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गुरुवार, 21 जनवरी 2016
सरपंच और लिपिक ने मांगी तीन लाख की रिश्वत
सरपंच और लिपिक ने मांगी तीन लाख की रिश्वत
बांसवाड़ा. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की बांसवाड़ा तथा उदयपुर की टीम ने निर्माण कार्यों के बिल पास करने की एवज में करीब तीन लाख की रिश्वत मांगने के आरोप में गुरुवार को बोरवट ग्राम पंचायत के सरपंच तथा कनिष्ठ लिपिक के खिलाफ धरपकड़ की कार्रवाई की। हालांकि इसकी भनक पाकर सरपंच दिलीप चरपोटा रिश्वत राशि वापस परिवादी को थमाकर पीछे के रास्ते से भाग गया और लिपिक दीपक जोशी ने रिश्वत लेने से मना कर दिया। लेकिन सत्यापन के आधार पर टीम लिपिक को डिटेन करके ले आई। सरपंच की तलाश के लिए कई जगह छापेमारी की, लेकिन देर रात तक उसका सुराग नहीं लगा। सत्यापन में दोनों को रिश्वत राशि की मांग करते पाया गया था। एसीबी बांसवाड़ा दल के कार्यवाहक एएसपी बृजेन्द्र कुमार सोनी ने बताया कि ठेकेदार धनपुरा निवासी यशपाल कटारा पुत्र रामचन्द्र कटारा ने 12 जनवरी को उदयपुर के एसीबी कार्यालय में सरपंच दिलीप चरपोटा एवं लिपिक दीपक जोशी के खिलाफ रिश्वत की मांग करने का परिवाद दर्ज कराया। इसमें बताया गया कि दोनों तीन कार्यो के लिए करीब तीन लाख रुपए रिश्वत मांग रहे हैं। इसमें 67 हजार वह बतौर रिश्वत वह दे चुका है। इस पर एसीबी की टीम ने ग्राम पंचायत बोरवट (अटल सेवा केन्द्र) में सरपंच और एलडीसी की मांग का सत्यापन करवाया। सत्यापन में दोनों ने एक दूसरे तथा अन्य अधिकारियों के नाम पर दस से बीस प्रतिशत कमीशन मांगा। इसके बाद ही बिल पास करने की बात कही। इस सत्यापन के बाद टीम गुरुवार अपरान्ह तीन बजे आरोपितों को पकडऩे के लिए गई।
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