आम बजट जनता का बजट होगा- प्रो. कथेरिया
जनता के धन का सही उपयोग हो -केन्द्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्राी
अजमेर 22 जनवरी। केन्द्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्राी प्रो. रामशंकर कथेरिया ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली जिसमें विभागों में संचालित केन्द्र प्रवर्तित योजनाओं की समीक्षा की गई। बैठक में महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्राी श्रीमती अनिता भदेल, नगर निगम महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत, जिला कलक्टर डाॅ. आरूषी मलिक ने केन्द्रीय मंत्राी से क्षेत्रा के विकास के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा की।
प्रो. कथेरिया ने कहा कि आम बजट जनता की वास्तविक मांग के अनुसार निर्धारित करने की केन्द्र सरकार की योजना है। फण्ड की वास्तविक आवश्यकता वाले क्षेत्रा तथा स्थान का चयन किया जाएगा। इसके लिए केन्द्रीय मंत्राी जिला स्तर तक पहुंच कर स्थानीय आवश्यकताओं को बजट में शामिल करवांएगे। केन्द्रीय मंत्राी जिले के व्यवसायियों, किसानों, जनप्रतिनिधियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ क्षेत्रा में कम से कम 30 घण्टे स्थानीय आवश्यकताओं को समझने के लिए व्यतित कर रहे है। बजट में क्षेत्रा से जुड़ी आवश्यकता होने से केन्द्रीय फण्ड का वास्तविक तथा उचित स्थान पर उपयोग होगा। यही जनता के धन का जनता के लिए उपयोग है। इस तरह प्रदान किया गया बजट तीव्र विकास की सही दिशा निर्धारित करते है। प्राप्त बजट को ऊपर से निर्धारित सीमाओं में खर्च करने का मकसद ना होकर फील्ड से प्राप्त मांग एवं आवश्यकताओं के आधार पर बजट स्वीकृत होगा। व्यवहारिकता के साथ आंवटित बजट द्वारा अधिकतम लोगों को लाभ पहुंचाने का प्रयास करें।
केन्द्रीय मंत्राी ने कहा कि देश के विकास में अधिकारियों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। सरकार द्वारा बनायी गई योजनाओं को जमीनी स्तर पर फलीभूत करने का कार्य अधिकारियों तथा प्रशासनिक तन्त्रा द्वारा किया जाता है। सरकार द्वारा आमजन के हितार्थ किए जाने वाले कार्यों को प्रशासनिक तन्त्रा जनता को महसूस करा सकता है। ऐसा साफ मन से संवेदनशील होकर कार्य करने से संभव है। उन्होंने विभागीय योजनाओं की समीक्षा की और कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत निर्मित शौचालय कार्यशील रहे। इसके लिए स्थानीय जनप्रतिनिधि तथा ग्राम पंचायतों को अपने कार्य क्षेत्रा में जागरूकता पैदा करनी चाहिए। निर्माण कार्यों के समय-समय पर किए गए निरीक्षणों को मोबाईल माॅनिटरिंग स्स्टिम के माध्यम से लाभार्थी के फोटो के साथ करने से उच्च स्तर पर माॅनिटरिंग सरल हो जाएगी। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों से उनके विभाग द्वारा कार्य करने के दौरान आने वाली कठिनाईयों तथा उनके समाधान के बारे में विचार-विमर्श किया।
राज्यसभा संासद श्री भूपेन्द्र यादव ने आदर्श ग्राम को माॅडल बनाने की आवश्यकता बतायी। उन्होंने केन्द्रीय विश्वविद्यालय, झील संरक्षण, स्मार्ट सिटी, एयर र्पोअ, रेलवे तथा कौशल विकास जैसे विषयों पर प्रतिबद्धता के साथ कार्य करने का आश्वासन दिया। शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने मिड डे मिल के कुक कम हेल्पर के मानदेय में बढ़ोतरी करने का विषय उठाया। उन्होंने अजमेर शहर में स्थित रेलवे की भूमि को बिना स्वामित्व परिवर्तन के जनता द्वारा उपयोग करने की अनुमति के लिए भी कहा। इन्दिरा गांधी नहर का पानी अजमेर के किसानों को उपलब्ध करवाने के लिए भी विचार विमर्श किया गया।
अजमेर के निगमचन्द राज्य स्तरीय गणतन्त्रा दिवस समारोह में होंगे सम्मानित
अजमेर 22 जनवरी। शैक्षिक प्रौद्योगिकी विभाग के मैकेनिक श्री निगमचन्द को विभाग में सराहनीय योगदान के लिए गणतन्त्रा दिवस पर बीकानेर के डाॅ. करणी सिंह स्टेडियम में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय गणतन्त्रा दिवस समारोह में योग्यता प्रमाण पत्रा प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा। यह जानकारी शैक्षिक प्रौद्योगिकी विभाग के अनुसंधान अधिकारी श्री हनुमान सिंह राठौड़ ने दी। उन्होंने बताया कि श्री निगमचन्द महामहीम राज्यपाल द्वारा 25 जनवरी को आयोजित होने वाले एटहोम में भी सम्मिलित होंगे।
क्विज प्रतियोगिता के विजेता को पुरस्कार वितरित
अजमेर 22 जनवरी। सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सोशल मीडिया सेल द्वारा फेसबुक पर 13 दिसम्बर से 15 दिसम्बर के मध्य आयोजित 6वीं क्विज प्रतियोगिता में जिला स्तर पर प्रथम स्थान पर रहे जयप्रकाश हावा को शुक्रवार 22 जनवरी को सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग अजमेर के उपनिदेशक श्री महेश चन्द्र शर्मा द्वारा पुरस्कार प्रदान किया गया। श्री हावा भिनाय में नर्स ग्रेड द्वितीय के रूप में कार्यरत है।
मदस विश्वविद्यालय में उद्यमिता की एक दिवसीय कार्यशाला शनिवार को
अजमेर 22 जनवरी। उद्यमिता एवं लघु व्यवसाय प्रबन्ध केन्द्र, महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय, अजमेर परिसर के विक्रमादित्य भवन में शनिवार 23 जनवरी को राजस्थान के समस्त विश्वविद्यालयों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला उद्यमिता एवं लघु व्यवसाय विषय पर आयोजित की जाएगी।
केन्द्र के निदेशक प्रो. बी.पी. सारस्वत ने बताया कि राजस्थान में इस तरह का एक मात्रा केन्द्र है जो पिछले दस वर्षाें से सफलता पूर्वक चल रहा है। इस केन्द्र की सफलता को देखते हुए राजस्थान की मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुंधरा राजे ने राजस्थान के सभी विश्वविद्यालयों में इस तरह के उद्यमिता केन्द्र प्रारम्भ किये जाने के निर्देश प्रदान किये हैं। इस कार्यशाला में विश्वविद्यालयों में उद्यमिता केन्द्र को स्थापित करने के लिए चर्चा की जाएगी। कार्यशाला में राजस्थान मंे स्थित दस विश्वविद्यालयों के कुलपति भाग लेंगे जिनमें राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर, मोहन लाल सुखाडि़या विश्वविद्यालय उदयपुर, जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर, कोटा विश्वविद्यालय कोटा, महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय बीकानेर, पण्डित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय सीकर, राजऋषि भृतहरी मत्सय विश्वविद्यालय अलवर, महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय भरतपुर, राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय जोधपुर तथा राजीव गांधी जनजाति विश्वविद्यालय उदयपुर शामिल हैं।
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