भीनमाल
जेल में कैदियों की पिटाई, एक ने की आत्महत्या की कोशिशभीनमाल की घटना: 4कैदी चोटिल, जेलर को हटाने को लेकर बंदियों ने दी भूख हड़ताल की चेतावनी
उपकारागृह भीनमाल में शुक्रवार को जेल प्रशासन की ओर से तलाशी का विरोध करने पर जेलकर्मियों ने कैदियों की जमकर धुनाई की। इस दौरान एक कैदी के हाथ में चोंटें आईं। मारपीट से आक्रोशित एक कैदी जेल परिसर में ही स्थित पीपल के पेड़ पर चढ़कर आत्महत्या की धमकी देने लगा। सूचना पर तहसीलदार पुलिस ने उपकारागृह पहुंचकर समझाइश कर बड़ी मुश्किल से उसे पेड़ से नीचे उतारा।
इधर कैदियों अधिवक्ताओं ने जेल प्रशासन पर चौथ वसूली का आरोप लगाते हुए पैसे नहीं देने पर मारपीट करने का आरोप लगाया। जेलर सुमेरसिंह ने बताया कि जेल नियमों के तहत शुक्रवार दोपहर करीब 3 बजे बंदियों की तलाशी के दौरान कैदी तलाशी का विरोध जताने लगे, तो कैदियों ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया। ऐसे में जेलकर्मियों तथा बंदियों के बीच तनातनी हो गई, इस पर गुस्साए जेलकर्मियों ने करीब आधे घंटे तक बंदियों की जमकर धुनाई की।
मारपीट से घबराए बंदी मेलावास (चितलवाना) निवासी गोरधनराम पुत्र रिडमलराम विश्नोई जेल परिसर में स्थित पीपल के पेड़ पर चढ़कर आत्महत्या की धमकी देने लगा। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से करीब घंटेभर तक बंदियों से समझाइश करने के बाद पेड़ पर चढ़े बंदी को नीचे उतार मामला शांत किया गया।
इस दौरान बंदियों ने उपखंड अधिकारी के नाम तहसीलदार विशनाराम देवड़ा को ज्ञापन देकर प्रभारी सुमेरसिंह सहित अन्य जेलकर्मियों पर चौथ वसूली करने, पैसे नहीं देने पर मारपीट परेशान करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई करने की मांग की।
चार बंदियों के आई चोंटें
तलाशी का विरोध करने से नाराज जेलकर्मियों ने बंदियों की जमकर धुनाई की,जिससे मांडोली निवासी कैदी डूंगरसिंह पुत्र रतनसिंह राजपूत, बामनवाड़ा निवासी बगदाराम पुत्र कालाराम मेघवाल, मेलावास निवासी गोरधनराम पुत्र रिडमलराम विश्नोई हनुमानाराम पुत्र प्रेमाराम विश्नोई कैदी के चोंटें आई। बंदियों की मांग पर चारों का अस्पताल ले जाकर मेडिकल मुआयना करवाया गया।
अधिवक्ताओं ने मानवाधिकारों के उल्लंघन का लगाया आरोप
अधिवक्ता ईश्वरसिंह देवड़ा, अशोकसिंह ओपावत, मदनसिंह राव सत्यवानसिंह राजपुरोहित की ओर से उपखंड अधिकारी के नाम तहसीलदार को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया कि जेल प्रशासन की ओर से कैदियों से मारपीट करने के साथ मारपीट कर प्रताडि़त किया जाता है। ज्ञापन में बताया कि सरकार एक तरफ जेल में व्यवस्थाओं के सुधार के दावे कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर बंदियों से अवैध वसूली, मारपीट प्रताडि़त किया जा रहा है। ज्ञापन में बंदियों की सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त करवाकर मानवाधिकारों की रक्षा करवाने की मांग की।
उप कारागृह में है क्षमता से ज्यादा है कैदी
जेलर सुमेरसिंह ने बताया कि उप कारागृह की क्षमता ४० कैदियों की है, लेकिन वर्तमान में हत्या, लूट, डकैती, चोरी सहित विभिन्न गंभीर अपराधों में शामिल ७० बंदी होने से जेल में कानून व्यवस्था बनाए रखना जेल प्रशासन के लिए चुनौती भरा कार्य बना हुआ है।
स्टाफ का टोटा
जेलर सुमेरसिंह ने बताया कि उप कारागृह में स्वीकृत में से हेड कांस्टेबल ११ में से कांस्टेबल के पद लंबे समय से रिक्त होने की वजह से वर्तमान स्टाफ के लिए उप कारागृह की कानून व्यवस्था बनाए रखना २४ घंटे चिंता का विषय बना हुआ है।
चौथ वसूली को लेकर पूर्व में रंगे हाथों गिरफ्तार हो चुका है जेलर
उप कारागृह भीनमाल में कैदियों से जेलकर्मियों की ओर से हफ्ता वसूली के आरोप आए दिन लगाए जाते हैं। १३ जुलाई २०१५ को भीनमाल निवासी गोरखाराम पुत्र फूलचंद सेवग की न्यायालय से जमानत होने के बावजूद उसे जेल से जल्द रिहा करने के लिए कार्यवाहक जेलर पुलिस थाना चितलवाना अंतर्गत डावल निवासी हनुमानाराम पुत्र राजूराम विश्नोई को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जालोर के निरीक्षक जितंद्रसिंह मेड़तिया के नेतृत्व में टीम ने चार हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।
पैसा वसूली का आरोप निराधार हैं
बंदियों ने नियमित जांच का विरोध करने के बाद हंगामा करने लगे। सूचना पर पुलिस प्रशासन ने पहुंचकर मामले को शांत किया। विरोध हंगामे के कारण तलाशी भी नहीं ली जा सकी। पैसे वसूलने का आरोप मिथ्या है।
सुमेरसिंह, जेलर सबजेल भीनमाल
किसी ने रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई
तलाशी के दौरान बंदियों ने विरोध जता हंगामा मचाया था। समझाइश कर मामले को शांत किया गया। इस संबंध में किसी भी पक्ष ने रिपोर्ट नहीं दी है।
अशोक आंजणा, थानाधिकारी भीनमाल
बंदियों ने एसडीएम के नाम ज्ञापन दिया है, जिसमें जेल प्रशासन पर पैसों की वसूली करने उनके साथ मारपीट कर प्रताडि़त करने का आरोप लगाया है। कैदियों की मांग पर चार बंदियों की मेडिकल जांच भी करवाई गई।
विशनाराम देवड़ा, तहसीलदार भीनमाल
पुलिस की रिपोर्ट पर प्राथमिक इलाज कर भेज दिया
पुलिस की रिपोर्ट पर चार बंदियों का प्राथमिक इलाज कर पुन: भेज दिया।
डॉ. सोहनराज मेहता, चिकित्सक राजकीय अस्पताल भीनमाल
जेल में मारपीट के बाद चोटें दिखाते कैदी
^ विरोध हंगामे के कारण तलाशी भी नहीं ली जा सकी। पैसे वसूलने का आरोप मिथ्या है। -सुमेरसिंह,जेलरसबजेल भीनमाल
कैदी बोले- परेशान करते हैं
जेलकर्मियोंने कैदियों की धुनाई की, जिसमें मांडोली निवासी कैदी डूंगरसिंह, बामनवाड़ा निवासी बगदाराम, मेलावास निवासी गोरधनराम हनुमानाराम कोे चोंटें आई। कैदियों की मांग पर चारों का अस्पताल ले जाकर मेडिकल मुआयना करवाया गया। उधर चारो कैदी ने बताया कि जेलकर्मी पैसों की मांग को लेकर आए दिन उनके साथ मारपीट परेशान करते है, जिससे सभी बेहद दुखी है।
बंदियों ने दी भूख हड़ताल की चेतावनी
मारपीटसे आक्रोशित बंदी डूंगरसिंह, बगदाराम, गोरधनराम हनुमानाराम ने बताया कि जेलकर्मी पैसों की मांग को लेकर आए दिन उनके साथ मारपीट परेशान करते है, जिससे सभी बंदी दुखी है। उन्होंने चेताया कि जब तक जेलर को नहीं हटाया जाएगा, तब तक उनकी भूख हड़ताल जारी रहेगी।
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