रिटायर्ड अध्यापिका ने कुर्सी पर बैठ खुद को आग लगाई
श्रीगंगानगर. राजकीय सेवा से सेवानिवृत्त एक अध्यापिका ने अपने घर में आत्महत्या कर ली। घटना गुरुवार सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे पुरानी आबादी में हुई। परिजनों के पुलिस कार्रवाई से इनकार के बाद पुलिस ने पंचनामा करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया।
थाना प्रभारी अवधेश सांधू ने बताया कि सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे सूचना मिली थी। भरतनगर निवासी 65 वर्षीय दर्शनापाल पत्नी जरनैलसिंह शर्मा ने अपने ही घर में कुर्सी पर बैठकर खुद को आग लगा ली। घटना के समय घर पर कोई नहीं था और इसी दौरान उसने केरोसिन छिड़क कर खुद को आग के हवाले कर दिया। घर में लपटें उठती देख आस-पास के लोग घर की ओर भागकर मौके पर पहुंचे। तब तक पीडि़ता करीब अस्सी फीसदी झुलस चुकी थी। मौके पर पहुंचे लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया। जब तक आग को बुझाया गया तब तक पीडि़ता की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। हादसे की सूचना पर तत्काल हवलदार छींद्रपाल जाब्ते सहित मौके पर पहुंचे। मृतका के पति और बेटे ने पुलिस कार्रवाई कराने से इनकार कर दिया। घटना स्थल पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। पुलिस ने पंचनामा कर शव परिजनों को सौंप दिया।
मानसिक परेशान थी अध्यापिका ----
मृतका के पति अध्यापक जरनैलसिंह शर्मा ने पुलिस को जानकारी दी कि वह सेवानिवृत्ति के बाद मानसिक रूप से परेशान चल रही थी। बड़े बेटे की हादसे में मौत के बाद उसका मानसिक संतुलन ठीक नहीं था। इस संबंध में उसका जिला मुख्यालय स्थित अस्पताल से उपचार भी चल रहा था। पुलिस ने उपचार के दस्तावेजों की जांच कर पुष्टी कर ली। पुलिस ने इस संबंध में आस-पास के लोगों से भी पूछताछ कर जानकारी जुटाई। मृतका का छोटा बेटा श्रीकरणपुर और उसकी पत्नी जिला मुख्यालय पर नौकरी करती है।
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