समदड़ी । शिकायत के बाद जागा प्रशासन,25 किलो प्लास्टिक केरी बेग जब्त
रिपोर्ट :- सुनील दवे / समदड़ी
रिपोर्ट :- सुनील दवे / समदड़ी
समदड़ी । कस्बे में ग्रामीणों की शिकायत पर आज शनिवार को समदड़ी तहसीलदार बद्रीदान चारण ने करवाई करते हुए। कई दुकानों से करीब 25 किलो प्लास्टिक केरी बेग जब्त करके लूणी नदी में जलाकर जलाकर नष्ट करवाया गया ।
व्यापारियों में मचा हड़कंपशनिवार को समदड़ी कस्बे में प्रशासन के द्वारा अचानक की गई इस कार्यवाही को देखकर दुकानदारो सहित हाथ ठेले वालो में अफरा तफरी का माहोल बन गया।
कस्बे में खुलेआम उपयोग होता हैं प्लास्टिकलम्बे समय से समदड़ी गाँव के अंदर धड़ले से प्लास्टिक का उपयोग हो रहा हैं जिससे आवारा पशुओं की आए दिन मौत हो रही हैं । जबकि सरकार की और से प्लास्टिक पर पूर्णत्या से रोक लगा रखी हैं । हालत यह हैं की सब्जी मण्डी पर धड़ले से प्लास्टिक का उपयोग हो रहा हैं ।
प्लास्टिक बन रहा हैं पशुओं की मौत और मण्डी के पीछे की तरफ सड़ी गली सब्जियों को थैलियो में डालकर खाली पड़ी जमीन के अंदर डाल दिया जाता हैं जिससे वहा पर आवारा पशुओ का जमावड़ा लगा रहता हैं और वो पशु जब इन प्लास्टिक की थैलियो को खाते हैं तो उनकी हर रोज एक ना एक की मौत हो जाती हैं।
कब तक चलेगी यह कार्यवाहीकस्बे में प्रशासन की और से यह कार्यवाही लगातार जारी रखने की बात तो हो रही हैं । मगर देखने वाली बात ये होगी की ये कार्यवाही कितनी कारगर साबित होती हैं और कितने दिन चलेगी ।
व्यापारियों में मचा हड़कंपशनिवार को समदड़ी कस्बे में प्रशासन के द्वारा अचानक की गई इस कार्यवाही को देखकर दुकानदारो सहित हाथ ठेले वालो में अफरा तफरी का माहोल बन गया।
कस्बे में खुलेआम उपयोग होता हैं प्लास्टिकलम्बे समय से समदड़ी गाँव के अंदर धड़ले से प्लास्टिक का उपयोग हो रहा हैं जिससे आवारा पशुओं की आए दिन मौत हो रही हैं । जबकि सरकार की और से प्लास्टिक पर पूर्णत्या से रोक लगा रखी हैं । हालत यह हैं की सब्जी मण्डी पर धड़ले से प्लास्टिक का उपयोग हो रहा हैं ।
प्लास्टिक बन रहा हैं पशुओं की मौत और मण्डी के पीछे की तरफ सड़ी गली सब्जियों को थैलियो में डालकर खाली पड़ी जमीन के अंदर डाल दिया जाता हैं जिससे वहा पर आवारा पशुओ का जमावड़ा लगा रहता हैं और वो पशु जब इन प्लास्टिक की थैलियो को खाते हैं तो उनकी हर रोज एक ना एक की मौत हो जाती हैं।
कब तक चलेगी यह कार्यवाहीकस्बे में प्रशासन की और से यह कार्यवाही लगातार जारी रखने की बात तो हो रही हैं । मगर देखने वाली बात ये होगी की ये कार्यवाही कितनी कारगर साबित होती हैं और कितने दिन चलेगी ।
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