गुरुवार, 3 दिसंबर 2015

जोधपुर पिता के दुर्घटनाग्रस्त होने का झांसा देकर किया नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म



जोधपुर पिता के दुर्घटनाग्रस्त होने का झांसा देकर किया नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म

डांगियावास थानान्तर्गत बिसलपुर फांटा के पास बस से उतर घर लौट रही किशोरी को पिता के दुर्घटनाग्रस्त होने का झांसा देकर मोटरसाइकिल पर अपहरण के बाद अलग-अलग जगहों पर सामूहिक दुष्कर्म किया गया। पुलिस कमिश्नर के समक्ष पेश परिवाद के आधार पर अपहरण, पोक्सो अधिनियम तथा दुष्कर्म के तहत डांगियावास थाने में मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस के अनुसार साढ़े सत्रह वर्षीय किशोरी की शिकायत पर गांव के बहादुर चौकीदार, रामचन्द्र तथा अधिवक्ता नरेन्द्र दाधीच के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पीडि़ता के स्वास्थ्य की जांच करने के साथ ही महिला अधिकारी ने बयान भी दर्ज किए हैं। एसीपी (मण्डोर) जसवंत सिंह को जांच सौंपी गई है।

उसका आरोप है कि गत 11 नवम्बर को वह बिलाड़ा निवासी भुआ के घर से बस में बिसलपुर फांटा पहुंची, जहां उसे बहादुर चौकीदार मिला। उसने किशोरी से कहा कि उसके पिता का एक्सीडेंट हो गया है और उसे अस्पताल चलना है। तब वह उसके साथ मोटरसाइकिल पर रवाना हो गई। वह उसे फलोदी के पास बिठड़ी गांव स्थित बहन के खेत ले गया, जहां उसने दुष्कर्म किया।

दूसरे दिन वह किशोरी को लेकर जोधपुर के रेलवे स्टेशन पहुंचा, जहां उसे रामचंद्र मिला। तीनों पास ही एक होटल में रूके, जहां दोनों ने किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। दूसरे दिन वे बस से पाली जा पहुंचे। रामचन्द्र ने फोन करके बिसलपुर के अधिवक्ता नरेन्द्र दाधीच को बुलाया। जो कार लेकर पाली आया।

उसके साथ तीनों जोधपुर के लिए रवाना हुए, लेकिन रास्ते में तीनों ने बारी-बारी से किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। फिर उसे यहां भदवासिया लाकर छोड़ दिया। किशोरी अपने घर पहुंची। मामला दर्ज करने के बाद पुलिस ने पीडि़ता का मेडिकल करवाया तथा बयान दर्ज किए। आरोपियों की तलाश की जा रही है।

पुलिस का कहना है कि किशोरी के गायब होने के बाद 11 नवम्बर को थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। 13 नवम्बर को किशोरी घर लौट आई थी। उस समय दुष्कर्म का कोई आरोप नहीं लगाया गया था।

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