कोटा.अगर मैं पसंद नहीं थी तो क्यों की मुझसे सगाई...दीक्षा ने अपना दर्द कुछ यू बयां किया सुसाइडल नोट में...
मेरी आत्महत्या का कारण कमल सोनी (जिससे सगाई हुई) और उसके परिवार वाले हैं। उन लोगों ने मेरे साथ धोखा किया और सगाई तोड़ दी। उन लोगों को कड़ी से कड़ी सजा मिले। मेरे मम्मी-पापा को भी उन लोगों के कारण बहुत बेइज्जती सहनी पड़ रही है, जो मैं देख नहीं सकती हूं। इसलिए मैं यह कदम उठा रही हूं। और अगर मैं उन्हें पसंद नहीं थी तो क्यों की मेरे से सगाई...., पहले ही मना कर देते। ताकि मेरी लाइफ तो खराब नहीं होती। इसलिए मैं अब जीना नहीं चाहती। इसलिए मेरे मम्मी-पापा भी मेरे साथ आत्महत्या कर रहे हैं। कमल सोनी और उसके परिवार वालों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए ताकि किसी लड़की के परिवार वालों को कभी आत्महत्या नहीं करनी पड़े।
आदित्य आवास निवासी सर्राफा व्यवसायी हेमंत छतवानी की पुत्री दीक्षा ने यह सब मरने से पहले यह सब सुसाइडल नोट लिखा। उसने अपनी हर पीड़ा को बयां किया, जिससे वे आहत हुई।
एक सुसाइडल नोट में यह लिखा पिता ने .....
मैं अपने पूरे परिवार के साथ आत्महत्या कर रहा हूं, जिसमें मैं, मेरी पत्नी व बेटी हैं। बहुत परेशान कर दिया है। कर्जदार आए दिन मारने की धमकी देते हैं। लड़की को उठाने की धमकी देते हैं और अभी लड़की के ससुराल वालों ने सगाई तोड़ दी..और उल्टा केस की धमकी दे रहे हैं। लड़की की सगाई टूटी.... तो हिम्मत टूट गई। इसके जिम्मेदार मेरी बेटी के ससुराल वाले एवं सब कर्जदार हैं, जिन्होंने गाली-गलौच करके परेशान कर रखा है, जमानत पर चेक दिए हुए हैं। ब्याज भी दे रखा है। फिर भी रोज गाली गलौच....., अब हमारे पास कुछ है ही नहीं....इसके बाद भी कर्जदारों द्वारा मेरे घरवालों को परेशान किया गया तो हो सकता है कि वो भी यही कदम उठाएं.... पूरे होश में मैंने यह सब लिखा है। सगाई टूटने के बाद हार गया हूं। वैसे भी जिंदगी में कुछ नहीं है। मेरी पत्नी व बेटी के आत्महत्या के पीछे सभी जिम्मेदार हैं।
दूसरे सुसाइडल नोट में यह लिखा....
मैं अपनी बेटी दीक्षा और पत्नी के साथ अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रहा हूं। मैं हर तरफ से परेशान हो गया हूं। चाहे आर्थिक रूप से चाहे सामाजिक रूप से। मैं हर बात को सामने फेस कर रहा था और करता रहता, पर कुछ व्यापारी और कर्जा मांगने वालों ने एेसे शब्दों का प्रयोग किया कि 'तुम्हारे घर के समने तुम्हारी लड़की को उठाकर ले जाएंगेÓ यह सब सहन नहीं हो रहा है। बहुत समय से अपने आप को समझा रहा हूं। पर अब दीक्षा की सगाई टूटने के बाद तो सहन नहीं हो रहा है....., हम तीनों आत्महत्या कर रहे हैं। इसके जिम्मेदार वो हैं जिन्होंने आए दिन परेशान कर रखा है। इनका गाली-गलौज और धमकी देना रोज का काम हो गया है। जब भी घर में किसी मांगने वाले की चिल्लाचोट हुई, मेरी वजह से हुई। दीक्षा के ससुराल वालों के मनो करने के कारण मैं टूट गया हूं। अब तो हिम्मत ही टूट गई है। मैं मेरे बाद मेेरी पत्नी या बेटी को कोई उलाहना मिले, इसलिए तीनों ही मर रहे हैं। हमारे एेसा करने का कारण दीक्षा के ससुराल वाले और कुछ कर्ज मांगने वाले जो परेशान कर रहे हैं..... मुझे माफ करना.....
यह है पूरा मामला
आदित्य आवास निवासी सर्राफा व्यवसायी हेमंत छतवानी, उसकी पत्नी रजनी और पुत्री दीक्षा ने मंगलवार को जहरीला पदार्थ खाकर खुदकुशी कर ली थी। खुदकुशी से पहले हेमंत ने दो पेज का और दीक्षा ने एक पेज का सुसाइडल नोट लिखा था। तीनों ने तनाव में आकर सामूहिक रूप से विषाक्त खा लिया था। करीब चार घंटे तक चले उपचार के बाद माता-पिता व पुत्री की मौत हो गई। दादा सुन्दर आर. छतवानी ने बताया कि बजरंग नगर क्षेत्र निवासी उनकी पोती दीक्षा (21) की सगाई साढे़ तीन साल पहले जयपुर निवासी कमल से हुई थी। बेंगलूरु में सॉफ्टवेयर इंजीनियर कमल ने बीते एक साल से दीक्षा से बात करना बंद कर दिया था। छतवानी के मुताबिक कमल ने 30 दिसंबर को दीक्षा के पिता हेमंत (48) को फोन किया था। उसने सगाई तोडऩे की बात कही और कहा दीक्षा बेंगलूरु जाने लायक नहीं है। इस पर हेमंत ने कमल के पिता जानीमल से बात की तो उन्होंने कहा लड़का शादी नहीं करना चाहता तो वह क्या कर सकता है। इससे हेमंत को सदमा लगा। यह बात हेमंत ने पत्नी रजनी (45) व दीक्षा को बताई। तभी से तीनों परेशान थे। इसके बाद मंगलवार तीनों ने एक साथ विषाक्त खा लिया। मामले में बोरखेड़ा पुलिस ने इस मामले में कमल के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें