार्यकाल में अजमेर जिले खासकर पुष्कर का अभूतपूर्व विकास हुआ है। मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे की प्रेरणा से पुष्कर मेला अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोर रहा है। विकास की यह गति और तेज होगी।

इस अवसर पर पुष्कर नगर पालिका अध्यक्ष श्री कमल पाठक, उपाध्यक्ष श्री मुकेश कुमावत, पीसांगन प्रधान श्री दिलीप पचार, श्रीनगर प्रधान श्रीमती सुनिता रावत, उपखण्ड अधिकारी श्री हीरालाल मीणा, परियोजना निदेशक श्री शिव लहरी, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता श्री बी.एल.बैरवा सहित अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि मौजूद थे।




प्रो. देवनानी ने की जनसुनवाई, दिए समस्याओं के निराकरण के निर्देश
अजमेर 27 फरवरी। जिले के प्रभारी एवं शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने आज अपने निवास पर जनसुनवाई की। उन्होंने विभिन्न परिवेदनाएं लेकर आए लोगों की समस्याएं सुनकर अधिकारियों को निराकरण के निर्देश दिए।

शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने आज प्रातः अपने निवास पर जनसुनवाई में लोगों को राहत प्रदान की। जनसुनवाई में आज लोगों ने सड़क,पानी और बिजली सहित विभिन्न विभागों से संबंधित समस्याएं प्रस्तुत कीं । शिक्षा विभाग से जुड़े विभिन्न कामों की भी परिवेदनाएं प्राप्त हुई।

प्रो. देवनानी ने सभी परिवेदनाएं सुनकर अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे आमजन से जुड़े कामों को प्राथमिकता के आधार पर निरन्तारित करें। राज्य सरकार जनसमस्याओं के निराकरण के प्रति संवेदनशील है। इसके मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे स्वयं माॅनिटरिंग कर रही हैं। जिला व उपखण्ड स्तर पर जनसुनवाई हो रही है। साथ ही पोर्टल के माध्यम से भी परिवेदनाएं ली जा रही हैं। अधिकारी संवेदनशील होकर समस्याओं का निराकरण करें।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें