बाड़मेर गर्व से मनाया जाएगा विजय दिवस समारोह शहीद परिवारों का होगा वृहद स्तर पर सम्मान
बाड़मेर 12 दिसम्बर 2015 स्वतन्त्र भारत के सबसे गौरवशाली दिन 16 दिसम्बर1971 को जब भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 1 लाख सैनिकों को आत्मसमर्पण के लिए मजबूर कर विजय हासिल कि थी उसी गौरवशाली दिन पर आगामी 16 दिसम्बर को स्थानीय शहीद सर्किल पर अखिलभारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद बाड़मेर और नगर परिषद बाड़मेर के संयुक्त तत्वाधान में ऐतिहासिक विजय दिवस समारोह बड़े ही गर्व से मनाया जाएगा
अखिल भारतीय पूर्व सेनिक सेवा परिषद बाड़मेर के अध्यक्ष केप्टन हीरसिंह भाटी ने बताया कि 16 दिसम्बर 2015 विजय दिवस समारोह सिणधरी चोराहे पर स्थित शहीद सर्किल पर प्रातः 11 बजे सम्मान के साथ मनाया जाएगा | समारोह को गौरवमयी बनाने के लिए व्यापक स्तर की तयारिया कि जा रही है इस दौरान बेंड की धुन पर आर्मी एयरफोर्स नेवी बीएसएफ और राजस्थान पुलिस की तरफ से गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया जाएगा साथ ही जिले भर के जनप्रतिनिधि और सेना और प्रशाशन के आला अधिकारी भी शहीदों के सम्मान में होने वाले ऐतिहासिक कार्यक्रम में शरीक होंगे
पाक ने टेके थे घुटने
16 दिसम्बर 1971 को भारतीय सेना के जाबांज सैनिकों के आगे 1 लाख पाक सैनिकों ने आत्मसमर्पण कर दिया था इसी उपलक्ष में प्रति वर्ष विजय दिवस बड़ी ही धूम धाम से मनाया जाता है पूर्व सेनिक कल्याण परिषद के उपाध्यक्ष केप्टन खीमा राम चौधरी ने बताया कि स्वतंत्र भारत के लिए ये दिन गौरवशाली दिन है इसी दिन भारतीय सेना के कमांडर जनरल अरोड़ा के सामने पूरी पाकिस्तानी सेना ने घुटने टेक दिए थे तभी से इतिहास में एक नए पृष्ठ की रचना हो गयी थी
शहीद परिवारों का होगा सम्मान
आगामी 16 दिसम्बर को होने वाले इस ऐतिहासिक विजय दिवस के दिन भारतीय सेना के लिए खुद को समर्पित करने वाले जाबांज सैनिकों के परिवारों का वृहद स्तर पर सम्मान किया जाएगा
पूरा शहर उमड़ता है शहीदों के सम्मान के लिए
विजय दिवस के मौके पर आयोजित होने वाले इस ऐतिहासिक सम्मान समारोह में शहीदों को श्रधांजलि देने के लिए पूरा शहर उमड़ता है सेना के अधिकारियों द्वारा युवाओं को भारतीय सेना के प्रति समर्पित होने के नए आयाम बताये जाते है
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