जालोर।'मैंने कोई गलत नहीं किया है, मैं मर्द हूं कभी झूठ नहीं बोलता'
दुकान के बाहर रखे सामान को अंदर रखने की बात को लेकर गुरुवार को डीएसपी की एक दुकानदार से तकरार हो गई। इसके बाद व्यापारियों ने शहर की दुकानें बंद करा दी तथा रैली के रूप में कलक्ट्री पहुंच गए। जहां एएसपी कार्यालय में व्यापारियों के प्रतिनिधि मंडल की एएसपी व एसडीएम के साथ वार्ता हुई।
वार्ता के दौरान व्यापारियों ने डीएसपी से खेद व्यक्त कराने की बात रखी, लेकिन डीएसपी बोले 'मैंने कोई गलत नहीं किया है, मैं मर्द हूं कभी झूठ नहीं बोलता, मैं गलत बात के लिए कोई माफी नहीं मांगता।' थोड़ी देर तनातनी के बाद आखिर व्यापारी मामला शांत करने पर राजी हो गए। हुआ यूं कि शहर में ईद मिलादुन्नबी को लेकर जुलूस निकाला जा रहा था।
इस दौरान मुख्य बाजार में एक दुकान के बाहर रखे सामान को अंदर रखने की बात को लेकर पुलिस उपाधीक्षक डॉ. दुर्गसिंह राजपुरोहित व दुकानदार कुंदनमल प्रजापत के बीच तकरार हो गई। इसके बाद डीएसपी जुलूस समाप्त होने पर कोतवाली थाने पहुंच गए। इस दरम्यान व्यापारियों ने डीएसपी पर व्यापारियों के साथ बदसूलकी का आरोप लगाते हुए दुकानें बंद कर दी। वहीं एकत्रित होकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
समझाइश का प्रयास
व्यापारियों के लामबंद होने की सूचना के बाद उपखण्ड अधिकारी हरफूल पंकज व डीएसपी मौके पर पहुंचे। उन्होंने डीएसपी से व्यापारियों से समझाइश का प्रयास किया, लेकिन व्यापारी डीएसपी से माफी मंगवाने की बात पर अड़ गए। लेकिन डीएसपी ने माफी मांगने से इनकार कर दिया।
जाप्ता रहा तैनात
व्यापारियों के लामबंद होने की सूचना के बाद पुलिस व प्रशासन का लवाजमा भी सतर्क हो गया। कलक्टे्रट परिसर के आस-पास पुलिस जाप्ता तैनात कर दिया गया। कोतवाली थाना प्रभारी चम्पाराम, सायला थाना प्रभारी राजेन्द्रसिंह, बागरा थाना प्रभारी मोतीसिंह राजपुरोहित, महिला थाना प्रभारी विष्णुदत्त के नेतृत्व में पर्याप्त पुलिस जाप्ता तैनात रहा।
एएसपी कक्ष में हुई वार्ता
कलक्ट्री पहुंचने के बाद व्यापारियों के प्रतिनिधि मंडल की एएसपी रघुनाथ गर्ग के कक्ष में वार्ता हुई। वार्ता में एसडीएम व डीएसपी भी मौजूद रहे। व्यापार मंडल के अध्यक्ष जालमसिंह के नेतृत्व में व्यापारियों के प्रतिनिधि मंडल की वार्ताहुई। जिसमें समझाइश के बाद व्यापारी दुकानें खोलने को राजी हो गए।
वार्ता के दौरान डीएसपी ने कहा कि शहर में सड़कों पर किए गए अतिक्रमण को प्रशासन व पुलिस की ओर से हटाया जाएगा। जिसमें व्यापारियों को भी सहयोग करना होगा। जिस पर प्रतिनिधि मंडल ने सहयोग का आश्वासन दिया।
डीएसपी की ओर से माफी नहीं मांगने के बावजूद प्रतिनिधि मंडल की ओर से दुकानें खोलने की सहमति देने की बात को लेकर कुछ व्यापारियों ने विरोध जताना शुरू कर दिया। व्यापारी कलक्ट्री परिसर के बाहर आकर नारेबाजी करने लगे।
इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर आशाराम डूडी व एसडीएम हरफूल पंकज ने बाहर आकर से व्यापारियों से समझाइश की। इसके बाद व्यापारी वहां से रवाना हो गए। प्रशासन के साथ वार्ताके बाद व्यापारियों ने प्रतिष्ठान वापस खोल दिए। करीब दो-तीन घंटे बाजार बंद रहा। इसके बाद करीब तीन बजे बाजार में दुकानें वापस खुल गई।
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