बुधवार, 27 जनवरी 2016

बाड़मेर। मुनि के नगर प्रवेश में उमडा जन सैलाब ,बाड़मेर विधायक जैन ने शिरकत




बाड़मेर।  मुनि के नगर प्रवेश में उमडा जन सैलाब ,बाड़मेर विधायक जैन ने शिरकत

रिपोर्ट :- कपिल मालू / बाड़मेर 
बाड़मेर।श्री जिन कान्तिसागर सूरिष्वर म.सा. के विद्वान षिष्य वसी मालाणी रत्न शिरोमणि ब्रह्मसर तीर्थोद्वारक मुनि मनोज्ञ सागर जी म.सा. व बाल मुनि नयज्ञ सागर श्री जी म.सा. का भव्य नगर प्रवेष बुधवार को सम्पन्न हुआ।खरतरगच्छ संघ के अध्यक्ष रतनलाल संखलेचा ने बताया कि प.पू. मुनि मनोज्ञ सागर जी म.सा. का नगर प्रवेष स्थानीय जैन भोजनषाला से कुषल वाटिका महिला परिषद के द्वारा सामैया कर बैण्ड-बाजों व ढोल-ढमाके के साथ हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ।
पूज्य श्री का मंगल प्रवेष शहर के गांधी चोक,पुराणी सब्जी मण्डी,सदर बाजार,जवाहर 
चो, पीपली चोक  , दरियागंज,प्रताप जी प्रोल होते हुए जिन कान्तिसागर सूरि आराधना भवन सैकडों जैन धर्मालम्बियों के साथ पहुंचे।जहां पर गुरूदेव मनोज्ञ सागर जी म.सा. का स्वागत व अभिनन्दन कर धर्म सभा में परिवर्तित हुई।

खरतरगच्छ संघ के महामंत्री केवलचन्द छाजेड ने बताया कि नगर प्रवेष के भव्य वरघोडे का जगह-जगह पर चावलों की रंगोली ,पुष्प वर्षा, संे स्वागत किया गया व नगर प्रवेष के दौरान ष्षहर को होडिंग,बैनर,स्वागत द्वार लगाकर सजाया गया।प्रवेष का कार्यक्रम की षुरूवात में पवन संखलेचा द्वारा गुरूदेव का स्वागत कविता के माध्यम से किया ,जगदीष पडाईया ने ‘बाडमेर नगर में म्हारा गुरूदेव पधारया‘ गीत के साथ स्वागत किया गया।इसी स्वाग की कडी में डां रणजीतमल जैन ने पूज्य गुरूदेव द्वारा भादरेष मन्दिर निर्माण,ब्रह्मसर दादावाडी का निर्माण आदि आपकी देन है ,आपके पिताजी ने व भाई ने भी साधु जीवन में जिनषासन की प्रभावना कर रहे है।

जैन श्री संघ के अध्यक्ष सम्पतराज बोथरा ने कहा कि सकल बाडमेर संघ की और से स्वागत करते हुए कहा कि आप समस्त मालाणी क्षेत्र सहित छतीसगढ,गुजरात,महाराष्ट जैसे महानगरों में ऐतिहासिक चातुर्मासों का वर्णन हुए कहा कि पूज्य श्री छोटे से बडे व्यक्ति को एक समन व सहजता पूर्वक व्यवहार से मिलते है।

बाडमेर विधायक मेवाराम जैन ने कहा कि पूज्य गुरूदेव का स्वागत अभिनन्दन कर युवा पीढी को सुसंस्कारित करने का आग्रह किया।समाज को नई दिषा देने की बात कही ।



खरतरगच्छ संघ के अध्यक्ष रतनलाल संखलेचा ने गुरूदेव मनाज्ञ सागर जी म.सा. का संघ की ओर से स्वागत कर बाहर से पधारे गुरूभक्तों का स्वागत व पालीतणा महासम्मेलन की जानकारी दी।इस अवसर पर पालीतणा टिकट बुक का विमोचन नगर परिषद सभापति लूणकरण बोथरा,रतनलाल संखलेचा,द्वारकादास डोसी,बाबूलाल टी बोथरा,राणामल देवडा,सम्पतराज बोथरा,किषनलाल छाजेड भादरेष द्वारा किया गया।अन्त में नगर प्रवेष में पधारे हुए मेहमानों व कुषल दर्षन मित्र मण्डल,कुषल भक्ति मण्डल,कुषल वाटिका महिला परिषद,सम्बोधि बालिका मण्डल,पाष्र्व मण्डल,आदि कई मण्डल व बहार कई गावों से पधारे सैकडो भक्त का स्वागत किया ।

मुनि मनोज्ञसागर म.सा. धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए की युवा समाज के कर्णधार है। उन्होने कहा कि जैन होना अपने आप में गर्व की बात है,उन्होने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि मेंने पिछले कुछ समय में अनुभव किया है आज का युवा नषे और र्दृव्यसनो की ओर जा रहा है। मुनिश्री ने कहा कि नषा नरक का द्वार है। उन्होने कई उदाहरणो के देते हुए युवाओं और समाज से नषे से दुर रहने का आवाहन किया। मुनिश्री ने कहा कि हमारा धर्म अहिंसा परमो धर्म के आधार पर बनाया गया है,उस परम्परा का निवार्हन करना समाज के हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है। सभा को सम्बोधित करते हुए मुनि नयज्ञ सागर म.सा. ने गुरू की महिमा का व्याख्या करते हुए कहा कि गुरू बने बिना तो कई मोक्ष गये मगर गुरू बनाये बिना किसी को मोक्ष नही मिला। उन्होने अपने गुरू मुनि मनोज्ञ सागर का आभार जताते हुए कहा कि जीवन की मझधार में भटक गया था और मुझे इस मझधार से किनारे पर लाने वाले मे अपने गुरूदेव का सदा ऋणि रहुगा।

आज होगें कार्यक्रम

जिन कान्तिसागर सूरि आराधना भवन में प्रातः 9.15 बजे प्रवचन व दोपहर में कल्याणपुरा मन्दिर में महापूजन का आयोजन किया गया है।यह जानकारी खरतरगच्छ संघ के उपाध्यक्ष ओमप्रकाष भन्साली ने दी।

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