शुक्रवार, 18 दिसंबर 2015

अजमेर।महंगी पड़ी शर्मनाक करतूत....अब मुंह दिखाने के नहीं काबिल



अजमेर।महंगी पड़ी शर्मनाक करतूत....अब मुंह दिखाने के नहीं काबिल


जिला प्रशासन ने आमजन से आधार कार्ड बनाने का शुल्क वसूल रहे तीन ई-मित्र कियोस्क संचालकों का लाइसेंस निलम्बित करते हुए उनके कियोस्क से जुड़ी सेवाएं समाप्त कर दी हैं। प्रशासन ने तीनों कियोस्क के खिलाफ जांच भी शुरू की है।

राजस्थान पत्रिका ने स्टिंग ऑपरेशन चला कर इन ई-मित्र कियोस्क पर आधार और भामाशाह कार्ड पंजीयन के नाम पर की जा रही वसूली को उजागर किया था। पत्रित्रका के गुरुवार के अंक में मुफ्त के आधार कार्ड से कमा रहे करोड़ों रुपए शीर्षक से प्रकाशित खबर के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया।

सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के संयुक्त निदेशक आशुतोष गौतम ने कचहरी रोड स्थित श्रीजी इंटरनेट पर हिना सोनी के नाम से आवंटित ई-मित्र कियोस्क के आईडी( डी21के1668), पुलिस लाइन स्थित एल्फा कम्प्यूटर्स एंड ग्राफिक्स के आईडी (डी21के1852) और चौरसियावास रोड पर झूलेलाल मंदिर के सामने स्थित मनोजशंकर शर्मा के नाम आवंटित ई-मित्र कियोस्क के आईडी (डी21के1004) को ब्लॉक कर दिया।

पत्रिका की खबर के आधार पर आधार कार्ड पंजीयन के बदले जनता से 40 से 100 रुपए तक वसूलने के आरोप में तीनों ई-मित्र कियोस्क संचालकों के खिलाफ जांच भी शुरू की गई है। जांच रिपोर्ट आने तक तीनों ई-मित्र केन्द्रों से दी जाने वाली सेवाएं बंद रहेंगी।

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