बाड़मेर,मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान मंे सहभागिता निभाएंः शर्मा
बाड़मेर, 22 जनवरी। मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान बाड़मेर जिले की 53 ग्राम पंचायतांे के 142 गांवांे के लिए जल आत्मनिर्भरता की दिशा मंे बहुत बड़ा कदम है। इन गांवांे मंे 27 जनवरी से अभियान प्रारंभ होगा। इसके लिए मीडिया के साथ समाज के सभी वर्गाें का व्यापक सहयोग अपेक्षित है। जिला कलक्टर सुधीर कुमार शर्मा ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के परिपेक्ष्य मंे मीडियाकर्मियांे से बातचीत के दौरान यह बात कही।
जिला कलक्टर शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के परिणास्वरूप बाड़मेर जिले के गांव खुशहाली का प्रतीक बनेंगे। उन्हांेने कहा कि जरूरत इस बात की है कि राज्य सरकार के इस पुनीत प्रयास को समस्त वर्ग परस्पर समन्वयक स्थापित कर सकारात्मक अंजाम तक पहुंचाए। उन्हांेने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के जरिए गांवांे कोे बरसाती जल केे माध्यम से आत्म निर्भर एवं स्वावलंबी बनाना है। उन्होंने प्रिंट एवं इलेक्ट्रोनिक मीडिया के प्रतिनिधियांे से आहवान किया है कि वे इसमें अपनी सहभागिता दर्ज कराने के साथ तन-मन एवं धन से सहयोग करें। उन्होंने कहा कि इसमंे हर व्यक्ति का सहयोग जरुरी है इसलिए समस्त व्यक्ति इसमें अपना अमूल्य समय इस अभियान के लिए दे, ताकि इस अभियान को सफल बनाया जा सके। जिला कलक्टर ने मीडियाकर्मियांे से आग्रह किया है कि वे चयनित गांवों को गोद लेकर उसमें जल संरक्षण एवं जल संग्रहण के कार्य में भी सहयोग दें। उन्हांेने कहा कि मीडियाकर्मियांे की इस अभियान मंे महत्वपूर्ण भूमिका है। वे इस अभियान को जन- जन का अभियान बनाने के लिए चेतना जगाने मंे बेहतरीन भूमिका निभा सकते है। उन्हांेने बताया कि इस अभियान मंे कोई भी व्यक्ति सहयोग राषि पंजाब नेषनल बैंक की किसी भी शाखा मंे जमा करवा सकता है। मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने कहा कि बाड़मेर जिले मंे 11 विभागांे के माध्यम से वर्ष 2015-16 मंे 174 करोड़ की लागत से 53 ग्राम पंचायतांे मंे 1478 कार्य करवाए जाएंगे। उन्हांेने बताया कि कोई भी व्यक्ति श्रम, धन अथवा मषीनरी उपलब्ध करवाकर भी इस अभियान मंे सहयोग कर सकता है। मषीनरी मंे इस्तेमाल होने वाले पेट्रोल अथवा डीजल की व्यवस्था भी सरकार की ओर से किए जाने का प्रावधान किया गया है। उन्हांेने बताया कि यह कार्य आगामी 30 जून तक पूर्ण कराए जाने है। ताकि आगामी बारिष मंे जल संग्रहण हो सके। उन्हांेने बताया कि मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान मंे स्वयसेवी संगठनांे, ट्रस्ट, कारपोरेट सेक्टर के साथ आमजन से सहयोग जुटाने के प्रयास किए जा रहे है। उन्हांेने कहा कि आमजन को हर लिहाज से प्रेरित करने का प्रयास किया जाए। इस दौरान राजस्थान पत्रिका के संपादक आषीष जोषी, पत्रकार षिव प्रकाष सोनी, प्रेमदान देथा, पुनमसिंह राठौड़, मुकेष मथराणी, दुर्गसिंह राजपुरोहित, प्रेम परिहार समेत विभिन्न मीडियाकर्मियांे ने इस अभियान मंे यथासंभव सहयोग करने का भरोसा दिलाया। इस दौरान अधीक्षण अभियंता एवं पदेन परियोजना प्रबंधक वाटरषेड सेल कम डाटा सेंटर हीरालाल अहीर ने बाड़मेर जिले मंे मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के बारे मंे प्रोजेक्टर के जरिए विस्तार से जानकारी दी। उन्हांेने बताया कि मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के तहत 5541 टांके, 490 खड़ीन, मिटटी बंड, 98 एनीकट, 78 नाडी, तालाब, 72 जल होज, 45 खेत तलाई, फार्म पोंड, 190 सूखे पत्थर के चैकडेम बनाने के साथ तथा 150 हैक्टेयर मंे वन भूमि के संरक्षण के लिए विभिन्न विकास कार्य करवाए जाएंगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें