नई दिल्ली।गाइड लाइन जारी, सेना की वर्दी पहनने पर रोक
पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पर आतंकी हमले के बाद सेना ने आम आदमी को सेना की वर्दी और उससे मिलती-जुलती पोशाक पहनने पर रोक लगा दी है। सेना का कहना है कि इस वर्दी के इस्तेमाल से सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है। सेना ने आतंकी हमलों से बचने और आतंकवाद से मुकाबला करने के लिए ताजा दिशा-निर्देश जारी किया है।
इसमें दुकानदारों से भी अपील की है कि वे नागरिकों को इस तरह के कपड़े न बेचें। दिशा निर्देश के मुताबिक सेना की वर्दी से मिलते-जुलते कपड़े बेचना और खरीदना कानून अपराध है। एक अधिकारी ने बताया कि आम नागरिकों द्वारा ऐसे कपड़े पहनना गैरकानूनी है और इससे गलत संकेत जाता है।
अधिकारी ने कहा कि जो व्यापारी और दुकानदार सेना की वर्दी बेचने में दिलचस्पी रखते हैं, उन्हें स्थानीय सैन्य प्रशासन व अधिकारियों से संपर्क कर सेना की दुकानों व मान्यता प्राप्त जगहों में इन वर्दियों को बेचने की अनुमति मांगनी चाहिए।
अनुमति मिलने के बाद ही उन्हें सेना की वर्दी बेचनी चाहिए। सेना ने पुलिस और प्रशासन से भी अपील की है कि वे इस नियम का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करें। पठानकोट एयरबेस पर आतंकियों ने सेना की वर्दी पहनकर ही हमला किया था। कई अन्य हमलों में भी आतंकियों ने सेना की वर्दी पहनी थी।
आतंकियों को मिल सकती मदद
सेना ने कहा है कि आम नागरिकों द्वारा सेना की वर्दी पहनने से आतंकियों को अपने मंसूबे पूरे करने में मदद मिल सकती है। सेना की वर्दी से लोगों को गलतफहमी हो सकती है और आतंकी-अपराधी इसका बेजा फायदा उठाकर देश को नुकसान पहुंचा सकते हैं। सेना ने सुरक्षाबलों और पूर्व सैन्यकर्मियों के परिवारों और रिश्तेदारों से भी अपील की है कि वे सेना की वर्दी या फिर इससे जुड़ा कोई भी सामान इस्तेमाल में ना लाएं।
सोशल मीडिया पर करें जागरूक
सेना ने देश के युवाओं से अपील की है कि वह सोशल मीडिया पर इस विषय में अधिक-से-अधिक लोगों को जागरूक करें। सेना ने युवाओं से सेना की वर्दी-उपकरण के गलत और बेजा इस्तेमाल के खिलाफ जन अभियान शुरू करने की भी अपील की है।
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